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RIP ( रेस्ट इन पीस ) :- बाल ठाकरे का ” चरित्र-चित्रण ”

Manthan
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RIP ( रेस्ट इन पीस ) :- बाल ठाकरे का ” चरित्र-चित्रण ”

ईश्वर बाल ठाकरे की आत्मा को शांति दें और इनके परिजनों, प्रशंसकों और अनुयायी शिव-सैनिकों को सदबुद्धि l ऊपर जा कर शांति से रहें नीचे तो बहुत उत्पात मचाया l

संयोग तो देखिए एक ही दिन दो माफ़िया सरदारों का अंत हुआ एक शराब का माफ़िया ( दिल्ली में ) और एक महाराष्ट्र का माफ़िया ( मातोश्री , मुम्बई में ) l एक जहर बेचता था और एक जहर उगलता था l एक ने कारोबार के नाम पे काली करतूतों को अंजाम दिया तो दूसरे ने धर्म की आड़ में कुकृत्यों को अमली जामा पहनाया l

आतंक और भय का वातावरण कायम कर के अपने और पारिवारिक हितों को कैसे साधा जाता है और भया-दोहन कर के अपने समृद्ध साम्राज्य की स्थापना कैसे की जाती है इस का बेहतरीन प्रदर्शन किया बाल ठाकरे ने जीवन-पर्यन्त l

बाल ठाकरे और शिव सेना के प्रभाव और आधिपत्य के बावजूद दाऊद इब्राहिम के व्यावसायिक हितों पर मुम्बई या पूरे महाराष्ट्र में कभी कोई आँच नहीं आयी l इस से एक संशय की स्थिति उत्त्पन होती है कि कहीं दोनों में कोई गँठजोड़ तो नहीं था….?? ऐसे संकेत पूर्व में अनेक बार मीडिया के माध्यमों के द्वारा दिए जा चुके हैं l

विरोधाभासी, अजीबो-गरीब और माफ़िया सरदारों वाला व्यक्तित्व था बाल ठाकरे का l शिव सेना से अलग होने वालों की हत्याओं का आरोप (किन्नी हत्या-कांड इस का चर्चित उदाहरण है ) , शिव सेना छोड़ने के बाद छग्गन भुजबल पर जानलेवा हमलों के सूत्रधार l गुलाम अली से परहेज लेकिन माईकल जैक्सन के फ़ूहड़ और अभद्र नृत्य के कायल.l वेलेन्टाईन डे जैसे अवसरों से परहेज और इस तरह के मौकों पर प्रेमी-युगलों पर हिंसक हमलों का आदेश लेकिन खुद पाश्चात्य जीवन शैली के शौकीन ( फ़्रेंच वाईन और बीयर पीने के शौक का खुलेआम दंभ ) l

दूसरों के लिए आदर्श और नैतिकता के माप-दण्डों का निर्धारण लेकिन खुद सार्वजनिक रूप से धूम्रपान l महिलाओं के पश्चिमी पहनावे और जीवन शैली के विरोधी परन्तु खुद की बहु स्मिता ठाकरे की लाईफ़-स्टाईल के प्रशंसक l पाकिस्तानियों से परहेज लेकिन दाऊद इब्राहिम के समधी जावेद मियाँदाद से अपनापन l राष्ट्र-प्रेम की बात लेकिन राष्ट्र-द्रोह के आरोपी ( टाडा और मुम्बई बम काँड के आरोपी ) अभिनेता अभिनेता संजय दत्त की मदद l खेलों से प्रेम की बात लेकिन क्रिकेट की पीच खोदने के आदेश और राष्ट्र-गौरव सचिन तेन्दुलकर को धमकी l मराठी मानुष और मुम्बईकर की भलाई के खोखले वादे लेकिन मुम्बई में सेंचुरी मिल के हजारों करोड़ की जमीन का कौड़ियों के भाव में स्वामित्व l देश को दिशा-निर्देश लेकिन खुद के जीवन-काल में दिशाहीन और निरर्थक राजनीति l

कलाकार होने ( कार्टूनिस्ट) का दावा लेकिन बॉलीवुड के कलाकारों का भया-दोहन l राजनैतिक शुचिता की बात लेकिन उद्योगपतियों को भयभीत कर निजी-स्वार्थ सिद्धि l पत्रकारिता के माध्यम से सार्वजनिक जीवन की शुरुआत लेकिन प्रिंट और इलेक्ट्राॅनिक मीडिया पर हुए अनेकों हमलों के रणनीतिकार और कारक l परिवारवाद की राजनीति का विरोध लेकिन खुद पुत्र-मोह में गिरफ़्तार l इस्लामिक कट्टरपंथ और आंतकवाद का विरोध लेकिन खुद उन्माद और हिंसा के पुरोधा l राष्ट्र की अक्षुण्णता और अखंडता की वकालत लेकिन क्षेत्रवाद और भाषावाद के हिमायती l

शायद इतना पर्याप्त है इनके ” चरित्र-चित्रण ” के लिए !!!…

आलोक कुमार , चित्रगुप्त नगर, कँकड़बाग , पटना.
सम्पर्क ः- alokkumar.shivaventures@gmail.com

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