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बॉलीवुड के ‘शहंशाह’ को बनाने में इनका भी हाथ

हिन्दी सिनेमा का सफरनामा
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tinu anandऐसा कम ही लोगों को पता है कि अभिनय और निर्देशन में अपना भाग्य आजमा चुके टीनू आनंद अमिताभ बच्चन के उस दौर के मित्र हैं जब फिल्मी दुनिया में अमिताभ के सितारे गर्दिश में चल रहे थे. उस समय उन्हें फिल्में मिलना तो दूर फिल्म उद्योग में टिकना मुश्किल था. टीनू आनंद की ही दोस्ती थी जिसकी वजह से अमिताभ ने उनके निर्देशन में ‘कालिया’ ‘शहंशाह,’ ‘मेजर साहब’ जैसी सफलतम फिल्मों में काम किया. अमिताभ बच्चन का टीनू आनंद से इस कदर लगाव है कि अमिताभ के घर किसी भी बड़े आयोजन में वह दिख ही जाते हैं. अमिताभ ने अपने 70वें जन्म दिवस के अवसर पर टीनू आनंद को निमंत्रण भेजा था.


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अपने नाम से कम और अमिताभ बच्चन के निर्देशक के तौर पर जाने जाने वाले टीनू आनंद का जन्म 12 अक्टूबर, 1950 को हुआ. उन्हें विरेंदर राज आनंद के नाम से भी जाना जाता है. इनके पिता का नाम इंदर राज आनंद है जिन्होंने फिल्मों में एक लेखक की भूमिका अदा की जबकि इनके भाई का नाम बिट्टू आनंद है जो की एक निर्माता हैं. शहनाज आनंद टीनू आनंद की पत्नी हैं. यह वही शहनाज हैं जिन्होंने अमिताभ की पहली फिल्म सात हिंदुस्तानी में काम किया है. इनकी शिक्षा राजस्थान के मेयो कॉलेज से हुई है.


लगभग 100 से अधिक फिल्मों में काम कर चुके टीनू आनंद ने फिल्मों में न केवल कॉमेडी रोल किया बल्कि वह अपने जमाने के बेहतरीन खलनायक भी रह चुके हैं. शाहरुख खान की फिल्म ‘चमत्कार’ के मार्को हो या फिर ‘दामिनी’ के मामा जी, इनके द्वारा किए गए अभिनय को कौन भूल सकता है.


वैसे टीनू आनंद अभिनेता के तौर पर कम और एक निर्देशक के तौर पर अधिक जाने जाते हैं. उनके निर्देशन में ‘कालिया’ (1981) में ‘शहंशाह’ (1988), ‘मै आजाद हूं’ (1989), ‘मेजर साहब’ (1998) जैसी कुछ महत्वपूर्ण फिल्में हैं.

Tag: Tinu Anand, Bollywood, Film Kalia, Amitabh Bachchan कालिया, शहंशाह, मेजर साहब, मै आजाद हूं, टीनू आनंद.


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