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“बी जे पी की पतवार पर सवार किरण बेदी”

साहित्य दर्पण
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नया सफर नया रोमाचंक ,नये होशले नये खून का जोश ,नई पतवार पर सवार कोण नहीं चाहता हे ,जब उस पतवार का माझी पूर्ण ऊर्जा से संचालन करता हे ,उसे ये भी पता हे कि किस दिशा में तूफान आ रहा उस तूफान के बीच पतवार को निकलने का हुनर बखूबी जानते हे और सवार को यह पता हे कि अपनी महत्वकांक्षा को इसी से पूरी हो शक्ति हे फिर क्यो नादान बन कर जीत की खुसबू से वंचित रह सकते हे।जो दूर से आ रही लहरो को जान लेते कि इसका माप क्या हे कि इसके दुवरा सीमाओ को लाघ कर अपने साथ हीरे मोती की खुसिया लेके आता हे। आज ऐसा ही मुसाफिर बी जी पी पतवार पर सवार हो गई।दिल्ली की सत्ता में जब दंगल सज चुका हे कि कोण किसकी परास्त करेगा ये तो बाद में पता चलेगा पर एक बात सही हे जहाँ बी जे पी इस चिंता से त्रास्त थी कि आम आदमी की पार्टी के मुखिया के खिलाफ इस चुनावी दंगल में केजरीबाल के प्रतिदुव्दी किसको उतारे जो बराब का मुकाबला हो, बी जे पी ने शायद काट डूड ली पर सही जीत तो पता 12फरबरी को पता चलेगा पर काँट के रूप में किसी ने सही कहाँ हे कि “लोहे को लोहा ही काँट सकता है”।उस काँट के रूप में किरण बेदी को चुनाव के अंखाङे में उतार दिया हे अब चुनाब का नई दिशा की भीनी भीनी खुसबू आने लगी हे।दोनो ही नोकर साही की तेज धार तलवार थे अब देखना बाकी हे किसकी तलवार में सत्ता की साम से झिलमिलाती हे कि केजरीबाल जिसने स्वम आम आदमी पार्टी के संस्थापक हे लेकिन एक साल पहले अपनी तीव्र महत्वकाँक्षा के कारण दिल्ली बालो को 49दिन की मेहमान नवाजी कराके छोङ गये।जनता को एक कश्मकश में छोङ गये ,जनता के विश्वास पर विश्वासघात का वो निसान छोङा कि अब कैसे यकीन करे जो बादें के सपने दिखायेगे उनको पूरा भी करेगे या उनसे वचने के उपाय ङूडेगे ये तो जनता फैसला करेगी।किरण बेदी ने मोदी का सहारा लिया हे सच कहूँ तो माझी पर यकीन किया हे कि जनता की उम्मीदो पर खरा उतरेगे। मोदी वो हीरा हे जिसे तरासने पर दिन व दिन चमक बढती जा रहीं ,अगर यह कहाँ जाये कि अपनी चमक से सबको मोहित कर देने पर विवस कर देती हे किसी भी सीसे को काटने की काँट हे चाये कोई भी उसमें व्यक्ति के रूप को उजागर करे पर  उसकी काँट को डूड ही लेते हे।सबने अपने अपने दाँव चल दिये किसकी मात हीती हे किसकी विजय होती हे ये तो वक्त बतायेगा पर काँट जरूर ङूड ली हे।

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