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Career in Investment Management- इन्वेस्टमेंट मैनेजमेंट में भी है अवसर

नई इबारत नई मंजिल
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Investment Managementआजज्यादतर युवा मैनेजमेंट (Management) में कॅरियर (Career) बनाना चाहता है, क्योंकि इसकी इतनी शाखाएं हो गई हैं कि हर युवा को मैनेजमेंट में अपनी पसंद का क्षेत्र मिल जाता है और कोर्स (Course) करके पद, प्रतिष्ठा और पैसे तीनों पाता है। यदि आपकी रुचि (Interest) भी इस क्षेत्र में है और इसमें कॅरियर बनाना चाहते हैं, तो संबंधित कोर्स करके कॅरियर को बेहतर शेप दे सकते हैं।


क्यों पडी जरूरत

जिन लोगों के पास पैसा है, वे उसका सही जगह पर इन्वेस्ट (Investment) करके अच्छा लाभ कमाना चाहते हैं। इस काम में इन्वेस्टमेंट मैनेजर (Investment Manager) की सलाह काफी फायदेमंद होती है। इसके विशेषज्ञ शेयर, फंड (Funds), रियल स्टेट (Real Estate) आदि में लोगों, संस्थाओं, कंपनियों, संगठनों का पैसा लगवाकर उन्हें अधिक से अधिक लाभ अर्जित कराने का प्रयास करते हैं।


क्यों बढ रही है मांग

सभी लोग अपनी पूंजी (Capital) से अच्छा लाभ हासिल करना चाहते हैं। इसके लिए वे हमेशा उन योजनाओं को तलाशते रहते हैं, जहां धन इन्वेस्ट (Money Investment) करने से उन्हें फायदा हो। लोगों की यह ख्वाहिश ही उन्हें इन्वेस्टमेंट मैनेजमेंट (Investment Management) के विशेषज्ञों के पास ले जाती है। अपने देश की आर्थिक स्थिति (Economic situation) में तेजी से सुधार हो रहा है। लोगों के पास पैसा आ रहा है और यह पैसा ही इन्वेस्टमेंट मैनेजमेंट (Investment Management) के जानकारों की मांग में इजाफा कर रहा है।


कोर्स  (Course)

अगर आप इस क्षेत्र में काम करना चाहते हैं तो कई तरह के कोर्स आपके सामने हैं। पंजाब विश्वविद्यालय (Punjab University), यूनिवर्सिटी ऑफ लखनऊ (University of Lucknow) और दिल्ली विश्वविद्यालय (          Delhi University) सहित कई यूनिवर्सिटियों में मास्टर्स इन फाइनेंस ऐंड कंट्रोल कोर्स (Master of Finance and Control) चलाया जा रहा है। इसके अलावा फाइनेंशियल ऐंड इन्वेस्टमेंट एनालिसस (Finance and Investment Analysis) में बैचलर डिग्री भी हासिल की जा सकती है। बहुत से संस्थान इससे संबंधित डिस्टेंस लर्निग (Decent Learning) के कोर्स भी चला रहे हैं। दो वर्षीय एमबीए (Master of Business Administration) कार्यक्रम के अंतर्गत भी इन्वेस्टमेंट मैनेजमेंट (Investment Management) की शिक्षा ली जा सकती है। इसके अलावा कुछ संस्थान पोस्ट ग्रेजुएशन डिप्लोमा (Post Graduation Diploma) कोर्स भी कराते हैं।


Investment Managementशैक्षिक योग्यता(Educational Qualification)

इस कोर्स को करने के लिए वही स्टूडेंट्स योग्य हैं, जिन्होंने अपना ग्रेजुएशन (Graduation) कम्प्लीट कर लिया है। अगर आप 12वीं या समकक्ष हैं तो भी आप एंट्री कर सकते हैं।

कुछ संस्थानों में अलग-अलग कोर्स और प्रवेश के मानक हैं, लेकिन एंट्रेंस एग्जाम (Entrance Examination) सभी संस्थानों में होते हैं। कुछ संस्थान ग्रुप डिस्कशन (Group Discussion) और पर्सनल इंटरव्यू (Personal Interview) भी लेते हैं। कई संस्थानों में इस योग्यता के साथ कुछ वर्षो किसी कंपनी में काम का अनुभव भी मांगा जाता है।

वैसे इस क्षेत्र में जाने वाले अधिकतर लोग कॉमर्स एजुकेशन (Commerce Education) की बैकग्राउंड से ही आते हैं। बहुत से कार्पोरेट घराने (Corporate Houses) और बैंकिंग सेक्टर (Banking Sector) अपने मैनेजरों और कर्मचारियों के लिए इस तरह के इंटरनल कोर्स (Internal Course) भी संचालित करते हैं।


व्यक्तिगत गुण (Personal Qualities)

आईबीएमआर (Institute of Business Management and Research) के चेयरमैन विनय चंद्र महेंद्रकर का कहना है कि आपने टीवी पर आने वाले वो हजारों विज्ञापन तो जरूर देखे होंगे, जिसमें न जाने कितनी इंश्योरेंस और नॉन इंश्योरेंस कंपनियां (Insurance and Non-Insurance Companies) अपनी तरह-तरह की पॉलिसीज का जिक्र करती रहती हैं। आपने ये सोचा है कि ये कौन तय करता है? कितनी राशि ठीक रहेगी, जिससे दोनों को फायदा हो, कितना मुश्किल काम है। इसी मुश्किल काम को मुमकिन बनाते हैं इन्वेस्टमेंट मैनेजर (Investment Manager)।

इनके काम की ही वजह से इनकी मांग बहुत रहती है। आज भी मांग की तुलना में इनकी आपूर्ति नहीं है। अगर आपकी भी एकाउंट्स और स्टेटिस्टिक्स (Accounting and Statistics) में पकड है, तो इस ओर रुख कर सकते हैं। एक इन्वेस्टमेंट मैनेजर (Investment Manager), फाइनेंसर और इकोनॉमिस्ट का मिश्रण होता है।

यह काम उन्हीं लोगों के लिए है, जो अर्थ क्षेत्र में चल रही समस्त गतिविधियों, शेयरों के उतार-चढाव, नई-नई वित्तीय योजनाओं आदि के बारे में सभी जानकारियां रखते हैं। यह पब्लिक डीलिंग से जुडा काम है। इस कारण इस क्षेत्र में वही लोग सफल हो सकते हैं, जिनके पास अच्छी कम्युनिकेशन स्किल (Communication Skills) तो है ही, साथ ही साथ जो लोगों को उनके नफा-नुकसान के बारे में आसानी से समझाने की भी काबिलियत रखते हैं।


कॅरियर प्रास्पेक्ट  (Career Prospect)

इन्वेस्टमेंट मैनेजर (Investment Manager)। बनकर आप कॅरियर को नई ऊंचाई दे सकते हैं, क्योंकि इनकी मांग सभी इन्वेस्टमेंट सेक्टर (Investment Sector) में है। इन्वेस्टमेंट मैनेजर पेंशन, फंड और इंश्योरेंस सेक्टर में काफी प्रभावी भूमिका निभाते हैं। कैंडिडेट में अगर एकाउंट और फाइनेंस की अच्छी जानकारी है और इसके साथ इन्वेस्टमेंट से संबंधित मास्टर डिग्री या सर्टिफिकेट कोर्स किया है, तो आपके लिए जॉब में अच्छे अवसर हो सकते हैं।

इन्वेस्टमेंट मैनेजर के जानकारों को शुरुआती दौर में 12000 से 15000 हजार तक का वेतन मिलता है। अनुभव बढने के साथ वेतन में भी इजाफा होता जाता है।


प्रमुख संस्थान (Main Institute)

द इंस्टीट्यूट ऑफ कंपनी सिकरेट्री ऑफ इंडिया, दिल्ली

इंस्टीट्यूट ऑफ बिजनेस मैनेजमेंट ऐंड रिसर्च, गुडगांव

आईसीएफएआई यूनिवर्सिटी, हैदराबाद

इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट ऐंड रिसर्च, हरियाणा

सिक्किम मनिपाल यूनिवर्सिटी, सिक्किम

पंजाब टेक्निकल यूनिवर्सिटी, पंजाब

कुरुक्षेत्र यूनिवर्सिटी, कुरुक्षेत्र


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