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खदेरन के पाठशाला (भोजपुरी मान्यता)

BhojpuriRangkarmi
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Khaderan -4

(गाना बाज$ता मोबाइल में, लईका मस्त होके नाचत बारन स-“आरा जिला उखाड़ देला किला” तले मास्टर साहेब के एंट्री)
मास्टर साहेब- बंद कर$ स जाल्दी ना त मार सटहा के सभनी के भाभोर देम… इ इस्कूल ह की नाच घर, कौनो चेकिन वाला आ गइल त हमार नोकरी खा जईबा स… कौना के मोबाइल बा रे?
ढोंढा- मारसयेब इ हमरा चाचा के ह।
मास्टर साहेब- दे एगो कॉल करे के बा, ससुरार बतियावला ढेर दिन हो गइल… (ताले खदेरन लउक जाता) कहाँ रहेला खदेरन बाबू 10 के आइला ना…
खदेरन- मास्सयेब हमरा जवार में राष्ट्रीय भोजपुरी सम्मलेन रहल ह, आ हमहू ओहमे भाग लेले रहनी, ओहिसे ना आईनी… रउवा ना आईनी काहे?
मास्टर साहेब- का रलक… भोजपुरी सम्मेलन, अभिये से टंडइली करे लगला…
खदेरन- मास्सयेब माई भाखा भोजपुरी खातिर जतना लो काम करत बा का उ लोग टंडइली करत बा?
मास्टर साहेब- अभी तहरा न बुझाई तहार पढ़े लिखे आला समय बा जियान मत कर$…
खदेरन- मास्सयेब रउवा जइसन लोग के हमार चाचा खोजेले… कहेले की अइसन लोग के वजह से ही भोजपुरी अपमानित बिया…
मास्टर साहेब- ढेर बहसला त मार के सोझे क देम… का लरी लो जे सरकार त भोजपुरी के दर्जा देवे से मुकर गइल…
खदेरन- ए मास्सयेब त ओस्से का हो जाई, लड़ाई जारी रही, आज ना त बिहान मिली, हमनी हार ना नु मानब स, आ ए मास्सयेब एगो समाचार आउर ना पढनी ह, ढेर जाना फर्जी मासटर लो त्याग देहलस आ जे नइखे त्यागले ओकरा पर कानूनी करवाई होई… अब त अंतिम तारीख भी ख़त्म हो गइल
मास्टर साहेब- (खोंखत) एक गिलास पानी ले आव त ढोंढा, इ त गर्दन सुखानेवाला खबर सुना दिया… बईठो जल्दी

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