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भारत में बजट (Budget) को लेकर उत्सुकता हर वर्ग में देखने को मिलती है अब वह चाहे आम हो या फिर खास. एक आम आदमी बजट में तो यही देखता है कि सरकार जो बजट लेकर आ रही है उससे रोजमर्रा की चीजों के दाम कहीं बढ़ तो नहीं जाएंगे जबकि बजट के मामले में एक पूंजीपति की निगाहें आमजन से बिलकुल ही जुदा होती हैं. उसकी चिंता इस बात पर होती है कि कहीं सरकार बजट के माध्यम से उसकी प्रॉफिट तो कम नहीं कर रही है.
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क्या है बजट ? (What is budget)
बजट शब्द की उत्पत्ति फ्रांस के एक शब्द बूजेट (Bougette) से हुई है जिसका अर्थ है लेदर का थैला. वैसे अलग-अलग शब्दकोश में बजट की परिभाषा अलग-अलग तरीके से दी गई है. अगर अर्थशास्त्र की भाषा में कहें तो बजट व्यय और राजस्व की एक नियोजित सूची होता है या इसे हम बचत और खर्च की योजना भी कह सकते हैं. सूक्ष्म अर्थशास्त्र में बजट की महत्वपूर्ण अवधारणा होती है जिसके तहत वस्तुओं के उपयोग और उसके व्यापार का वर्णन किया जाता है. अन्य शब्दों में बजट किसी संगठन की मौद्रिक संदर्भ में योजना तय करने की रणनीति की व्याख्या करता है.
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बजट की परिभाषा को और अधिक विस्तार दिया जाए तो….
भारत देश में बजट संविधान के अनुच्छेद 112 के अन्तर्गत संसद में प्रस्तुत किया जाता है. यह सामान्यतः फरवरी महीने में पेश किया जाता है. भारत में बजट (Budget) दो तरह के होते हैं. पहला रेल बजट और दूसरा आम बजट. संसद भवन में रेल बजट को रेल मंत्री जबकि आम बजट को वित्त मंत्री द्वारा प्रस्तुत किया जाता है.
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