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कई बार ऐसा होता है कि निवेशक शेयर बाजार (Share Market) में पैसा लगाने के लिए तो आ जाते हैं पर इसके लिए जरूरी मूलभूत आवश्यकताओं की जानकारी उन्हें नहीं होती. पर एक सुरक्षित तथा लाभकारी निवेश के लिए जरूरी है कि आपको निवेश शुरू करने से पूर्व इसकी मूलभूत जरूरतों के बारे में पूर्ण जानकारी हो.
शेयर बाजार में निवेश करना (Investment in Share Market) हो, तो निवेश से पहले निवेश खातों की जानकारी आपको अवश्य होनी चाहिए. शेयर निवेश की यह प्राथमिक जरूरत है. इसे आप बैंक खाता (Bank Account) तथा कारोबारी खाता (Trading Account) में अलग-अलग कर सकते हैं.
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निवेश बैंक खाता: निवेश बैंक खाता (Bank Account) यानि किसी भी सीबीएस (CBS) यानी कोर बैंकिंग सॉल्युशन (Core Banking Solutions) सुविधा वाली बैंक में आपका अकाउंट. यह सामान्य बैंक खाता (Saving Account) ही होता है. कई क्षेत्रीय, सहकारी या छोटे बैंक सीबीएस (CBS) की सुविधा नहीं देते जो शेयर बाजार में निवेश के लिए आपके बैंक अकाउंट (Bank Account) में होनी चाहिए, पर आजकल लगभग सभी बड़े बैंक सीबीएस प्रणाली (CBS) सुविधा के साथ ही आपका सामान्य बैंक खाता (Bank Account) भी खोलते हैं. इसे आप निवेश के लिए भी उपयोग कर सकते हैं. अत: अगर निवेश से पहले आपका ब्रोकर सीबीएस प्रणाली (CBS) बैंक खाते की बात करे, तो परेशान न हों. आपका बचत खाता (Saving Account) भी सीबीएस प्रणाली (CBS) युक्त ही होगा. अगर नहीं हो तो दूसरे बैंक में आप खाता (Bank Account) खोल सकते हैं. संक्षेप में कि यह कोई बहुत खास खाता नहीं है. अधिकतर बैंक इस सुविधा के साथ ही सामान्य बचत खाता (Saving Account) भी खोलते हैं. अत: आप अपने सामान्य बचत खाते (Saving Account) को भी इसके लिए उपयोग कर सकते हैं. पर बेहतर होगा कि आप इसके लिए एक अलग बैंक अकाउंट (Bank Account) खुलवा लें. इसके लिए भी वही सामान्य शर्तें पूरी करनी होंगी, जो आपने बचत खाते (Saving Account) के लिए की होंगी. निवेश के लिए अलग बैंक अकाउंट (Bank Account) खोलने से आप निवेश और अपने बचत खाते के पैसों को अलग रख पाएंगे.
कारोबारी अकाउंट (Trading Account): कारोबारी अकाउंट को ट्रेडिंग अकाउंट (Trading Account) भी कहते हैं. यह वह अकाउंट (Trading Account) होता है जो आप अपने ब्रोकर के साथ मिलकर खुलवाते हैं. ब्रोकर के साथ के इस ट्रेडिंग अकाउंट (Trading Account) में ऑनलाइन सुविधा होने पर आप एक साथ कई शेयर खरीद और बेच सकते हैं. ब्रोकर के साथ का अपका यह खाता अति महत्वपूर्ण है. आज ब्रोकर सिर्फ ब्रोकर नहीं, बल्कि एक कारोबारी संगठन के रूप में कार्य करते हैं. बड़े ब्रोकर्स की तो सामान्यतया कई शहरों में शाखाएं होती हैं, जहां से वे अपनी सेवाएं देते हैं. कई ब्रोकर कंपनियां तो शेयर बाजार में भी सूचीबद्ध होती हैं तथा अपने शेयरों की खरीद-बिक्री भी करती हैं. कई ब्रोकर्स अपने पास समसामयिक विश्लेषण के लिए विशेषज्ञों की टीम भी रखते हैं, जो विभिन्न कंपनियों के बही-खातों और गतिविधियों का विश्लेषण कर समय-समय पर रिपोर्ट देते हैं. यह शेयर में निवेश के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण होता है. इसके अलावे कई ब्रोकर्स जो बतौर कंपनी काम कर रहे हैं, अपने रजिस्टर्ड ग्राहकों के लिए मासिक या साप्ताहिक रिव्यू भी प्रकाशित करते हैं जो निवेशकों के लिए अत्यंत फायदेमंद होते हैं. इसलिए ब्रोकर के साथ यह ट्रेडिंग अकाउंट (Trading Account) आपके लिए जरूरी और आपके हित में होता है.
ट्रेडिंग अकाउंट (Trading Account) को खोलने के लिए आपको सबसे पहले केवाईसी (अपने ग्राहक को जानिए या KYC) फॉर्म भरना जरूरी होता है. यह शेयरों या फंड यूनिटों की खरीद-फरोख्त के लिए अनिवार्य है. इसमें आपसे संपर्क की जानकारियां तथा आपकी वित्तीय स्थिति की जानकारी होती है. सामान्य खातों के जरूरी पहचान पत्र जैसे पासपोर्ट, मतदाता पहचान पत्र; स्थाई पते के लिए राशन कार्ड, बिजली का बिल आदि पत्र जरूरी होते हैं. हां, एक महत्वपूर्ण बात यह है कि इसमें लगने वाली आपकी फोटो आपके बैंक से प्रमाणित की हुई होनी चाहिए.
समझौता प्रमाण पत्र: ज्यादातर लोग निवेश के लिए ब्रोकर का सहारा लेते हैं. पर इसके लिए जरूरी है कि आप निवेश से पहले ही ब्रोकर एग्रीमेंट (Broker Agreement) बनवा लें. यह सेबी द्वारा निर्धारित मानकों पर बीएसई तथा एनएसई बाजारों के लिए अलग-अलग साइन किया जाता है. ब्रोकर अपनी सुविधा या मरजी से इसमें कोई बदलाव नहीं कर सकते. अत:, एक प्रकार से यह ब्रोकर से निवेश में आपसे धोखा किए जाने से सुरक्षा प्रदान करता है.
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