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अगर तुम न होते ?………..

उलझन ! मेरे दिल की ....
उलझन ! मेरे दिल की ....
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उनका न होना , उनके होने से अच्छा था !
उनको खोन ,,उनके पाने से अच्छा था !
जिन्दगी युही जी रहे थे हम ,
उनका जाना , उनके आने से अच्छा था !
नाराज अब मेरा दिल है ,की वो है ?
उनका न बताना बताने से अच्छा था .
मिलते रहे मेरे अपने हो जेसे ,
उनका अनजानापन उनके अपनेपन से अच्छा था !
कभी मिल जाये तो पूछ लूँगा ,
मेरा चुप सही था की प्यार अच्छा था

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