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पश्चिमी देश भारतवर्ष को एक बलात्कारी देश का नाम दे रहे हैं

aarthik asmanta ke khilaf ek aawaj
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कल मैं बीबीसी लन्दन के हिंदी प्रसारण में समाचार सुन रहा था ख़बरों में यह कहा जा रहा था की आजकल अपने देश भारतवर्ष में आये दिन बलात्कार की घटनाएं जो हो रहीं हैं और ऐसी घटनाएँ विदेशी महिला सैलानियों के साथ भी घट रहीं हैं हमें लगता है पिछले ९-१० सालों में बीसियों घटनाएँ बलात्कार की हुयी होंगी और मेरी समझ से ऐसी घटनाओं से अपने देश का नाम अंतर्राष्ट्रीय समाज में बदनाम होता है और मुझे लगता है अपने देश के नेता एवं मंत्री भी इस तथ्य से इत्तेफाक रखते होंगे, क्या? अपने देश की पुलिस ,सुरक्षा एजेंसियां इस बदनामी से वाकिफ नहीं हैं अब जब पश्चिमी देश इस तरह से खुले आम घोषणा कर रहे हैं की भारत में सैलानी महफूज नहीं और वे यहाँ आने वाले महिला सैलानियों को आगाह करने लगे हैं की भारत में जा रहे हो सावधान रहना क्या इससे अपने देश की इज्जत पर बट्टा नहीं लगता है ? इस विषय को गंभीर विषय मानकर सरकार को(बलात्कार ) जैसी घटनाओं पर तुरंत रोक कैसे लगे? और दोषियों को फ़ास्ट ट्रैक कोर्ट के माध्यम से जल्द सजा दिलाने का प्रावधान सुनिश्चित हो, तभी बाहर के विदेशी टूरिस्ट भारत का रुख करेंगे वर्ना वे घुमने फिरने के लिए किसी और देश को चुनेगे और अपने देश का टूरिज्म का ब्यापार ख़तम हो जायेगा सबको पता है टूरिज्म से हमारे देश का बहुत बड़ा ब्यापार है और इस ब्यापार से हमारे देश के लाखों yuva jude हैं unki रोजी रोटी इसी दम पर चलती है अपने देश के कारोबार का एक बहुत बड़ा हिस्सा टूरिज्म भी है और इस पर हमला यूँ हो रहा है अगर अपने देश में आने वाले मुसाफिरों को इस तरह से परेशान किया jata rahega फिर कैसे अपना टूरिज्म का ब्यवसाय बच पायेगा पहले ही अपने देश में बेरोजगारी चरम सीमा पर है ऐसे में एक फलता फूलता ब्यवसाय यूँ तबाह हो जाये, क्या इस पर सरकार का ध्यान नहीं जाना चाहिए? मेरी राय में इस विषय को गंभीरता से लेने की आवश्यकता सरकार को समझना चाहिए और आने वाले विदेशी सैलानियों की सुरक्च्क्षा के लिए अलग पुलिस ब्यवस्था के बारे में सोचना चाहिए जैसा पश्चिमी देशों में होता है और ऐसा सुझाव भी उन्होंने दिया है एक तरफ तो हम “अतिथि देवो भवः” कहते हैं और दूसरी तरफ अतिथियों के साथ इस तरह का अमानवीय ब्यवहार करते हैं अभी ताजा घटना आगरे की है जिसमें होटल मालिक ही विदेशी महिला के साथ बलात्कार करने का प्रयास कर रहा था अब तक तो टैक्सी ड्राईवर या एजेंट जैसे छोटे तबके के लोग ऐसी घटनाओं में लिप्त पाए जाते थे पर जब होटल का मालिक जिसका एक समाज स्टेटस है स्तर है वह भी ऐसे घिनौने कृत्य करता है फिर जरुर सोचने वाली बात है की हम किस हद तक गिरते जा रहे हैं और हम अपनी सांस्कृतिक धरोहर को सम्हालने में कितने बिफल साबित हुए हैं यह देश दुनिया में आध्यात्म के लिए प्रसिद्ध रहा है और अभी भी ऐसी संस्थाएं अच्छा काम कर रही हैं अपना देश जगत गुरु भी कहलाता है और जगत गुरु शंकराचार्य इसी देश में बिराजमान हैं पर अपने देश की घटिया राजनीती उसको भगवा वाद की संज्ञा देता है और सांप्रदायिक कहता है एक बार राजीनीतिक पार्टियों को सेकुलर शब्द का ठीक से विवेचना करने की जरुरत भी आज है केवल अल्पसंख्यक समुदाय की हिमायत करना और बहुसंख्यक को साम्प्रदयिक कहना कही से सेकुलरिज्म की परिभाषा नहीं हो सकती और ऐसा अपने संविधान में भी कही नहीं लिखा गया होगा अतः मैं यह अपने नेताओं अपनी सरकार सभी से अनुरोध करूँगा की अपने देश को ऐसी बदनामी से बचाएं और बलात्कारियों को सख्त सजा दें ताकि अपना देश बलात्कारी देश कहलाने से बच जाए

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