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बॉलिवुड ने बनाए है कई बड़े रिकॉर्ड

हिन्दी सिनेमा का सफरनामा
हिन्दी सिनेमा का सफरनामा
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bollywoodहिन्दी सिनेमा के शुरुआती दौर से लेकर अब तक इसके स्वरूप और विशेषताओं में कुछ बेहद महत्वपूर्ण अंतर देखे जा सकते हैं. जहां पहले एक लंबे समय के बाद कोई फिल्म पर्दे पर उतरती थी वहीं आज हर सप्ताह कोई ना कोई बड़ी फिल्म दर्शकों के मनोरंजन के लिए हाजिर होती है. ब्लैक एंड वाइट और मूक फिल्मों से शुरू हुआ यह सफर आज हाइटेक बन गया है. अत्याधुनिक तकनीकों और सभी सुविधाओं से लैस हिन्दी फिल्म इंडस्ट्री अपने सबसे ग्लैमरस पड़ाव से भी गुजर रही है. आंकड़ों के अनुसार बॉलिवुड की ओर से हर वर्ष 800-1000 फिल्में प्रदर्शित की जाती हैं. आज भारत में हॉलिवुड की फिल्में बहुत लोकप्रिय हो रही हैं लेकिन क्या आप जानते हैं अंग्रेजी फिल्मों से लगभग ग्यारह वर्ष पहले ही हिन्दी फिल्म ने मनोरंजन के क्षेत्र में कदम रख दिया था. हिन्दी सिनेमा से जुड़े ऐसे बहुत से रोचक तथ्य हैं जिनके बारे में जानना बॉलिवुड प्रशंसकों के लिए बहुत जरूरी है.


पहली बोलती भारतीय फिल्म – वर्ष भारतीय सिनेमा के इतिहास में वर्ष 1913 बहुत अहमियत रखता है क्योंकि इस वर्ष आर्देशिर ईरानी द्वारा निर्मित और निर्देशित पहली बोलती फिल्म आलम आरा प्रदर्शित हुई थी. इम्पीरियल मूवीटोन के बैनर तले बनाई गई आलम आरा पहली फुल लेंथ फिल्म थी जो बॉम्बे के मैजेस्टिक सिनेमा में चलाई गई थी. एक पारसी नाटक पर बनी इस फिल्म में पृथ्वी राज कपूर ने भी अभिनय किया था.


भारत की पहली रंगीन फिल्म – भारतीय सिनेमा की शुरुआत ब्लैक एंड व्हाइट फिल्मों से हुई थी यह प्रचलन एक लंबे समय तक रहा. वर्ष 1937 में प्रदर्शित हुई फिल्म किसन-कन्हैया जिसका निर्देशन मोती बी. गिडवानी और निर्माण आर्देशिर इरानी ने किया था, भारत में बनी पहली रंगीन फिल्म थी.


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फिल्म जिसमें सबसे अधिक गाने थे – 1932 में बनी फिल्म इंद्र सभा ऐसी फिल्म थी जिसमें 71 गाने थे. अब तक की पहली ऐसी फिल्म है जिसमें बड़ी मात्रा में गाने थे. मदन थियेटर द्वारा निर्मित और जे.जे. मदन द्वारा निर्देशित इस फिल्म में दो गायक मास्टर नासिर और जहांआरा कज्जन थे.


ऑस्कर से सम्मानित होने वाली पहली भारतीय – 1982 में प्रदर्शित हुई फिल्म गांधी के लिए परिधान डिजाइन करने वाली भानु अथैया पहली ऐसी भारतीय थीं जिन्हें ऑस्कर पुरस्कार से नवाजा गया. भानु अथैया पिछले 50 वर्षों से भारतीय फिल्म इंडस्ट्री से जुड़ी हुई हैं. हिंदी फिल्मों के संगीतकार और लेखक सत्येन्द्र अथैया से विवाह करने के बाद वह भानुमति अन्नासाहेब से भानु अथैया हो गई. सत्येन्द्र से तलाक लेने के बादभानु अथैया ने दूसरा विवाह नहीं किया. गांधी के अलावा स्वदेस (2004), लगान (2001), 1942 ए लव स्टोरी (1994), कर्ज (1980) आदि भानु अथैया की प्रमुख फिल्मों के नाम हैं.


हिंदी फिल्म में सबसे लंबा गाना – अमिताभ बच्चन, अक्षय कुमार, बॉबी देयोल अभिनीत फिल्म अब तुम्हारे हवाले वतन साथियों फिल्म का टाइटल सॉंग लगभग 20 मिनट लंबा था. समीर द्वारा लिखे और अनु मलिक द्वारा कंपोज इस गाने को उदित नारायण, सोनू निगम और कैलाश खेर ने गाया था.


बॉलिवुड का सबसे अधिक वेतन लेने वाला एक्टर – हालांकि अभी भी यह एक विवाद का ही विषय है लेकिन चर्चाओं पर गौर करें तो एक्शन और कॉमेडी का दूसरा नाम बन चुके अक्षय कुमार ने अपनी अगली फिल्म के लिए 20-22 करोड़ रुपए चार्ज किए हैं. यह भारत के सबसे बड़े सुपर स्टार रजनीकांत को मिलने वाली राशि से भी अधिक है. रजनीकांत अपनी एक फिल्म के लिए 16 करोड़ रुपए लेते हैं.


सबसे लंबी हिन्दी फिल्म – LOC  कारगिल, जिसकी लंबाई 4 घंटे 25 मिनट थी, बॉलिवुड की सबसे लंबी फिल्म है. हालांकि यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर सफलता दर्ज नहीं करवा पाई थी लेकिन इस फिल्म ने सबसे लंबी फिल्म के तौर पर एक रिकॉर्ड जरूर बना लिया है. इससे पहले आर.के. बैनर्स तले बनी फिल्म मेरा नाम जोकर भी 4 घंटे 14 मिनट की थी.


थियेटर में सबसे ज्यादा चलने वाली फिल्म – थियेटर में 700 सप्ताह तक चलकर दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे मूवी ने अपने आप में एक ऐसा रिकॉर्ड बना लिया है जिसे तोड़ पाना अब शायद किसी फिल्म के लिए भी संभव नहीं है. 20 अक्टूबर 1995 में रिलीज हुई इस फिल्म में बॉलिवुड के सुपरस्टार शाहरुख और काजोल ने अभिनय किया था. भारत में इस फिल्म ने 580 मिलियन और विदेशों में 175 मिलियन की कमाई की थी. यह बॉलिवुड की सबसे बड़ी हिट फिल्म है. 1975 में रिलीज फिल्म शोले भी लगभग 5 वर्षों तक सिनेमा हॉल में चली थी.


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