Parivartan- Ek Lakshya
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शुभ हो धरा को
नूतन वर्ष,
शुभ कामनाओं,
शुभ भावनाओं, भरा हर्ष l
दूर रहे हमसे
बुराइयां, दुर्व्यसन,
ईर्ष्या, द्वेष, प्रहसन |
शारीरिक, बौद्धिक, आत्मिक,
हर स्तर पर,
अपने हिस्से की शुचिता में
आनंदित हो,
हर्षित हों हम i
गुलाब गुच्छ क्यों कहें
उपवन सा
महके विश्व l
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