- 26 Posts
- 19 Comments
भाई-बहन के प्यार का प्रतीक रक्षाबंधन पर्व आज मनाया जाएगा। रक्षाबंधन के दिन एक विशेष संयोग शुभ आयुष्मान योग बन रहा है, जो संयोग 817 वर्षों बाद आ रहा है। इस योग मेï राखी बांधना अति शुभ रहेगा। जो नाम के अनुसार ही फल देने वाला है। आयुष्मान का अर्थ होता है लंबी आयु प्राप्त हो और इस योग में रक्षा सूत्र बांधने से बहनोï द्वारा भाई की लंबी आयु के लिए की गई कामना पूर्ण होती है। इसीलिए इस पर्व पर आयुष्मान योग पडऩे से इसका महत्व और भी अधिक बढ़ गया है। हालांकि भद्रा के कारण इस अटूट बïधन मेï व्यवधान भी उत्पन्न हो रहा है, लेकिन दोपहर 1:38 के बाद रक्षा भद्रा समाप्त हो जाएगी और रक्षा सूत्र बांधने के लिए समय अच्छा है। भद्राकाल में शुभ कार्य को निषेध माना गया है। यदि अत्यंत आवश्यक हो तो सुबह 10 बजकर 7 मिनट से 11 बजकर 7 मिनट तक 5ाद्रा का पुच्छ काल रहेगा और भद्रा पाताल लोक मेï भद्रा का वास होगा, इस समय भी बहनें भाइयों की कलाई पर रक्षा सूत्र बांध सकती है। रक्षा बंधन त्यौहार के दिन सुबह 1 बजकर 38 मिनट तक भद्रा काल रहेगा। भद्रा काल में शुभ कार्य वर्जित माने गए हैï, लेकिन शास्त्रों में ऐसा भी उल्लेख है कि यदि अति आवश्यक हो तो भद्रा के पुच्छ काल मेï शुभ कार्य किए जा सकते है जिसमे भद्रा का दोष अधिक नही होता। अत: रक्षा बंधन पर्व के दिन सुबह 10 बजकर 7 मिनट से 11 बजकर 7 मिनट तक ही बहने राखी बांध सकती है। विशेष यह है कि रक्षा बंधन पर्व पर शुभ आयुष्मान योग बन रहा है जिस योग में रक्षा सूत्र बांधना अति शुभ रहेगा।
Read Comments