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देश के सबसे बड़े सूबे में योगी का सत्ता में आना सही अर्थों में तख्ता-पलट की घटना है| भाजपा का अचानक उभरना कुछ लोगों को मोदी-इफेक्ट प्रतीत हो सकता है तो कुछ लोगों को भाजपा की सोशल इंजीनियरिंग परन्तु यह विश्लेषण एकांगी है| भाजपा की इस ‘भीम’काय विजय में सबसे बड़ा ‘हाथ’ उस ‘समाजवादी’ शासन का रहा है जिसने पूरे प्रदेश को जातियों एवं धर्मों में छिन्न-भिन्न कर रक्त-रंजित्त बना दिया और बहुसंख्यक वर्ग स्वयं को असहाय, लाचार और परित्यक्त महसूस कर रहा था| यहाँ पर गौर करने वाली बात यह है कि जनादेश जातिवाद एवं कट्टरपंथ के विरुद्ध आया है न कि ध्रुवीकरण के सहयोग से| अतः भाजपा की पहली जिम्मेदारी प्रदेशवासियों के मन से कट्टरपंथ और जातिवाद का भय निकालना है| यह समझना रोचक होगा कि योगी के सत्ता में आते ही कट्टरपंथ किस प्रकार की करवट लेता नजर आ सकता है अतः ये बहुत स्पष्ट और सरल तरीके से समझना होगा कि प्रदेश जिस कट्टरपंथ से छुटकारा चाहता है वह इस्लामिक कट्टरपंथ नहीं बल्कि भ्रामक हिंदुत्व का कट्टर पंथ है जिसकी वाहक बजरंग दल और योगी जी द्वारा गठित हिन्दू युवा वाहिनी जैसे समूह हैं जिनकी बेफिक्री और गैरजिम्मेदारी उसी बहुसंख्यक वर्ग को पीड़ा पहुंचाएंगी जो अभी तक इस्लामिक कट्टरपंथ का शिकार रहा है| यह चिंता वस्तुतः इन तथाकथित हिंदूवादी संगठनों के क्रियाकलापों से ही उत्पन्न होती है जब ये सामाजिक और सांस्कृतिक या कहें नैतिक पुलिसिंग की मानसिकता दर्शाते हुए अपनी कुंठा उसी समाज पर थोपना शुरू कर देते हैं जिसने हर प्रकार की कुंठा से स्वयं को मुक्त करते हुए सनातन संस्कृति का सूत्रपात किया और आज जिस समाज ने जाति, वर्ग और वर्ण के सभी बन्धनों को तोड़कर एकजुट जनादेश दिया है ताकि प्रदेश जाति, धर्म, और संस्कृति की कुंठाओं से परे रहकर बंधनमुक्त, भयमुक्त, वातावरण में विकास के मार्ग पर चल सके| इस बात में कोई संदेह नहीं है कि योगी जी के सत्ता में आते ही प्रदेश सांप्रदायिक उन्माद और दंगों की समस्या से स्वतः मुक्त हो जायेगा, परन्तु मिथ्या सांस्कृतिक चेतना एक अन्य भय का प्रादुर्भाव आरम्भ करने की चेष्टा अवश्य करेगा जो किसी भी प्रकार न तो भाजपा के राजनीतिक विचारधारा के अनुकूल होगा न ही विकास के लिए वातावरण बनाने में सहायक| ऐसे में उत्तर-प्रदेश का वही बहुसंख्यक वर्ग, जिसने भारी जनादेश के साथ भाजपा सरकार को बल प्रदान किया और फिरकापरस्त ताकतों के साथ-साथ जातिवादी शक्तियों का भी मान-मर्दन कर दिया, स्वयं को ठगा सा महसूस करेगा| यदि तटस्थ दृष्टि से देखें तो यही योगी जी की वास्तविक अग्निपरीक्षा होगी जिसमें खरा साबित होने के लिए हम माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जो को सहृदय शुभकामनायें प्रेषित करते हैं|
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