Ubharata Kavi aur Prakriti Mitra
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सुनहरे सपनो को साकार करने आया है नववर्ष,
हर पल खुशियों की बौछार करने आया है नववर्ष.
जीवन की राहों से कठिनाइयों को दूर करने आया है नववर्ष,
जीवन की बगिया को खुशियों के फूलों से महकाने आया है नववर्ष.
अपनों को और करीब लाने के उद्देश्य से आया है ये नववर्ष,
स्नेह और आत्मीयता की बरसात करने आया है नववर्ष.
हर्षित होकर सब मिलकर करें स्वागत,
क्यूंकि फिर से नई उम्मीदों के 365 दिन लेकर आया है नववर्ष.
– रचयिता: आशुतोष कुमार द्विवेदी ‘आशु’
आप सभी को नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं.
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