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इस ब्लॉग की शुरुआत करते समय मैं आपको एक चेतावनी देना चाहती हूं. मैं जिज्ञासु टाइप की हूं. ऐसे सभी एडवरटाइजमेंट्स जिसमें दुबले रहने, जवान व स्वस्थ दिखने और गोरा बनने के वादे किए जाते हैं उन सभी के प्रति मेरा खिंचाव नैचुरली हो जाता है. मैं इन ऐड्स को बड़े चाव से देखती हूं और खुद से ही कहती हूं कि क्या ऐसा हो सकता है? क्या ये वही जादुई गोलियां हैं जिनका मैं इंतजार कर रही हूं? और यदि ऐसा है तो मुझे पहले किसी ने क्यूं नहीं बताया. व्यर्थ के उपायों पे तमाम पैसे खर्चने के बाद मैंने सोचा है कि मैं अपने एक्सपेरिएंसेज को आप सब से शेयर करूं ताकि आप भी वही गलतियां ना दोहराएं जो कि मैंने की.
सबसे पहले तो मैं अपने गोल्स और अपने बारे में बताना चाहुंगी. मैं इकतालीस साल की हो चुकी हूं और अन्य स्त्रियों की तरह मैं भी अपनी उमर के बारे में झूठ बोलना पसंद करती हूं. बेहतर दिखने के लिए मैं घरेलू नुस्खों की खोज में लगी रहती हूं जो कि आधुनिक कॉस्मेटिक प्रोसीजर से कहीं ज्यादा आसान और प्रभावी होते हैं. मैं इतनी बोल्ड भी नहीं हूं कि किसी भी तरह की कॉस्मेटिक सर्जरी कराऊं लेकिन जैसा कि मैं अपने दोस्तों और फैमिली से कहती हूं कि मैंने इसके लिए कुछ प्लांस तैयार किया है. अपनी उम्र से कम दिखने और सामान्य मेंटेनेंस के लिए मैं हर महीने नियमित रूप से कुछ टिप्स अपनाना पसंद करती हूं और यदि श्रीदेवी और हेमा मालिनी ऐसा कर सकती हैं तो मैं भी क्यूं नहीं कर सकती.
हालांकि मैं फिर से ये बताना चाहुंगी कि जो मैं बताने जा रही हूं वो बहुत आसान और सस्ता तो कतई नहीं है. कुछ टिप्स जो मैं अपनाती हूं उसे बता रही हूं:
कोई भी वस्तु काम करेगी या नहीं करेगी जैसे इश्यू पर इंटरनेट सर्च के दौरान ही मुझे इस ब्लॉग को लिखने के लिए प्रेरणा मिली. मैं सामान्यतः यूजर रिव्यूज देखती हूं चूंकि मैं खुद ही कंपनियों के दावों पे भरोसा नहीं कर पाती. अभी देखिए “ला मर क्रीम” जो मेरे लिए किसी काम का नहीं था और डव शैम्पू तथा कंडीशनर जिसमें ये दावा किया जाता है कि बालों को पहले से बेहतर और जानदार बनाते हैं – क्या वाकई ऐसा होता है.
वेब पर रिसर्च के दौरान मुझे ये लगता है कि यदि किसी प्रॉडक्ट में कुछ सच्चाई है तो मैं उसे ट्राई करूंगी. ध्यान दीजिए, मैं भारत और अमेरिका के बीच अक्सर सफर करती हूं और जब कोई चीज भारत में नहीं मिलती उसे मैं यूएस में खरीदती हूं. अमेजन मेरा फेवरिट हो चुका है क्यूंकि प्रायः मेरे काम की हर चीज यहॉ मिल ही जाती है.
निश्चित रूप से इस समय मैं हेयर फाल के ट्रीटमेंट के लिए नई डव शैम्पू और कंडीशनर ट्राई कर रही हूं जिसे डव थिरैपी कहना चाहिए. 400 मिलीग्राम शैम्पू मुझे 205 रुपए की पड़ी और 90 मिलीग्राम का कंडीशनर लगभग 69 रुपए का मिला. इस थिरैपी से ये उम्मीद की जाती है कि यह रिपेयरिंग सीरम के कारण बालों को मजबूत बनाता है और हेयर फाल को इफेक्टिवली रोकता है.
इसे मैंने लगभग दो सप्ताह तक यूज किया और मुझे खुशी हुई कि इसने मेरे बालों को ज्यादा सॉफ्ट और आसानी से मैनेज करने लायक बना दिया. अगर एडवरटाइजमेंट के दावे की बात की जाए तो छः सप्ताह में मेरे बालों को काफी अच्छी हालत में पहुंच जाना चाहिए. देखते हैं अगले चार सप्ताहों में क्या फर्क आता है.
कम हुआ बालों का झड़ना
मैंने अभी तक इस तरह की ड्रामेटिक इम्प्रूवमेंट नहीं देखी थी. टायोम्फीयर एक ऐसी चीज है जिससे आप आप ऐसा रिस्पॉस पा सकते हैं. भारत में एमू ऑयल(EMU Oil) में भी यही रिस्पॉंस आप पाएंगे. मैंने इसे छः महीने इस्तेमाल किया और मेरे बालों में जादुई परिवर्तन हुआ. अपने अगले ब्लॉग में मैं एमू ऑयल के बारे विस्तार से चर्चा करूंगी.
आप भी इसे इस्तेमाल करके देखें और यह प्रयोग आपके लिए कैसा रहा इसे जरूर बताएं.
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