चीन में भी लड़कियों की कमी
बीजिंग । चीन में भी लड़कों के फेर में पड़कर मादा भ्रूण को खत्म कराने के प्रचलन का दुष्प्रभाव अब देखने को मिल रहा है। यहां के कुछ शहरों में लड़कियों की संख्या जबर्दस्त तरीके से कम हो गई है। सरकारी संवाद समिति शिन्हुआ ने बताया कि देश भर में इस समय सौ लड़कियों पर 119 लड़के हैं। राजधानी बीजिंग में भी यह समस्या धीरे-धीरे विकराल होती जा रही है। इसका कारण पारंपरिक रूप से लड़कों की चाहत और केवल एक ही संतान पैदा करने की सरकारी नीति बताई जा रही है। भ्रूण के लिंग का पता लगाने और मादा भ्रूण को खत्म करने के लिए भावी माता-पिता किसी भी सूरत में अल्ट्रासाउंड कराते हैं जबकि चीन में यह कानूनन अपराध है। शोधकर्ताओं ने आगाह किया है कि इन प्रचलनों से लिंग अनुपात बुरी तरह गड़बड़ा जाएगा और एक समय ऐसा भी आएगा जब लाखों पुरुष विवाह से वंचित रह जाएंगे। ऐसी सूरत में असामाजिक और हिंसक घटनाओं में इजाफा होगा । चीन में सबसे बुरा हाल जियांग्सू प्रांत के लियानयुनगांग में है। वहां सौ लड़कियों पर 136 लड़के हैं। इसका अर्थ है कि यहां आठ लड़कों पर पांच लड़कियां हैं। आगे जाकर बड़ी संख्या में लड़कों को कुंवारा रहना पड़ सकता है ।
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