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लालू प्रसाद यादव जब-जब कभी किसी मुश्किल में फंसे उन्हें राबड़ी ने हमेशा सहारा दिया. और इसीलिए जब लालू विभिन्न घोटालों के आरोप में फंसे तो राष्ट्रीय जनता दल से संबद्ध राबड़ी देवी 25 जुलाई 1997 को बिहार की तीसवीं मुख्यमंत्री बनीं. इनका जन्म वर्ष 1959 में हुआ था. मुख्यमंत्री के रूप में उनका पहला कार्यकाल केवल 2 वर्ष का रहा जो 12 फरवरी 1999 को समाप्त हुआ और दूसरी बार उन्होंने मुख्यमंत्री के तौर पर पांच साल का कार्यकाल पूरा किया. वर्ष 2005 के विधानसभा चुनाव में राबड़ी राधोपुर क्षेत्र से निर्वाचित हुई. अभी विधानसभा में वे विपक्ष की नेता हैं. राबड़ी का जन्म श्री शिवप्रसाद चौधरी के घर गोपालगंज जिले में हुआ था. 1973 में उनका विवाह 14 साल की उम्र में ही लालूप्रसाद यादव के साथ हुआ. राबड़ी के दो बेटे और नौ बेटियाँ हैं. बिहार की मुख्यमंत्री रहते हुए उनपर दफ्तर नहीं जाने और विधानसभा में सवालों का जवाब नहीं देने का आरोप लगता रहा.
इस बार भी राष्ट्रीय जनता दल यानी राजद के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री और अपनी पत्नी राबड़ी देवी को बिहार में दो विधानसभा क्षेत्रों से चुनाव लड़ाने का फैसला किया. लालू इसके स्पष्टीकरण में कहते हैं कि “हम दोनों पति-पत्नी बैकडोर से पॉलिटिक्स करने वाले नहीं हैं. सोनपुर और राघोपुर दोनों दियारा क्षेत्र हमारा यानी राजद का है, इसलिए वहां की जनता के अनुरोध पर मैडम दोनों सीटों से चुनाव लड़ने को राज़ी हुई हैं.” पिछले विधानसभा चुनाव में वो राघोपुर से ही चुनी गई थीं.
हालांकि इस बार चुनाव आसान नहीं और लालू का वर्चस्व भी पहले जैसा नहीं रह गया है फिर भी ये देखना दिलचस्प होगा कि इस बार के विधानसभा चुनाव में पति-पत्नी की जोड़ी क्या रंग जमाती है और नीतीश कुमार का कितना सामना कर पाती है.
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