Menu
blogid : 318 postid : 439

रिलायंस ब्रांड से जुड़ने का सुनहरा मौका

अर्थ विमर्श
अर्थ विमर्श
  • 173 Posts
  • 129 Comments

एक समय ऐसा भी था जब मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) और अनिल अंबानी (Anil Ambani) में बंटवारे और गैस के दामों को लेकर हुई खींचतान से रिलायंस इंडस्ट्रीज (Reliance Industries) (Reliance Industries) के भविष्य को डूबता हुआ समझा जाने लगा था. पर अब उनमें वापस सुलह की संभावना दिखाई दे रही है. यह न सिर्फ रिलायंस इंडस्ट्रीज (Reliance Industries) बल्कि भारतीय उद्योग के लिए भी अच्छी खबर है. अंबानी ब्रदर्स की यह सुलह भारतीय टेलीकॉम ग्राहकों के लिए फायदे के साथ, बड़ी संख्या में युवाओं को रिलायंस इंडस्ट्रीज (Reliance Industries) में काम करने का मौका भी देने वाली है.


relianceरिलायंस इंडस्ट्रीज (Reliance Industries) पिछले वित्तीय वर्ष में मुनाफे के साथ कई नए निवेशों की योजना बना रहा है. इसमें पेट्रोकेमिकल, गैस, ऊर्जा क्षेत्रों से लेकर से लेकर इंटरनेट (Internet)  की ब्रॉडबैंड सर्विसेज (Broadband Services)  भी शामिल हैं. रिलायंस इस वर्ष बड़े निवेश के तहत बड़ी संख्या में कर्मचारियों की भर्ती करेगा. कंपनी की 39वीं वार्षिक मीट में मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) ने पेट्रोकेमिकल और गैस सेवाओं के साथ 4जी (4G) लाने की भी योजना बताई. मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) ने इंटरनेट (Internet)  उपभोक्ताओं को कम कीमत में इंटरनेट (Internet)  की सेवाएं उपलब्ध कराने की प्रतिबद्धता जताते हुए कहा कि आरआईएल 4जी (4G) को आम उपभोक्ताओं के बजट में उपलब्ध कराना चाहता है. इस योजना पर काम करते हुए रिलायंस जिओ इंफोकॉम (Reliance Jio Infocomm) में 12000 रु. निवेश करने की घोषणा की है. इतना ही नहीं रिलायंस जिओ इंफोकॉम इस बार 10000 कर्मचारियों की भर्ती भी करेगा.


वितीय वर्ष 2011-2012 में रिलायंस इंडस्ट्रीज (Reliance Industries) को हुए फायदे को देखते हुए मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) ने इसे और बढ़ाने की इच्छा जताते हुए नए क्षेत्रों में भी निवेश करने की योजनाओं की घोषणा की है. कंपनी भारत में बिजली के क्षेत्र में पानी से बिजली उत्पन्न करने की योजना बना रही है. इसके साथ रिलायंस ने नए गैस भंडार भी ढूंढ़े हैं. इसलिए मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) और अनिल अंबानी (Anil Ambani)ने 2006 में हुए समझौते को निरस्त करते हुए नए सिरे से बिना प्रतिस्पर्धा के आपसी सहयोग से काम करने का फैसला किया है. गौरतलब है कि 2006 में गैस की कीमतें तय करने को लेकर अंबानी ब्रदर्स में विवाद के बाद अदालत ने कहा था कि गैस की कीमतें तय करने का अधिकार केवल भारत सरकार को है तथा दोनों को पारिवारिक स्तर पर समझौता करने को कहा था. उसी समझौते के तहत हुए फैसले को अब आपसी सहमति से अंबानी ब्रदर्स प्रतिस्पर्धा की बजाय एक-दूसरे के साथ सहयोगात्मक रवैये से काम करना चाहते हैं.


इस नए बिजनेस प्लान से हालांकि भारतीय उद्योग को बहुत अधिक फायदा होगा. रिलायंस जिओ इंफोकॉम (Reliance Jio Infocomm) में 12000 करोड़ के निवेश के साथ एक वर्ष के अंदर 4जी (4G) इंटरनेट कनेक्शन (Internet Connection) लाने की योजना उपभोक्ताओं के लिए किसी सौगात से कम नहीं. इंटरनेट (Internet)  के बाजार में कम कीमत में 4जी (4G) की सेवाएं उपलब्ध कराए जाने से इंटरनेट (Internet)  के उपभोक्ताओं को बहुत लाभ होगा. इसके साथ ही कंपनी की योजना वर्तमान में रिलायंस जिओ इंफोकॉम (Reliance Jio Infocomm) में 3000 कर्मचारियों की संख्या बढ़ाकर 10000 करने की है. युवाओं के लिए रिलायंस ब्रांड से जुड़ने का यह सुनहरा मौका होगा.


Tags: Mukesh Ambani, Anil Ambani, reliance industries, reliance industries ltd, Reliance Jio Infocomm, reliance jio infocomm limited jobs, reliance jio infocomm limited, Reliance Jio Infocomm, 4G, internet, internet connection, broadband, broadband services, top indian companies, मुकेश अंबानी, और अनिल अंबानी, रिलायंस जिओ इंफोकॉम



Read Comments

    Post a comment

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *

    CAPTCHA
    Refresh