राणा जी की कलम से
- 48 Posts
- 77 Comments
गुमशुदा की तलाश का एक पत्र है
युवराज का लगा जिसपे चित्र है
……………………………
लिखा है कहाँ गए जल्दी लौट आइये
गंभीर जीवन में थोड़ी ख़ुशी भर जाइये
……………………………
सभी है आजकल गंभीर सभी को उलझन है
कहीं चिंता मौसम की कहीं क्रिकेट की टेंशन है
……………………………
कोई अच्छी फिल्म भी नहीं आ रही है
मनोरंजन की उम्मीद घटती जा रही है
……………………………
लालू नितीश तो आपके बिना खुजला रहे है
अरविंद भी बिना खांसी के काम चला रहे है
……………………………
आपके बिना तो है भाजपा का बुरा हाल
विपक्ष को हटाने का मुद्दा नहीं मिल रहा फ़िलहाल
……………………………
सारे हास्य कवि भी हो रहे है आपके बिना बेकार
ओ हास्य के राजहंस जल्दी से कराओ अपने दीदार
……………………………
अवधेश राणा
Read Comments