Bimal Raturi
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नारहनेकाठिकाना… भाग्यहैसूनाविराना…
नाखानेकोअन्न…नाखरीदनेकोधन..
क्योंकिवेहैंसिर्फनिचलेतबकेकेलोग…
नासोचनेकोदिमाग..
नादिनभरमांगीभीखकाहिसाब
नापहननेकोलिबाज..
नाअपनेसेकोईइच्छानाखुदसेकोईआस..
होभीक्योँ ?
क्योंकिवेहैंसिर्फनिचलेतबकेकेलोग…
हररातनाहैकोईउजालेकासहारा…
उनझुग्गीझोपडियौंमेंनाहैकिसीप्रकाशकाइशारा…
दिनभरकीभीखकोशराबमेंडुबोदिया…
बीवीबच्चोकोखुदकमानेछोड़दिया….
मुझेकुछभीसहानुभुतिनहीं…
क्योंकिवेहैंसिर्फऔरसिर्फनिचलेतबकेकेलोग…
औरजिंदगीभररहेंगेसिर्फऔरसिर्फनिचलेतबकेकेलोग…
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