- 38 Posts
- 35 Comments
दिल्ली विधानसभा चुनाव मेँ जनता ने भले ही किसी दल को पूर्ण बहुमत न दिया हो ,पर 8 दिसम्बर को आये चुनावी नतीजोँ मेँ राजनीति के प्रचलित और परम्परागत तौर तरीकोँ मेँ बदलाव के जनादेश को साफ साफ देखा पढ़ा और सुना जा सकता है ।
दिल्ली वि.स. चुनाव के नतीजे यह दर्शाते हैं कि जनता राजनीति के वर्तमान तौर तरीको से नाखुश है ,और भाई भतीजावाद ,राजनीति के अपराधीकरण ,राजनेताओँ के दोहरे चरित्र ,जाति ,धर्म और वंशवाद की राजनीति से ऊब चुकी है और राजनीति के इस कलंक से छुटकारा पाना चाहती है ।आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविँद केजरीवाल ही जनता के मन ,मिजाज को भाँपने मेँ कामयाब रहे ।उन्होनेँ अपने प्रत्याशी चयन मेँ विशेष सावधानी बरती ,और धन .बल जाति धर्म की राजनीति को दरकिनार करते हुए बेहद साफ सुथरे और योग्य लोगोँ को दिल्ली वि.स. चुनावका टिकट दिया । जिसके परिणामस्वरुप दिल्ली की जनता ने उन्हेँ 28 सीटेँ देकर दिल्ली वि.स.मेँ दूसरे नंबर की ताकत बना दिया ।यह किसी ने कल्पना भी नहीँ की थी कि 1 साल पुरानी पार्टी बिना धन बल की मदद लिए देश की राजधानी मेँ एक मजबूत ताकत बन कर उभरेगी और देश के प्रतिष्ठित राजनीतिक दल ,व राजनीति के सिकंदर कहे जाने वाले कद्दावर राजनेता आम आदमी पार्टी के नौसिखियेँ उम्मीदवारोँ से परास्त हो जायेँगे ।आप की इस जीत का कारण आप का आम आदमी से जुड़ना था वहीँ देश के अन्य राजनीतिक दलोँ की हार का कारण अपनी परम्परागत राजनीति मेँ बदलाव न कर पाना था ।दूसरी तरफ
दिल्ली मेँ सरकार बनाने जा रहे केजरीवाल और उनकी टीम ने सुरक्षा लेने से इन्कार कर दिया ,और प्रत्येक मुद्दे पर जनता के बीच जाकर जनता की राय ले रहे हैं वह अन्य दलोँ के लिए एक उदाहरण हैँ तथा भारतीय लोकतंत्र के लिए शुभ संकेत है ।
आज आप के दिल्ली विजय की गूँज पूरे देश मेँ सुनाई दे रहीँ है ।सम्पूर्ण देश मेँ जिस प्रकार से आप को प्रत्येक वर्ग खासकर युवाओँ का व्यापक समर्थन मिल रहा है और स्वच्छ छवि के लोग पार्टी से भारी संख्या मेँ जुट रहेँ हैँ उससे राष्ट्रीय दलोँ के अलावा जाति धर्म की परंपरागत राजनीति करने वाले क्षेत्रीय दलोँ को भी अपनी राजनीति मेँ परिवर्तन करने को मजबूर होना पड़ा है ।जो भारतीय राजनीति मेँ हो रहे बदलाव का द्योतक है ।
यदि केजरीवाल और उनकी टीम सम्पूर्ण देश की राजनीति मेँ बदलाव करना चाहते है तो उन्हेँ दिल्ली मेँ एक स्वच्छ व बेदाग सरकार देनी चाहिए तथा जनता से अपने किए वादोँ को पूरा करना चाहिए क्योँकि इस समय सम्पूर्ण देश की निगाह दिल्ली और आप पर टिकी हुई है ।यदि आप दिल्ली के इस इम्तिहान मेँ सफल होती है तभी वह भारतीय राजनीति मेँ अपने बदलाव के उद्देश्य मेँ सफल हो पायेगी ।
Read Comments