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भारत जिन भी लोगों के पास बचत के लिए कुछ पैसे होते हैं वो सबसे पहले बीमा करवाने की कोशिश करते हैं। बीमा करने का उनका उदेश्य किसी जोखिम से निपटने से ज्यादा अच्छी आमदनी प्राप्त करना होता है। बीमा एजेंट भी उन्हें ऐसा ही बताते हैं, और साथ में कहते हैं कि ईश्वर न करें कि आपके साथ कोई हादसा हो गया तो इतना रूपया भी मिलेगा। ऐसे में लोग जीवन बीमा में पैसा लगाना, बैंक की तुलना में ज्यादा फायदेमंद समझते है। चुकि बीमा एजेंट लोगों को ऐसे समझाते है कि यदि आप इतना पैसा फलां साल तक जमा करेंगे तो आपको इतने साल बाद इतना पैसा मिलेगा। एजेंट रकम इतनी ज्यादा बता देते हैं की सामान्यतः व्यक्ति दिवा स्वप्न देखने लगता है और जल्द से जल्द बीमा करवा लेता हैं। कुछ चर्चित बीमा कम्पनियाँ हर बीमा की पहली क़िस्त का लगभग आधा पैसा एक मुस्त कमीसन के तौर पर सम्बंधित बीमा एजेंट को देती हैं। मान लीजिये कि किसी ने 10000 रूपये की सालाना क़िस्त पर पचीस साल के लिए एक जीवन बीमा लिया, जिसका जोखिम कवर लगभग २ लाख का होता है, तो आप की पहली 10000 रूपये की क़िस्त में से 5000 रूपये उस बीमा एजेंट को मिल जायेगा। इसके साथ ही साथ उस बीमा एजेंट को उस बीमा के हर क़िस्त पर एक निर्धारित रकम कमीसन के तौर पर बीम की पूरी अवधि तक मिलती रहती है।चुकि कमीसन की यह रकम बहुत अच्छी होती है अतः बीमा एजेंट भी आपका जीना हराम कर देते हैं जब तक कि आप बीमा नहीं करा लेते।यदि बीमा दो लाख का या आस पास का हो तो प्रधानमंत्री द्वारा चलायी गयी 330 रुपये सालाना की स्कीम के तहत २ लाख का बीमा सबसे बेहतर और आसन विकल्प है। यह भी Term Insurance (टर्म इन्सुरेंस) ही है। यह आपके बैंक से ही हो सकता है चाहे वह प्राइवेट बैंक हो अथवा सरकार द्वारा नियंत्रित बैंक। प्रधान मंत्री जीवन ज्योति जोजना के लिए नीचे दी गयी सारणी देख सकते हैं।
Age at Entry | Min: 18 years (Age last birthday) |
Max: 50 years (Age nearest birthday) | |
Maximum Maturity Age | 55 years (Age nearest birthday) |
Policy Term | One year renewable |
Sum Assured | Rs. 200,000 (Two lakhs only) |
Premium Amounts | Rs. 330 /year |
आमतौर पर लोग जो सामान्य जीवन बीमा खरीदते हैं, उसके बारे में कुछ हकीकत आप को बताना चाहूँगा। मान लीजिए कि आप ने दो लाख की जोखिम कवर का जीवन बीमा लिया है तो उसको क़िस्त लगभग10000 रूपए (दस हजार रुपये) सालाना आयेगी. पालिसी के परिपक्क्व होने पर बीमा कम्पनी नियमतः आपको सात प्रतिशत से ज्यादा मुनाफा नहीं दे सकती। सामान्यतः बीमा कम्पनी पांच प्रतिशत से ज्यादा का मुनाफा नहीं देती हैं। बीमा कम्पनियाँ मुनाफे में अपना जोखिम कवर की रकम भी जोड़ देती है, जैसे यदि आपको पांच लाख का मुनाफा मिलना है तो बीमा कम्पनी आपको केवल तीन लाख रूपए ही देती है, क्यूंकि वो दो लाख का रिस्क कवर भी यह मान कर घटा देते है की दो लाख रुपये भी बीमा कम्पनी का रिस्क पर है। बीमा कम्पनी भी व्यापारिक संस्थाए हैं और वो ज्यादा से ज्यादा मुनाफा कमाने के चक्कर में ही रहती हैं और अभी तक अपने देश में चुकि बहुत बड़ी जनसँख्या अपेछित रूप से जागरूक नहीं थे। अतः लोग सही विकल्प का चनाव नहीं कर पा रहे थे। परन्तु जब से इन्टरनेट की उपलब्धतता लगभग सभी इलाके में पहुँच चुकी है तब से जागरूकता बहुत तेजी से बढ़ रही है और लोग निवेश के लिए बेहतर से बेहतर विकल्प का इस्तेमाल कर रहे हैं।लोगों को जीवन बीमा लेते वक्त दो विकल्प बिलकुल साफ़ तौर पर चुनने चाहिए, कि उनका लक्ष्य क्या है। पैसा कमाना या जोखिम कवर करना। पैसा कामने की कई स्कीम उपलब्ध है। परन्तु यहाँ में केवल जोखिम कवर के बारे में बताना चाहूँगा।
जोखिम कवर के लिए सामान्य जीवन बीमा पालिसी की तुलना में ऑनलाइन टर्म बीमा (online Term Insurance) का चुनाव बेहतर विकल्प है। ऑनलाइन टर्म पालिसी वह पालिसी होती है जो कि केवल जोखिम को कवर करती हैं। यदि किसी बीमित व्यक्ति की किसी भी कारण से मौत हो जाती है तो उसे बीमा की पूरी रकम मिल जाती है जो कि टैक्स से मुक्त रूप से मिलता है। ऑनलाइन टर्म इन्सुरेंस में हर तरह की म्रत्यु को कवर किया जाता है। चाहे वह स्वाभाविक हो, दुर्घटना हो अथवा आत्महत्या ही क्यूँ न हो।आजकल टर्म इन्सुरेंस में भी कई तरह के उत्पाद उपलब्ध हैं।ऑनलाइन टर्म इन्सुरेंस की कुछ मुख्य विशेषताएं यह हैं कि online term insurance की पालिसी में रिस्क कवर बहुत बड़ा होता है, जैसे कि 15 लाख, 20 लाख, 30 लाख, 50 लाख, 1 करोड़, अथवा उससे भी कई गुना ज्यादा। इनकी क़िस्त भी कम ही होती है यह उम्र और जोखिम कवर के अनुसार ही न्रिधारित होती हैं। अलग अलग कम्पनियों के रेट भी अलग होते हैं। जैसे 50 lakh के रिस्क कवर के लिए किसी 25 साल के व्यक्ति का प्रीमियम 4000 रुपये से लेकर 8000 रुपये सालाना तक में हो जाता है। यह रकम अलग अलग बीमा कंपनियों के अनुस्सर भिन्न भिन्न होती है। यह बीमा, किसी भी एजेंट द्वारा नहीं दिया जाता है यह केवल ऑनलाइन ही खरीदा जा सकता है। चुकि इसमें कोई भी बीमा एजेंट शामिल नहीं होता अतः उनका कमीसन भी नहीं होता है इसलिए कोई बीमा एजेंट, आपको ऑनलाइन टर्म insurance की सलाह देता नजर नही आता है। कई बीमा एजेंटों से यदि इसके बारे में बात भी कर लीजिये तो वह ऑनलाइन टर्म इन्सुरेंस की कई बेतुकी कमियां ही बताएगा, जबकि उसकी कम्पनी भी ऑनलाइन टर्म इन्सुरेंस भी प्रदान करती है। कहने का आशय यह है कि ऑनलाइन टर्म इन्सुरेंस लगभग सभी बीमा कम्पनियाँ देती हैं। ऑनलाइन टर्म इन्सुरेंस लेना थोडा कठिन भी होता है क्यूंकि इसके लिए व्यक्ति की इनकम का स्रोत दस्तावेजों के साथ प्रमाणित होना चाहिए। बीमा कम्पनी ही बीमा की उच्यतम राशि का निर्धारण करती है जोकि व्यक्ति के आमदनी के आधार पर निर्भर होता है। Online term insurance की क़िस्त का पैसा कभी वापस नहीं होता अर्थात इसकी कोई भी परिपक्वता लाभ नहीं मिलता। मतलब यदि बीमित व्यक्ति बीमा अवधि ख़त्म होने तक जीवित होता है तो उसे कोई भी पैसा वापस नहीं मिलता। ऑनलाइन टर्म इन्सुरेंस में किसी भी तरह की म्रत्यु को कवर किया जाता है। चाहे वह स्वाभाविक हो, दुर्घटना हो अथवा आत्महत्या ही क्यूँ न हो। जहाँ तक प्रश्न है कि किस बीमा कम्पनी का online term insurance plan खरीदें तो इसका सीधा साधा उत्तर यह है कि भारत में IRDA द्वारा पंजीकृत कोई भी कम्पनी हो चाहे व प्राइवेट कम्पनी हो, सरकारी अथवा अर्ध सरकारी. बस एक चीज का ध्यान रखन होता है की वह IRDA से पंजीकृत है या नहीं।
I. R. D. A. से पंजीकृत होने का अर्थ: भारत में जो भी बीमा कम्पनियाँ हैं उनका IRDA में पंजीकरण अनिवार्य होता है। यदि वो इसमें पंजीक्रत नहीं हैं तो वो देश में गैरकानूनी रूप से ही काम कर रही होंगी। इसलिए सारी कंपनियों पर हम भरोसा कर सकते हैं।सबसे मुख्य बात कि IRDA में शामिल कोई भी कम्पनी लोगों का पैसा लेकर भाग नहीं सकती, कम्पनी कोIRDA में शामिल करने के बाद सारा लेनदेन सरकार के सामने पेश किया जाना अनिवार्य होता है। IRDA में रजिस्टर्ड कम्पनी अपने आप को बिना बताये बेच भी नहीं सकती। वो घाटे में जाने की वजह से भाग या बंद भी नहीं सकती, क्यूंकि यदि घाटा लगा है तो उस कम्पनी को किसी दूसरी कम्पनी को IRDA के हस्तछेप से बेचना पड़ेगा। अतः वो कम्पनी केवल दूसरी कम्पनी में ही विलय कर सकती है बंद नहीं हो सकती। अतः कम्पनी के सभी ग्राहकों का निवेश किया हुआ पैसा सुरछित होता है और उन्हें उनकी पालिसी का पूरा लाभ मिलेगा, चाहे वह कम्पनी हो अथवा उसका विलय किसी दूसरी कम्पनी में हो गया हो। IRDA अपनी सभी पंजीकृत कंपनियों पर पूरा नियंत्रण रखती है। जहाँ तक सवाल है कम्पनी के बंद होने या दिवालिया होने का तो जैसा कि मैंने बताया कि उस कम्पनी को अपने आपको दुसरे में विलय करना पड़ेगा। परन्तु यह बात बताना चाहूँगा कि सभी बीमा कंपनिया बहुत ही ज्यादा लाभ में हैं किसी के पैसे की कोई कमी नहीं है अतः यह संभावना नही है कि कोई कम्पनी दिवालिया हो जाएगी। भारत में IRDA के तहत पंजीक्रत सभी कम्पनियाँ एक जैसी ही हैं, चाहे वह सरकारी मदत से चल रही हो,चाहे बैंक हों (सभी बैंक भी एक तरह से प्राइवेट कम्पनियाँ हैं) अथवा प्राइवेट, किसी में कोई फर्क नहीं है। बहुत सी कम्पनियाँ अपने ब्रांड का दिखावा करके ज्यादा से ज्यादा क़िस्त वसूलती हैं. अतः किसी सस्ती दर में पालिसी बेचने वाली कम्पनी से बीमा खरीदा जा सकता है. Online term insurance लेते समय उस कम्पनी का claim settlement ratio क्लेम सटेल्मेंट रेशिओ का दूसरी कंपनियों के साथ जरूर मिलान करना चाहिये। जिसका यह रेशियो ज्यादा हो उससे ही बीमा पालिसी लेने की कोसिश करनी चाहिए। यह सब कुछ सारी कंपनियों के वेबसाइट पर उपलब्ध होती है। ऑनलाइन टर्म इन्सुरेंस पालिसी के एक गुण के कारण ही ज्यादातर बीमा एजेंट लोगों को गुमराह करने का प्रयत्न करते हैं कि इसमें लगा हुआ पैसा आपको कभी वापस नहीं मिलेगा। परन्तु यदि हम तुलना करें की सामान्य जीवन बीमा से हमारे इनकम का जितना नुकसान होता है, उतने में ही हमें 25 से 30 लाख का जोखिम कवर का जीवन बीमा मिल जायेगा और इसमें हमारा पैसा भी नहीं लगेगा। यह केवल हमारे नुकसान से ही बचा हुआ पैसा है, जससे हमें इतना बड़ा कवर मिल जायेगा। वहीं 25 लाख का जीवन बीमा लेने के लिए सामान्य पालिसी में साल में कम से कम 125000/ (एक लाख पचीस हजार) की सालाना क़िस्त देनी पड़ेगी वह भी पचीस साल तक और उसका मुनाफा भी बैंक के ब्याज से कम ही मिलेगा। परन्तु online term insurance में 25 लाख की बीमा के लिए आपको मात्र 3500 से लेकर 6000 रुपये ही सलाना देना पड़ेगा (जो कि उम्र और आय के अनुसार ही तय होती है)।
यदि आपको पैसा कमाने के उद्देश्य से निवेश (invest) करना है तो जीवन बीमा पालिसी बिलकुल भी अच्छा विकल्प नहीं हो सकता क्यूंकि इससे बेहतर तो बैंक की फिक्स्ड डिपाजिट ही है। जीवन बीमा का उद्देश्य केवल जोखिम के खतरे को ध्यान में रखकर निवेश करना चाहिए, जिसके लिए ऑनलाइन टर्म इन्सुरेंस (online Term Insurance) से बेहतर विकल्प नहीं हो सकता ।
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