ashwini j
- 14 Posts
- 2 Comments
१७ जून के ब्लॉग में मैंने चर्चा की थी कि घरेलू हिंसा का एक महत्व पूर्ण अंग जो कि दिखता नहीं है परन्तु सबसे ज्यादा प्रभावित करता है , वो है मानसिक हिंसा .
इस हिंसा से बचने के लिए परिवार के सभी सदस्यों को साथ बैठ कर अपने समस्यायों को सामने रख कर पूरी ईमानदारी से उसके निस्तारण का प्रयास करना चाहिए . इस काम में जितना भी समय लगे उसको निवेश मान कर उसका पूरा सदुपयोग करते हुए अपनी शिकायतों को समाप्त लेना चाहिए .
एक बार मानसिक शांति स्थापित हो जाने के बाद परिवार के सब कार्य सफलता पूर्वक होते जाते है और सामाजिक प्रतिष्ठा भी बढ़ती है .
इसलिए मेरा सभी पाठकों से अनुरोध है कि समाज में शांति व्यवस्था बनाये रखने के लिए हमें अपने अपने घरों में ही शांति स्थापित करनी होगी और उससे भी पहले अपने मस्तिष्क में .
धन्यवाद
Read Comments