मेरा पन्ना
- 14 Posts
- 19 Comments
वह कौन है..
जो रोज ही मिल जाता है मुझसे
सड़क किनारे ।..
चिथड़ों मे लिपटा हुआ
कुछ अजीब सा दिखता है,..
कभी खुद से ही बतियाता
तो कभी चुप , खामोश..
गुमसुम सा
पड़ा रहता है यूं ही
सड़क किनारे ।..
गाड़ियों का शोर
उसे परेशान नहीं करतीं ,..
जिंदगी की रेस भी
उसे दौड़ा नही पाती ।
पथराई आँखो से
झलकती है तो बस निरसता ,
थक कर कब्र मे समा गए जज्बात ।..
एक दुनिया भी है
उसके चारों ओर
शायद उसकी आँखो को
इससे फर्क नही पड़ता ,..
इससे भी नही कि
कोई उसे देख रहा है ।..
वह भी एक इंसान ही है
शायद !
जो रोज मुझसे मिल जाता है
सड़क किनारे ।
Read Comments