Menu
blogid : 13187 postid : 847807

रुबाई

Man ki laharen
Man ki laharen
  • 593 Posts
  • 120 Comments

रुबाई
*******
आँख देखे सामने का कण सकल सब साथ साथ
मोह होते शुद्र से ……होते विकल जन साथ साथ
आँख चाहे उस तरह से देखना ………..भूले सभी
देख पाए बुद्ध ही…..निरबुध सभी हम साथ साथ
– अरुण

Read Comments

    Post a comment

    Leave a Reply