- 150 Posts
- 69 Comments
आंटी के तानों ने बनाया मिस वर्ल्ड प्रियंका चोपड़ा !!
पूर्व विश्व सुंदरी और करोड़ों दिलों की धड़कन प्रियंका चोपड़ा का नाम बॉलिवुड की टॉप हिरोइनों की सूची में सबसे ऊपर रखा जाता है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि बॉलिवुड की गलियों में हॉट और बोल्ड अभिनेत्री के रूप में पहचान बनाने वाली प्रियंका चोपड़ा जब अपनी पढ़ाई के लिए पहली बार विदेश गई थीं तो उनमें आत्मविश्वास की कमी तो थी ही साथ ही दिखने में भी वह कुछ खास नहीं थीं. वह अपनी सांवली सूरत और नाक की बनावट के कारण लोगों की नजरों में रहती थीं. आज जिस प्रियंका चोपड़ा, जिन्हें पीसी या पिगी चॉप्स कहा जाता है, को हम जानते हैं उन्हें बचपन में काली-कलूटी कहकर भी चिढ़ाया जाता था.
लेकिन कौन जानता था कि एक दिन यही काली-कलूटी प्रियंका भारत के साथ-साथ दुनिया भर में अपनी पहचान बनाने में सफल होगी और वो भी अपनी खूबसूरती और अदाकारी के बल पर.
देसी गर्ल प्रियंका चोपड़ा जिनकी एक झलक के लिए आज हजारों लोग आहें बिछाए रहते हैं, को अगर उनके अभिभावकों का समर्थन ना मिला होता तो आज वह शोहरत की इन ऊंचाइयों को कभी नहीं छू पातीं. जिस इंडस्ट्री पर आज वह राज कर रही हैं वहां तक पहुंच पाना उनके लिए बस एक ख्वाब ही रह जाता. [Read –आंखें मिलीं और फिर चट मंगनी पट शादी]
जमशेदपुर (झारखंड) में जन्मीं प्रियंका मात्र 13 वर्ष की आयु में ही पढ़ाई के लिए बोस्टन चली गईं. वहां पहुंचना उनके लिए किसी कल्चर-शॉक से कम नहीं था. समय के साथ-साथ बोल्ड होने वाली प्रियंका कभी सार्वजनिक होटल या कैफेटेरिया में नहीं जाती थी क्योंकि उन्हें वहां जाकर ना तो खाना आता था और ना ही यह पता था कि पेमेंट कैसे करते हैं. यही वजह है कि वह वहां मौजूद वेंडिंग मशीन से चिप्स लेतीं और टॉयलेट में बैठकर खाती थीं. इसी तरह उन्होंने वहां अपने तीन साल गुजारे.
प्रियंका चोपड़ा जब विदेश से वापिस आईं तो उनकी आंटी उन्हें हमेशा उनके काले रंग पर उन्हें ताने देती थीं. इसी कारण पहले से ही सहमी प्रियंका चोपड़ा का विश्वास और अधिक खोने लगा. प्रियंका के पिता उन्हें आगे की पढ़ाई के लिए ऑस्ट्रेलिया भेजने की तैयारी कर रहे थे. इसी बीच उनकी मां ने बिना प्रियंका और परिवारवालों को बताए उनकी पासपोर्ट साइज फोटो मिस इंडिया कम्पटीशन के लिए भेज दिया.
इस प्रतियोगिता में प्रियंका ने दूसरा स्थान प्राप्त किया और मिस वर्ल्ड कम्पटीशन के लिए चली गईं. यह कॉंटेस्ट जीतने के बाद उन्होंने फिल्मों का रुख किया और अपनी अदाकारी के बल पर नेशनल अवार्ड भी जीता. [Read – बॉलिवुड की मनमोहक अभिनेत्रियां]
राजीव से दी अक्षय कुमार तक का सफर
दिल्ली के चांदनी चौक से ताल्लुक रखने वाले अक्षय की कहानी भी कुछ ऐसी ही है. प्रियंका को उनकी आंटी के तानों ने आसमान पर पहुंचाया वहीं अक्षय को उनकी मकान मालकिन के रवैये ने बॉलिवुड की शान बना दिया.
अक्षय का परिवार चांदनी चौक के एक किराये के मकान में रहता था. टी.वी. देखने के शौकीन अक्षय को मकान मालिक के घर टी.वी. देखने जाना पड़ता था. अक्षय वहां जमीन पर बैठते थे. उनकी मकान-मालकिन जानबूझकर उन्हें पैर लगाया करती थी. एक दिन अक्षय ने अपने पिता से इस बात की शिकायत की और अगले ही दिन उनके घर एक नया टी.वी. आ गया. लेकिन उनके दिल पर बहुत गहरी चोट लगी और पहुंच गए बॉलिवुड में अपनी किसमत आजमाने.
अक्षय को फोटो खिंचवाने का बहुत शौक था इसके लिए वह एक-एक पैसा जोड़ा करते थे. बैंकॉक में उन्होंने मार्शल आर्ट्स सीखने के साथ-साथ एक शेफ के रूप में भी काम किया. इतना ही नहीं कलकत्ता की एक ट्रेवेल एजेंसी के लिए उन्होंने करीब डेढ़ साल तक चपरासी का पद संभाला.
फिल्मी सफर में कई उतार-चढ़ाव देख चुके अक्षय कुमार ने हर कदम पर अपनी अलग पहचान बनाई है. माचो मैन हो या कोई पारिवारिक किरदार, कॉमेडी हो या एक्शन हर क्षेत्र में अक्षय का कोई सानी नहीं है. उन्होंने अपनी पावरफुल परफॉर्मेंस और एनर्जी से डायरेक्टर्स तक को लुभाया है. डायरेक्टर जोड़ी अब्बास-मस्तान का कहना है कि अक्षय चाहें तो लगातार 24 घंटे काम कर सकते हैं. [Read – भारतीय सिनेमा में कब और क्या हुआ पहली बार]
Read Comments