ये लोकपाल है किसका और कौन बनाये इसको, चौराहे पर बहस छिड़ी है, सोई अब सरकार उठी.
कवियों ने संचालन थामा,अखवारों ने धार धरी, लोहे की दीवार कटेगी , कागज की तलवार उठी..!!
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