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ऑल इंडिया इंजीनियरिंग एंट्रेंस एग्जाम (एआईईईई) और आईआईटी-जेईई परीक्षा का आयोजन हर साल किया जाता है। यदि आप इंजीनियरिंग की दुनिया में कदम रखना चाहते हैं, तो बारहवीं पीसीएम से पास करने के बाद इस परीक्षा में सफलता पाकर इंजीनियर बनने का सपना पूरा कर सकते हैं।
आईआईटी-जेईई
आईआईटी (Indian Institute of Technology) में एडमिशन पाना हर पीसीएम ग्रुप वाले साइंस स्टूडेंट का लक्ष्य होता है। यही वजह है कि इस परीक्षा में हर साल लाखों की संख्या में स्टूडेंट्स आवेदन करते हैं। आईआईटी-जेईई की परीक्षा में आप तभी शामिल हो सकते हैं, जब 12वीं में आपके पास 60 फीसदी (फिजिक्स, मैथ, केमिस्ट्री) अंक हों। खास बात यह भी है कि इस परीक्षा में बैठने के लिए आपको केवल दो मौके ही दिए जाएंगे।
एआईईईई का आकर्षण
एआईईईई परीक्षा (All India Engineering Entrance Examination) को सीबीएसई आयोजित करती है। यह परीक्षा अंडरग्रेजुएट इंजीनियरिंग और आर्किटेक्चर (प्लानिंग) कोर्स में एंट्री के लिए होती है। इसके माध्यम से देश के एनआईटी और इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजीज में प्रवेश दिया जाता है।
क्वालिफिकेशन ऐंड कोर्स
एआईईईई एग्जाम पास करने के बाद स्टूडेंट्स को बीई/बीटेक, बीआर्क/बी.प्लानिंग कोर्स में एडमिशन मिलता है। मान्यताप्राप्त बोर्ड या यूनिवर्सिटी से 12वीं फिजिक्स, केमिस्ट्री और मैथ्स से करने वाले स्टूडेंट्स आवेदन कर सकते हैं। आवेदन करने के लिए 12वीं में 50 फीसदी अंक होने चाहिए। 12वीं फाइनल के छात्र भी इसके लिए आवेदन कर सकते हैं।
और भी हैं राहें
यदि आप एआईईईई और आईआईटी-जेईई एग्जाम में किसी कारणवश सफल नहीं हो पाएं, तो निराश होने की कोई जरूरत नहीं है। क्योंकि राज्य स्तर पर आयोजित होने वाली इंजीनियरिंग परीक्षाओं के माध्यम से भी अपने मिशन इंजीनियरिंग को कामयाब बना सकते हैं। इनमें यूपीटीयूईई, बीसीईसीई-बिहार, सीईई-कर्नाटक, पेट-मध्य प्रदेश, सीएपी-महाराष्ट्र, दिल्ली-सीईई, जेम-पं. बंगाल, सीईईटी-हरियाणा, सीईटी-पंजाब, पेट-राजस्थान आदि प्रमुख हैं। आमतौर पर इन सभी की प्रवेश परीक्षाओं के लिए नोटिफिकेशन जनवरी से अप्रैल माह के बीच जारी होते हैं।
इंस्टीट्यूट द्वारा परीक्षाएं
देश में कुछ ऐसे प्रतिष्ठित इंजीनियरिंग इंस्टीट्यूट्स भी हैं, जिन्हें डीम्ड यूनिवर्सिटी का दर्जा प्राप्त है। इनमें बिडला इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (बीआईटीएस)-पिलानी, बिडला इंस्टीटयूट ऑफ टेक्नोलॉजी-रांची, मणिपाल इंस्टीटयूट ऑफ टेक्नोलॉजी-मणिपाल, धीरूभाई अंबानी इंस्टीट्यूट ऑफ इन्फॉर्मेशन ऐंड कम्युनिकेशन टेक्नोलॉजी-गांधीनगर, वीर माता जीजाबाई टेक्नोलॉजी इंस्टीट्यूट (वीजेटीआई)-मुंबई आदि।
बीआईटीएस, पिलानी में एडमिशन के लिए संस्थान द्वारा ऑनलाइन परीक्षा आयोजित की जाती है, जिसे बीआईटीएस एडमिशन टेस्ट के नाम से जाना जाता है। धीरूभाई अंबानी इंस्टीट्यूट एवं बीआईटीएस, रांची में एआईईईई के आधार पर प्रवेश दिया जाता है। वीजेटीआई में बारहवीं में प्राप्त अंकों के आधार पर प्रवेश दिया जाता है। एमआईटी, मणिपाल अपने यहां एडमिशन के लिए स्वतंत्र परीक्षा आयोजित करता है। हालांकि यहां कुछ सीटें एआईईईई में अच्छी रैंक पाने वाले स्टूडेंट्स के लिए भी आरक्षित होती हैं।
इंजीनियरिंग में ढेरों विकल्प
इंजीनियरिंग की अनेक शाखाएं हैं। इन सभी में एडमिशन आपकी रुचि और परीक्षा में प्राप्त अंकों के आधार पर मिलता है। यह स्टूडेंट्स पर निर्भर है कि उन्हें इंजीनियरिंग की किस विधा में आगे बढ़ना है।
इंजीनियरिंग के प्रमुख और पॉपुलर ब्रांचेज हैं- एग्रीकल्चर इंजीनियरिंग, ऑटोमोबाइल इंजीनियरिंग, बायोमेडिकल इंजीनियरिंग, बायोटेक्नोलॉजी, सेरेमिक टेक्नोलॉजी, केमिकल इंजीनियरिंग, सिविल इंजीनियरिंग, क्लीनिकल इंजीनियरिंग, कंप्यूटर इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रॉनिक्स ऐंड टेलिकॉम इंजीनियरिंग, एनवायरनमेंटल इंजीनियरिंग, जेनेटिक इंजीनियरिंग, इंडस्ट्रियल ऐंड प्रोडक्शन इंजीनियरिंग, इंस्ट्रूमेंटेशन इंजीनियरिंग, मैरीन इंजीनियरिंग, मेकेनिकल इंजीनियरिंग, मेटलर्जिकल इंजीनियरिंग, माइनिंग इंजीनियरिंग, पेट्रोलियम इंजीनियरिंग, प्लास्टिक टेक्नोलॉजी, पॉलिमर इंजीनियरिंग, रोबोटिक्स, रबर टेक्नोलॉजी, सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग, टेलीकम्युनिकेशन इंजीनियरिंग, टेक्सटाइल टेक्नोलॉजी आदि।
प्रमुख साइट्स
aieee.nic.in
vwxiitjee.com
uptu.org
globalinfowings.com/wbjee.asp
bits-pilani.ac.in
bitmesra.ac.in
da-iict.org
manipal.edu
vjti.ac.in
प्रमुख संस्थान
इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी
राज्य के प्रमुख इंजीनियरिंग कॉलेज
कॉन्सेप्ट रखें क्लियर
आईआईटी जेईई क्वालिफाई करने के लिए स्टूडेंट्स को किन-किन बातों का ध्यान रखना चाहिए?
आईआईटी-जेईई क्वालिफाई करने के लिए स्टूडेंट्स को पिछले वर्षो के प्रश्नों का गहन विश्लेषण करते हुए पैटर्न को अच्छी तरह समझने का प्रयास करते हुए उसी के अनुरूप प्रश्नों को हल करने का अभ्यास करना चाहिए। साथ ही, प्रश्नों को जल्द हल करने की ट्रिक डेवलप करें। इससे परीक्षा भवन में अधिकाधिक सवाल हल करने में मदद मिलगी।
तैयारी के दौरान अभ्यर्थियों को सर्वाधिक फोकस किन-किन बातों पर करना चाहिए?
अभ्यर्थियों को अपना ध्यान हर समय बारहवीं के सिलेबस के साथ-साथ जेईई के सिलेबस पर भी फोकस रखना चाहिए। बारहवीं की परीक्षा देने जा रहे स्टूडेंट्स को इसका लाभ जेईई में भी मिल सकता है। अगर बारहवीं के फंडामेंटल क्लियर हैं, तो इसका पूरा लाभ जेईई में भी मिलेगा।
परीक्षा के दबाव को दूर करने के लिए किन-किन बातों का ध्यान रखना चाहिए?
परीक्षा को लेकर किसी भी तरह का डर या दबाव अपने दिमाग से निकाल कर सहजता के साथ रिवीजन करें और अपना ध्यान फंडामेंटल्स पर ही पूरी तरह केंद्रित करें। बारहवीं कर चुके छात्र पीसीएम का अच्छी तरह से रिवीजन करें।
पीसीएम की तैयारी और रिवीजन में फार्मूलों का कितना महत्व है?
फिजिक्स, केमिस्ट्री और मैथमेटिक्स में फार्मूलों के एप्लिेकेशन पर खास ध्यान दें। एक क्षेत्र के फॉर्मूले को दूसरे में अप्लाई करने का प्रयास करें, जैसे- हीट के फार्मूले का एप्लिकेशन इलेक्ट्रिसिटी में। ऐसा करने से फॉर्मूलों को रटने की जरूरत नहीं पडेगी और वे आपको अच्छी तरह से समझ में आ जाएंगे।
जेईई में कामयाबी के लिए कोचिंग ज्वॉइन करना कितना आवश्यक है?
देखिए, कोई भी कोचिंग इंस्टीट्यूट कामयाबी की गारंटी नहीं दे सकता। स्टूडेंट की अपनी योग्यता, प्रतिभा, सही दिशा में की गई तैयारी और मेहनत ही उसकी सफलता का मार्ग खोलते हैं। कोचिंग केवल स्टूडेंट का सही मार्गदर्शन करती है, इसलिए यह सोचकर कभी भी कोचिंग नहीं ज्वॉइन करनी चाहिए कि वहां पहुंचते ही कामयाबी पक्की हो जाएगी।
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