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अखिल भारतीय महान भ्रष्टाचारी पुरूस्कार समारोह

Achche Din Aane Wale Hain
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आखिर जब हर क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए “पुरूस्कार वितरण समारोह ” हो सकते हैं,तो भ्रष्टाचारियों के साथ अन्याय कैसा क्या उन्होंने कोई उल्लेखनीय कार्य नहीं किया? क्या उनका देश के विकास और अर्थव्यवस्था में कोई योगदान नहीं ? क्या भ्रष्टाचार करने में उर्जा खर्च नहीं होती? दिमाग नहीं खपाना पड़ता ? और आखिर भ्रष्टाचार का सौभाग्य प्राप्त करने के लिए कोई जातां नहीं करना पड़ता ? इस पद पर पहुँचने में क्या पूरा जीवन नहीं खप गया ? क्या भ्रष्टाचार अन्य के लिए अवसर पैदा नहीं करता ? क्या इनके कार्य से सरकारें नहीं हिल जाती? सो लखनऊ में इन लोगों की मांग के आगे नममस्तक हो,”अखिल भारतीय महान भ्रष्टाचारी पुरूस्कार समारोह २०१०” का भव्य आयोजन कर भ्रष्टाचार के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्यों के लिए पुरुस्कारों का वितरण किया गया….आँखों देख हाल प्रस्तुत है,इस समारोह का गोमती तट पर विशाल आयोजन “ओपन एयर पंडाल” लेज़र की चकाचौंध से जगमगा रहा है.आयोजन स्थल पर वाहन लेजाने की सुविधा दी गयी है,तीन हेलीपैड हवाई-जहाज़ से आयोजन में शामिल होने वाले प्रतिभागियों के उतरने के लिए बनाए गए हैं,आयोजन स्थल से १० कि.मी. परिधि के सभी रोड “विशेष प्लास्टिक” से बनाए गए हैं,चेयर -लीडर्स आयात की गयीं हैं

आयोजन के मुख्य अतिथि “नरसिम्हा राव ” और चीफ-गैस्ट “लालू यादव” शीर्षासन मुद्रा में भव्य मंच पर विराजमान हैं,लालू के अनुरोध पर,ये विश्व का प्रथम समारोह है,जहां चीफ-गैस्ट और मुख्य अतिथि दोनों की व्यवस्था है……नरसिम्हा का कहना है कि मुख्य अतिथि भारतीयता का प्रतीक है,और चीफ-गैस्ट समारोह का अंतर्राष्ट्रीय स्वरुप दर्शाता है,……..राखी सावंत को उदघोषक का कार्य सौंपा गया है,सो कीमती आयातित “पूर्ण पारदर्शी परिधान” में हैं,उनका कहना है कि वे प्रकृति की घोर उपासक हैं,सो वो उसी रूप में कार्यक्रम में हिस्सा लेना चाहती थी,जिस रूप में वे पैदा हुईं थीं……अर्थात मादर-जात नंगी पर आयोजकों ने उन्हें विवादों से बचाने के लिए कपड़ों के नाम पर ये पारदर्शी सूट पहनने पर मजबूर करदिया,आयोजकों का कहना है,ये व्यवस्था ऐसी है कि…. “सांप भी मर जाए,लाठी भी ना टूटे”…………..अर्थात राखी की इच्छा के अनुरूप वे “मादर जात नंगी” भी हैं,और समाज को कहने के लिए कपडे भी पहनें हैं,ये और बात है कि ये कपडे इमानदार आदमी को दिखाई नहीं देते. दर्शकों की और से कार्यक्रम में हो-हल्ला ,बिना बात के हंसी के ठहाके,कमेन्ट वाजी, सीटियाँ बजाने के लिए भी विशेष व्यवस्था के तहत- सिद्दू,शेखर सुमन,राजू श्रीवास्तव,जानी लीवर आदि को “ब्रांड एम्बेसडर” बनाया गया है. वर्ष का सर्वश्रेष्ठ “महा-भ्रष्टाचारी” पुरूस्कार ——————————————- सुरेश कलमाड़ी को ये पुरूस्कार,कामन वैल्थ गेम में उनके भ्रष्टाचार सम्बन्धी सराहनीय कार्यों के लिए दिया गया,पुरूस्कार के रूप में आगामी “ओलम्पिक गेम” के आयोजन की व्यवस्था संभालने का काम उन्हें सौंपा गया,साथ ही ट्राफी के रूप में “एक जोड़ी वुडलैंड जूता” उन्हें दिया गया.

महा-भ्रष्टाचारी लाइफ टाइम अचीवमेंट पुरूस्कार २०१०

——————————————————— ये पुरूस्कार उनके “बिहार चारा घोटाला” जैसे उल्लेखनीय कार्य के साथ-साथ उनके अब तक के सतत भ्रष्टाचार कार्यों को देखते हुए “रावडी देवी” सहित सम्मिलित रूप से दिया गया,पुरूस्कार स्वरुप उन्हें “नवसृजित देश के पशुपालन और कृषि विकास विभाग” का दायित्व वर्ष २०५० तक के लिए सौंपा गया,साथ ही “एक दर्जन मिटटी के कुल्लड” ट्राफी के रूप में दिए गए.

सदी का सर्व-श्रेष्ठ महा-भ्रष्टाचारी पुरूस्कार २०१०

————————————————- ये पुरूस्कार “सर्व श्री हर्षद मेहता ” को भ्रष्टाचार के नवीन युग की शुरुआत करने,शेयर और बैंकिंग बाज़ार में भ्रष्टाचार की संभावनाएं खोजने,सांसद खरीद फरोख्त में अपनी सेवायें देने के लिए दिया गया,पुरूस्कार स्वरुप उन्हें असीमित करेंसी घर पर छापने के जीवन-पर्यंत अधिकार दिए गए,और ट्राफी के रूप में “दिल्ली में बंजारा हिल” एस्टेट में भव्य कोठी ट्राफी के रूप में दी गयी.

गाद-फादर आफ भ्रष्टाचार पुरूस्कार २०१०

——————————————– ये पुरूस्कार सम्मिलित रूप से “नटवर लाल,चार्ल्स शोभराज,हाजी मस्तान,डी-कंपनी” को दिया गया,पुरूस्कार के रूप में “एक नाभिकीय पनडुब्बी” प्रत्येक प्रतिभागी को देते हुए,ये आशा जताई गयी कि इस पनडुब्बी से उनके अंतर-राष्ट्रीय अवा-गमन को नया विस्तार मिलेगा,ट्राफी के रूप में “एक मिलियन जाली करेंसी” हर एक विजेता को अलग-अलग डी गयी.

र्यावरण शताव्दी महा-भ्रष्टाचारी पुरूस्कार २कुरूप प०१०

——————————————————— ये पुरूस्कार मृत्यु उपरान्त “महान चन्दन तस्कर वीरप्पन” को उनके “चन्दन विनाश अभियान” के कार्यों को देखते हुए दिया गया,पुरूस्कार स्वरुप उनके वंशजों के देश के सभी बनों में निर्बध्य विचरण,वृक्ष काटने,वन उपज व्यापार करने के आगामी बीस वर्षों के अधिकार,और ट्राफी के रूप में “एक टन अफीम और डोडा” दिया गया.

अन्य पुरुस्कारों का आप खुद अंदाजा लगाकर बताएं,किसे क्या मिला होगा?

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