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भारत में टिक टॉक बैन हुआ।
कुछ लोग खुश,
तो कुछ को कुछ ज्यादा ही Pain हुआ।।
कुछ ने तालियां बजाया तो कुछ ने हू-हल्ला मचाया,
पर कुछ ने बिन मतलब ही आंसू बहाया।
पर आंसू ना कोई काम आया ,
जिसने असली टैलेंट से जनता कमाया ,
उसे टिक-टॉक बैन होने से कैसा डर भाया।।
वो किसी भी प्लेटफार्म पर आया ,
टैलेंट दिखाया, मचाया और नाम कमाया।।
कलाकार से प्लेटफार्म होता है ,
प्लेटफार्म से कलाकार नहीं।
सिर्फ प्लेटफार्म ही तो बैन हुआ,
कोई तुम्हारा टैलेंट तो नहीं।।
कुछ पैसे और अटेंशन के लिए कुछ भी करते हो ,
और तुम इसे टैलेंट कहते हो।
इससे अच्छा तो अनन्या का स्ट्रगल है ,
कुछ भी बकचोदी करते हो ,
और खुद को इन्फ्लुएंसर कहते हो।।
लड़कियों की अदाए सिर्फ लड़कियों को ही भात।
लड़कियों के जैसे बन के बेहूदी हरकते करते हो ,
तुम्हे शर्म भी नहीं आत।।
और कुछ लड़किया भी ,
फेम के चक्कर में अश्लीलता फैलाती।।
फेमस होने के लिए काम ना करो,
काम करके फेमस होना अच्छा है।
दो दिन के फेम के लिए कुछ भी करते हो ,
लाइफ में स्ट्रगल करके चीज़े हाशिल करो ,
यही मंत्र सबसे सच्चा हैं।।
दुश्मन के ऍप के बैन होने से रोते हो।
आज जवान सीमा पर दिन रात खड़ा हैं ,
इसलिए चैन से सोते हो।।
अपने आंसू से पहले उन शहीदों के परिवारों के आंसू देखे होते ,
तो एक ऍप बैन होने से इतने बेचैन ना होते।।
कुछ तो शर्म करो,अपनी ना सही ,
देश की कदर तो करो।
और क्या लिखू ,
तुम तो पढ़ने वाले नहीं हो ,
अगर पढ़े हो तो शेयर तो करो।।
भले ही मुझे ना, पर इस पोयम को तो फेमस कर।।
– बिनय कुमार दुबे
जय हिन्द,जय महाराष्ट्र,जय भारत।
डिस्कलेमर : उपरोक्त विचारों के लिए लेखक स्वयं उत्तरदायी है। जागरण जंक्शन किसी भी दावे या आंकड़े की पुष्टि नहीं करता है।
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