- 101 Posts
- 2506 Comments
*******************************************
न कोई फूल सेहरा मैं, न है मौसम बहारों का
चमन मैं हर फूल जैसे हो पतझड़ की मारों सा
न जाने मिल रही है, फिर भी खुशबु मेरे दिल को
तेरी यादों की खुशबु से मेरे गुलशन महकते हैं
*******************************************
तेरे बिन जिंदगी जैसे एक तपती दोपहरी है
जला के खाक कर दे जो तपिश इतनी ये गहरी है
बिना बारिश के ही मैं अक्सर भीग जाता हूँ,
तेरी यादों की बारिश के जब सावन बरसते हैं
*******************************************
मिलन की चांदनी दो पल की, फिर गहरा अँधेरा है
विरह की रात है लंबी, नहीं जिसका सवेरा है
अँधेरे रास्तों से भी मिल रही है रौशनी मुझको
तेरी यादों के कुछ दीपक मेरी राहों मैं जलते हैं
****************************************
कभी परवाज जो तेरी, वही परवाज मेरी थी
पहुँचती थी दिलों तक जो वो हर आवाज तेरी थी
सितमगर वक्त ने कैसा, किया सितम जिंदगी मैं
न वो परवाज मेरी है, न वो आवाज तेरी थी
न जाने फिर मेरे दिल को सदा कैसी सुनाई दी
तेरी यादों के कुछ पंछी, मेरी यादों मैं चहकते हैं
****************************************
Read Comments