- 26 Posts
- 50 Comments
राहुल गांधी गैरजिम्मेदाराना हरकतें प्रदर्शित कर रहे है!!
19 अप्रैल का सिर्फ दिल्लीवासी ही नहीं…पूरा देश इंतज़ार कर रहा है!..श्री राहुल गांधी इस समय जहाँ भी है, रामलीला मैदान में अवतरित होने वाले है!इस दिन कॉंग्रेस पार्टी द्वारा किसान रेली का आयोजन किया गया है!…किसानों की समस्याओं को इस रेली के दौरान पब्लिक और सरकार के सामने रखा जाएगा!इस रेली में कॉंग्रेस की तरफ से यह मुद्दा उठाया जाएगा कि, भूमिअधिग्रहण के बदले में पूरा मुआवजा सरकार की तरफ से किसानों को नहीं दिया गया!…पर्यावरण दूषित होने के कारण बारिश, ठंड और ओले की मार की वजह से किसानों की फसलें खराब हो गई!…इसकी नुकसान भरपाई की मांग का मुद्दा भी उठाया जाएगा!..किसानों से संबंधित और भी कई मुद्दे उठाए जाएंगे!…और भी कई मुद्दे है, जिन पर सरकार को घेरने की पूर्ण तैयारी की गई है! कॉंग्रेस पार्टी की लोकसभा चुनाव में करारी हार हो गई, लेकिन पार्टी सक्रियता बरकरार रखे हुए है!बी.जे.पी. को प्रचुर मात्रा में बहुमत मिला सरकार बनाने का अवसर भी मिला..लेकिन कॉंग्रेस को मजबूत विरोध पक्ष बनकर सामने आने का मौक़ा भी नहीं मिला!अन्य राजकीय पार्टियों का भी यही हाल रहा!
…कॉंग्रेस एक पुरानी राजकीय पार्टी है…इसका गठन देश को आजादी मिलने से पहले हुआ था!..देश को ब्रिटिश शासन से आजादी दिलवाने में कॉंग्रेस के उस समय के नेताओं का बहुत बड़ा योगदान था!…महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरु, सरदार पटेल,भगतसिह और अन्य महान नेताओं को कौन नहीं जानता?..कॉंग्रेस पार्टी इन्ही महान देशभक्त नेताओं की वजह से ऊपर उठी..और देश पर शासन करती रही!…श्री जवाहरलाल नेहरु भारत के पहले प्रधान मंत्री बने!…उसके बाद नेहरू परिवारका राजनीति से रिश्ता कायम बनता गया और देश का नाम ऊँचा होता गया!…श्रीमती इंदिरा गांधी और राजीव गांधी, नेहरू परिवार के सदस्य थे!..कॉंग्रेस पार्टी के मजबूत खंबे थे…लेकिन इस दरमियान अन्य पार्टियों का उदय भी हुआ!..अन्य पार्टियों में भी तन, मन और धन से देश की सेवा करने वाले योग्य व्यक्ति दृष्टी गोचर होने लगे!..कॉंग्रेस पार्टी में कुछ ऐसे व्यक्ति शामिल हो गए जो निजी स्वार्थ से प्रेरित थे!..उन्होंने पार्टी के हित को नुकसान पहुंचाया!..परिणाम स्वरूप पार्टी का विभाजन हो गया!…बाद में कॉंग्रेस एक बार फिर संभल गई और गाधी परिवार के नेतृत्व ने देश के शासन की डोर हथिया ली!
…लेकिन इंदिरा गांधी के पुत्र राजीव गांधी के देहांत के बाद पार्टी फिर एक बार जनता द्वारा नाकारी गई!..कॉंग्रेस पार्टी के अध्यक्षपद पर श्री राजीव गांधी की पत्नी श्रीमती सोनिया गांधी को नियुक्त किया गया!..सोनिया जी ने पदभार बखूबी संभाला!…लेकिन जनता का झुकाव इस बार के चुनावों में बी.जे.पी की तरफ रहा कॉंग्रेस को करारी हार का सामना करना पड़ा!..सोनिया गांधी के पुत्र श्री राहुल गांधी भी राजनीति में सक्रीय थे…बेशक है … वे अमेठी से चुनाव जीत कर संसद सदस्य बने ! कॉंग्रेस के उपाध्यक्ष भी है!…लेकिन अभी कुछ समय से वे जनता से दूरी बनाए हुए है!…यहाँ तक कि उनकी स्वयं की पार्टी के नेता और कार्यकर्ता भी नहीं जानते कि वे कहाँ रह रहे है!…ऐसे में जाहिर है कि पार्टी की छबी और ज्यादा धूमिल हो गई है!…जब कि सोनिया गांधी और पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेता श्री राहुल गाधी को पार्टी का अध्यक्षपद सोंपने की तयारी कर चुके है!
…ऐसे में कई सवाल मुंह बाए खड़े दिखाई दे रहे है!…मुख्यत: दो सवाल उभरकर सामने आ रहे है! प्रथम सवाल तो यह कि राहुल गांधी, जो इतने समय से अपने आप को छिपाए हुए है…क्या 19 अप्रैल को वाकई जनता के सामने निश्चित रूप से आ सकतें है?..दूसरा सवाल यह कि कॉंग्रेस पार्टी उन पर कितना भरोसा कर सकती है!…उन्हें अध्यक्ष बनाएं जाने पर क्या वे इस पद की गरिमा बनाएँ रखेंगे?…पार्टी का कामकाज छोड़ कर अचानक से छुट्टी पर जाना उनकी आदत में शामिल है….इसका परिचय वे दे चुके है!…
राजनीति में शासन करने वाली प्रमुख पार्टी के सामने विपक्ष का मजबूत होना भी बहुत मायने रखता है!…जब कॉंग्रेस पार्टी का शासन रहा…उस समय बी.जे.पी एक मजबूत विपक्ष की भूमिका बखूबी निभाती रही!…और अब कॉंग्रेस की बारी है कि मजबूत विपक्ष बन कर अपनी शक्ति का प्रदर्शन करें!..सोनिया गांधी ने ह्म्मेशा अपनी जिम्मेदारी बखूबी निभाई है! यहाँ हम उनके द्वारा की गलतियों की चर्चा नहीं कर रहे!उनकी जो कॉंग्रेस पार्टी की प्रति की निष्ठा है, उस पर सरासरी नजर डाल रहे है!,…यह सब देखते हुए लगता है सोनिया गांधी ही कॉंग्रेस के अध्यक्षपद के लिए योग्य व्यक्ति है!…राहुल गांधी को चाहिए कि पहले अपने आप को पार्टी का भरोसेमन्द सिपाही साबित कर के दिखाए..तभी भविष्य में उन्हें अध्यक्ष पद का भार सोपने के बारे में कॉंग्रेस पार्टी विचार कर सकती है!
डॉ.अरुणा कपूर.
Read Comments