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हथेली की रेखाएं आपको राजा भी बनाती हैं भिखारी भी !!

ज्योतिष जिज्ञासा
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भगवान श्रीकृष्ण ने गीता में कहा है कर्म करों फल की चिंता मत करों। कर्मों से ही हमारा भाग्य बनता है और कर्म हाथों से किए जाते हैं। इसी वजह से हमारे अच्छे-बुरे कार्यों के आधार पर ही हाथों में रेखाओं बनती और बिगड़ती हैं। इन्हीं रेखाओं के साथ ही कुछ खास निशान भी होते हैं। हथेली में बनने वाले खास निशान व्यक्ति की किस्मत चमकने के इशारे देते हैं। यहां जानिए ऐसे एक खास निशान से जुड़ी खास जानकारियां जो व्यक्ति को राजा के जैसे सुख दिलाती हैं।


भगवान श्रीकृष्ण ने गीता में कहा है कर्म करों फल की चिंता मत करों। कर्मों से ही हमारा भाग्य बनता है और कर्म हाथों से किए जाते हैं। इसी वजह से हमारे अच्छे-बुरे कार्यों के आधार पर ही हाथों में रेखाओं बनती और बिगड़ती हैं। इन्हीं रेखाओं के साथ ही कुछ खास निशान भी होते हैं।हथेली में बनने वाले खास निशान व्यक्ति की किस्मत चमकने के इशारे देते हैं। यहां जानिए ऐसे एक खास निशान से जुड़ी खास जानकारियां जो व्यक्ति को राजा के जैसे सुख दिलाती हैं।


काफी लोगों की हथेली में अलग-अलग निशान या चिन्ह भी बने होते हैं। ज्योतिष के अनुसार कुछ चिन्ह शुभ और कुछ अशुभ फल देने वाले होते हैं। शुभ चिह्नों में से एक है त्रिशूल का चिह्न। त्रिशूल का संबंध भगवान शिव से है। इसी वजह से यह पवित्र चिन्ह माना जाता है। जिस व्यक्ति के हाथ में ऐसा चिन्ह होता है वह बहुत ही भाग्यशाली और सभी सुखों को प्राप्त करने वाला होता है। हथेली में अलग-अलग हिस्सों पर त्रिशूल का अलग-अलग फल प्राप्त होता है।


यदि हृदय रेखा गुरु पर्वत (इंडेक्स फिंगर के नीचे) तक जा रही हो और अंत में त्रिशूल का चिन्ह बना हो तो उस व्यक्ति को राजयोग रहता है। उसे जीवन में किसी सुख की कमी नहीं रहती है। यदि भाग्य रेखा के अंत में त्रिशूल का चिन्ह बना हो और उसकी शाखाएं गुरु पर्वत, शनि पर्वत और सूर्य पर्वत की ओर जाती हो तो यह भी राजयोग ही है।

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