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अंग्रेजी एक पश्चिम जर्मेनिक लैंग्वेज है। इसकी उत्पत्ति एंग्लो-सेक्सन इंग्लैंड से हुई थी। संयुक्त राज्य अमेरिका के 19वीं शताब्दी के पूर्वार्ध और ब्रिटिश सामाज्य के 18वीं और 19वीं और 20वीं शताब्दी के सैन्य, राजनीतिक, वैज्ञानिक और सांस्कृतिक प्रभाव के परिणाम स्वरूप यह दुनिया के कई भागों में बोलचाल की भाषा बन गयी। कई राष्ट्रमंडल देशों एवं अंतरराष्ट्रीय संगठनों में बडे पैमाने पर इस भाषा का प्रयोग दूसरी भाषा एवं आधिकारिक भाषा के रूप में होता है। ऐतिहासिक दृष्टि से अंग्रेजी भाषा की उत्पत्ति 5वीं शताब्दी की शुरुआत से इंग्लैंड में बसने वाले एंग्लो-सेक्सन लोगों द्वारा लायी गयी अनेकों बोलियों, जिन्हें अब पुरानी अंग्रेजी कहा जाता है से हुई है।
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क्या है क्रेज
रोजगार के सार्वभौम बनने के कारण, पिछले कुछ सालों में अंग्रेजी का क्रेज बढा है। सालों से यह भाषा नेशनल और इंटरनेशनल दोनों स्तरों पर अभिव्यक्ति का माध्यम बन गई है। बोली जाने वाली अंग्रेजी का महत्व और अधिक है, क्योंकि ऐसे कई मामले हैं जिनमें कोई व्यक्ति अपने विषय का अच्छा ज्ञाता तो होता है, किंतु उसे समुचित रूप में अभिव्यक्त करने में वह असफल हो जाता है। इसलिए भाष्य अंग्रेजी का अभ्यास करना बहुत आवश्यक है। अंग्रेजी पढने से किसी व्यक्ति के लिए अनेक अवसर खुल जाते हैं। कॉर्पोरेट विश्व की भाषा अंग्रेजी है। यदि कोई व्यक्ति धाराप्रवाह अंग्रेजी बोल सकता है तो वह प्रबंधन की सीढियों को लांघ सकता है, जो अच्छी अंग्रेजी बोल सकता है, हो सकता है वह आपकी योजना आपसे छीन ले और आपकी योजना को कार्यात्मक रूप देने में आपके द्वारा किए गए कडे परिश्रम का श्रेय खुद ले ले।
जरूरी स्किल्स
– सब्जेक्ट पर मजबूत पकड
– पहल शक्ति
– अभिव्यक्ति कौशल
– नेतृत्व क्षमता
– टीम भावना
एजूकेशनल क्वालिफिकेशन
यदि आप बारहवीं किसी भी स्ट्रीम से अंग्रेजी विषय के साथ उत्तीर्ण हैं तो ग्रेजुएशन से कॅरियर की शुरुआत कर सकते हैं। ग्रेजुएशन के बाद पोस्टग्रेजुएशन और डॉक्टरेट की उपाधि अर्जित करके कॅ रियर की ऊंचाइयां छू सकते हैं।
कॅरियर विकल्प
अंग्रेजी भाषा में मास्टर डिग्री करने के बाद कोई भी व्यक्ति किसी सरकारी और निजी संगठन, शैक्षिक संस्थान में रोजगार प्राप्त कर सकता है या अपना निजी प्रशिक्षण केन्द्र चला सकता है। पोस्टग्रेजुएशन- नेट या पी-एचडी करने के बाद केन्द्रीय एवं राज्य स्तरीय विश्वविद्यालयों एवं सम्बद्ध डिग्री कॉलेज में असिस्टेंट प्रोफेसर के रूप में कॅरियर की शुरुआत कर सकता है।
अंग्रेजी के हॉट सेक्टर
इंग्लिश टीचर
किसी अंग्रेजी भाषा प्रशिक्षक के लिए अध्यापन एक अच्छा विकल्प है, क्योंकि तकनीकी अभिव्यक्ति सभी इंजीनियरिंग और प्रबन्धन संस्थानों में एक अनिवार्य विषय होता है। वहां छात्रों को, उनकी बेहतर तैनाती के लिए साक्षात्कार और सामूहिक विचार-विमर्श में बेहतर प्रदर्शन करने के लिए अभिव्यक्ति कौशल और प्रशिक्षित किया जाता है। चूंकि किसी भी संस्थान की प्रगति उसके छात्रों की रोजगार तैनाती पर निर्भर करती है, इसलिए किसी भी अंग्रेजी भाषा प्रशिक्षक की भूमिका अत्यधिक महत्वपूर्ण हो जाती है।
इंस्ट्रक्टर इंग्लिश लैंग्वेज
अंग्रेजी भाषा प्रशिक्षक व्याकरण की दृष्टि से वाक्य सही बनाने की क्षमता को सुधारते हैं या उसके शब्दावली अभाव को मिटाते हैं, व्यक्तियों के सामने अंग्रेजी बोलने के उसके डर को उसके मन से निकालते हैं और प्रस्तुति कौशल में उसकी अक्षमता को दूर करते हैं। सामूहिक विचार-विमर्श, साक्षात्कार, मौखिक प्रस्तुति, रिपोर्ट लेखन, पत्र लेखन आदि जैसे विभिन्न उद्देश्यों के लिए अभिव्यक्तिशील अंग्रेजी में व्यक्तियों को प्रशिक्षित करने के लिए अंग्रेजी भाषा प्रशिक्षक के लिए असीम अवसर हैं।
एडीटर
अंग्रेजी भाषा स्नातकों के लिए सम्पादन एक अच्छा विकल्प हो सकता है। सम्पादन कार्य में विशेषज्ञता प्राप्त करने के लिए नए स्नातकों को लिखित भाषा, शब्द प्रयोग और वाक्य विन्यास में विशिष्ट प्रशिक्षण लेने की जरूरत होती है। कोई भी अंग्रेजी भाषा प्रशिक्षक उन्हें इन संबंधित क्षेत्रों में प्रशिक्षित कर सकता है। विशिष्ट प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद कोई भी उम्मीदवार किसी भी सम्पादन संस्था में कोई रोजगार प्राप्त कर सकता है। कार्यालय-प्रलेखों के सम्पादन के लिए व्यवसाय-जगत को भी ऐसे विशेषज्ञ सम्पादकों की अत्यधिक आवश्यकता होती है।
इंग्लिश ट्रांसलेटर
अंग्रेजी भाषा के साथ यदि आपकी अन्य किसी भाषा पर अच्छी पकड है तो अनुवादक के रूप में सरकारी, अर्द्ध सरकारी या फिर प्राइवेट संस्थान में जॉब की शुरुआत कर सकते हैं। इसके अलावा आप अनुवादक के रूप में घर पर रहकर कार्य कर सकते हैं। एक अंगेजी भाषा अनुवादक 50 रुपए से 100 रुपए पर पेज अनुवाद करने के लेता है। या फिर वह पार्ट टाइम जॉब कर सकता है।
प्रमुख संस्थान
– जेएनयू, नई दिल्ली
– दिल्ली विश्वविद्यालय, नई दिल्ली
– बीएचयू, वाराणसी
– लखनऊ यूनिवर्सिटी, लखनऊ
– सीएसजेएम यूनिवर्सिटी, कानपुर
– अलीगढ मुस्लिम विश्वविद्यालय, अलीगढ
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