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बजट – जनहित का आवश्यक उपादान

अर्थ विमर्श
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budget महंगाई आसमान छू रही है, प्रयासों के बाद मुद्रास्फीति की दर कुछ कम हुई है, लेकिन ऐसा तो कुछ समय से होता आया है. ऐसे में सभी को इंतजार है बजट का. सभी आस लगाए बैठे हैं कि इस वर्ष के बजट में कुछ खास हो ताकि बढ़ती हुई कीमतों से राहत मिल सके.

फरवरी माह आते ही सभी बजट की आस में टकटकी लगाए रहते हैं. सभी के दिमाग में कुछ न कुछ चलता रहता है कि बजट अगर ऐसा होगा तो वह ऐसा करेंगे और कहीं बजट उनकी आशाओं के विपरीत हुआ तो उससे निपटने के लिए सभी के पास ‘बी’ प्लान भी होता है. बहुत से लोग ऐसे होते हैं जिन्हें बजट का ‘क ख ग’ भी नहीं पता रहता लेकिन वह भी इसमें बहुत रूचि लेते हैं. सभी की आशंकाओं को विराम देते हुए आइए जानते हैं क्या होता है बजट.

क्या होता है बजट

बजट एक फ्रेंच शब्द “बूजट” से लिया गया है जिसका अर्थ पर्स होता है. अर्थशास्त्र की भाषा में बजट व्यय और राजस्व की एक नियोजित सूची होता है या इसे हम बचत और खर्च की योजना भी कह सकते हैं.

सूक्ष्म अर्थशास्त्र में बजट की महत्वपूर्ण अवधारणा होती है जिसके तहत वस्तुओं के उपयोग और उसके व्यापार का वर्णन किया जाता है. अन्य शब्दों में बजट किसी संगठन की मौद्रिक संदर्भ में योजना तय करने की रणनीति की व्याख्या करता है.

क्या होता है बजट का प्रयोजन ?

1. बजट के द्वारा राजस्व और व्यय का पूर्वानुमान तय किया जाता है.
2. इसके द्वारा व्यापार की आर्थिक रणनीतियों का एक मॉडल तैयार किया जाता है.
3. बजट के द्वारा व्यापार में पहले से तय किए गए पूर्वानुमान का हासिल किए गए पूर्वानुमान से माप किया जाता है.

बजट का मुख्य प्रयोजन पूर्वानुमान लगाना और रणनीति तय करना होता है.

प्रक्रिया के आधार पर बजटिंग

1. व्यापार शुरू करने का बजट
2. कॉर्पोरेट बजट
3. इवेंट मैनेजमेंट बजट
4. सरकारी बजट
5. व्यक्तिगत या पारिवारिक बजट

बजट के प्रकार

Budget सेल्स या बिक्री बजट : इसके अंतर्गत भविष्य में होने वाली सेल्स का अनुमान लगाया जाता है. यह कंपनी का सेल्स लक्ष्य भी निर्धारित करता है.

उत्पादन बजट : उत्पादन बजट के अंतर्गत कंपनी उत्पादन लक्ष्य का अनुमान लगाती है. यह अनुमान सेल्स बजट को ध्यान में रखकर किया जाता है. उत्पाद बजट के अंतर्गत उत्पाद में संलग्न विभिन्न इकाइयां जैसे श्रम और कच्चे माल का अनुमान भी किया जाता है.

कैश फ्लो बजट: कैश फ्लो बजट के अंतर्गत एक निश्चित अवधि के लिए भविष्य की नकद प्राप्तियों और व्यय का अनुमान लगाया जाता है.

मार्केटिंग बजट: मार्केटिंग बजट में प्रमोशन, एडवर्टाइजिंग, और पब्लिक रिलेशनशिप में लगने वाले फंड का निर्धारण किया जाता है.

प्रोजेक्ट बजट : प्रोजेक्ट बजट में किसी प्रोजेक्ट को पूरा करने की लागत निर्धारित की जाती है.

राजस्व बजट: राजस्व बजट सरकार की राजस्व प्राप्तियों और राजस्व व्यय के बारे में बताता है. राजस्व बजट सरकारी बजट के अंतर्गत आता है.

व्यय बजट: इस बजट में सारे खर्चे निर्धारित होते हैं.

बजट की उपयोगिता केवल आय-व्यय की विवरणी या लेखा-जोखा रखना मात्र तक नहीं है बल्कि इसका उद्देश्य कहीं अधिक व्यापक है. लोक कल्याणकारी राज्य की अवधारणा के तहत राष्ट्रों को अपना बजट इस प्रकार बनाना होता है जिससे सरकार द्वारा किए जाने वाले कार्यों का सामान्य ब्योरा तो उपलब्ध हो ही साथ ही उसकी जनहितार्थ तय की गयी नीतियां भी सामने आ सकें. साथ ही बजट के माध्यम से सरकार की सफलता और असफलता का अनुमान भी लगाया जाता है. यही कारण है बजट पर हर आमोखास की नज़र रहती है.

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