बाढ़ से बहता जीवन
आजकल बारिश ज्यादा होने से जनजीवन बहुत बुरी तरह से प्रभावित हुआ है,कई राज्यो मे हालात बहुत बुरे हो गए है, लोगो के पैरो से लेकर गर्दन तक पानी आ गया है,लेकिन फिर भी मजबुरीवश उन्हे उसी पानी मे चल कर अपना जीवन व्यतीत करना पड़ रहा है|
हर बार इस बरसात के मौसम मे लगभग सब जगह ये हालात देखने को मिलते है,इसमे कोई बदलाव नहीं किया गया सरकारे आयी भी और गयी भी, हालात ज्यो के त्यो बने हुए है|
वैसे तो हमारी धरती पर दिन प्रतिदिन पानी की कमी होती जा रही है| हर रोज़ न्यूज़ पेपर मे पानी की कमी के बारे मे पढ़ने को मिलता है,एक तरफ पानी की कमी ओर एक तरफ पानी से इतना हाहाकार,
फिर ये बाढ़ की स्थिति क्यो बन रही है| बरसात के पानी को इकट्टा क्यो नहीं किया जा रहा है| सरकारे इस तरफ ध्यान क्यो नहीं दे रही है| जिससे की दोनों समस्याओ का समाधान हो जायेगा, बरसात का पानी इकट्टा करने के लिए सभी राज्यो को किसी सिस्टम के तहत अगर पानी को जमीन मे पहुंचा दिया जाये तो बाढ़ जैसी गंभीर समस्या से छुटकारा मिला जाएगा व आने वाले समय मे होने वाले जल संकट से निजात भी मिल जायेगी|
अंजलि रूहेला
अम्बैहटा पीर
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