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इक अजनबी हसीना से मुलाक़ात हो गई
भइया ये डबलमिन्ट का ऐड बड़ा जबरदस्त है। एक लड़का फुटबाल खेलते हुए एक लड़की से मिलता है और उनकी कहानी आगे बढ़ती है। थोड़ी नोंक-झोंक के बाद प्रेम निमन्त्रण स्वीकार हो जाता है। वही देखकर हम भी थोड़ा प्रेरित हो गये। सबसे पहले हमने फुटबाल खेलना शुरू किया। फुटबाल तो अच्छा नहीं खेल पाते लेकिन पैर की कुछ नसें ज़रूर खिंच गयीं। ना जाने कितनी डबलमिन्ट की डिबिया खाकर फेंक दी लेकिन किसी अजनबी हसीना से मुलाक़ात नहीं हुई। ऐसा नहीं है कि किसी हसीना से मुलाक़ात नहीं हुई मगर वो अजनबी नहीं है। अजनबियों की बात ही अलग होती है कम से कम वो आपकी फ़ितरत तो नहीं जानते। अब ये हसीना जिससे हम रोज़ मिलते है ना जाने क्या-क्या अफ़वाहें सुन रखी है पगली ने मेरे बारे में। हालाँकि इसका भी अपना अलग मज़ा है कहते हैं वो बड़ा मशहूर होता है जो लड़कियों में बदनाम होता है। अब ये हसीना जो अजनबी नहीं है इसके चक्कर में क्लास में हमारी अटेन्डेंस अच्छी हो गयी है। अब तो उसकी और डबलमिन्ट की आदत सी हो गयी है। इतने डबलमिन्ट खाने के बाद कोई अजनबी हसीना तो मिली नहीं तो सोचते हैं वही मिल जाये तो अच्छा है।
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