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डच शिक्षण प्रणाली की विशेषता छात्रों के प्रति उसका समर्पण है। वहां छात्रों को विभिन्न ग्रुपों में विभाजित करके प्रयोगात्मक कार्य एवं विभिन्न प्रकार की प्रतिस्पर्धाएं आदि कराई जाती हैं। इस तरह के कार्यक्रम प्रतिस्पर्धात्मक भावना को बढ़ाते हैं। विद्यार्थियों में विकसित हुई यह आदत उन्हें आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करती है। इस टीम वर्क के कारण ही विदेशी छात्र वहां के स्थानीय माहौल से सामंजस्य स्थापित कर लेते हैं।
विदेशी छात्र
एक अनुमान के अनुसार पिछले पांच-दस सालों में जितने भी छात्रों ने वहां उच्च शिक्षा के लिए नामांकन कराया है, उसमें करीब 10 से 12 प्रतिशत विदेशी छात्र हैं। विदेशी छात्रों में अधिकतर स्नातक विषयों के लिए नामांकन कराते हैं। वहां शिक्षा को लेकर जो नई योजनाएं शुरू की गई हैं उनसे विदेशी छात्रों की संख्या बढ़ना तय है।
अंग्रेजी भाषा
नीदरलैंड के निवासी अपनी भाषा में ही बातचीत करते हैं लेकिन इससे आपको वहां किसी भी तरह की परेशानी नहीं होगी, क्योंकि लगभग 95 प्रतिशत डच नागरिक अंग्रेजी भाषा पर अच्छी पकड़ रखते हैं। विदेशी छात्रों को अध्ययन के दौरान किसी तरह की असुविधा न हो इसलिए वहां के विश्वविद्यालयों में अंग्रेजी भाषा में शिक्षा की व्यवस्था है।
अंतरराष्ट्रीय मान्यता
वहां के विश्वविद्यालयों द्वारा स्नातक, परास्नातक एवं शोधकार्यो के लिए प्रदान की जाने वाली डिग्री को विश्वस्तर पर मान्यता मिली हुई है। वहां अध्ययन करके आए छात्र यदि आगे पढ़ाई करना चाहते हैं तो वे किसी भी देश के शिक्षण संस्थान में आसानी से प्रवेश ले सकते हैं। कई यूरोपीय देशों में शोधकार्य के लिए नीदरलैंड में दी गई डिग्री को वरीयता भी प्रदान की जाती है।
यूरोप का दरवाजा
नीदरलैंड को यूरोप का दरवाजा भी कहा जाता है। इसका कारण यह है कि यूरोप के सभी देशों की राजधानियों में यहां से जाना सुगम है। डच राजधानी एम्सटर्डम से पेरिस, बर्लिन, ब्रुसेल्स और लंदन तो कुछ ही घंटे की उडान में पहुंचा जा सकता है।
किफायती शिक्षा
नीदरलैंड की शिक्षा को किफायती माना जाता है। विदेशी छात्रों को दी जाने वाली विशेष रियायतें इसे और भी सस्ता बना देती हैं। शिक्षा पर जो खर्च होता है, वह इस पर निर्भर करता है कि आप किस विषय की पढ़ाई कर रहे हैं और उसकी समयावधि कितनी है। आमतौर पर ज्यादा अवधि वाले कोर्स की फीस अधिक होती है।
लीडेन विश्वविद्यालय
नीदरलैंड का सबसे प्राचीन विश्वविद्यालय लीडेन है। इसकी स्थापना सन 1575 में की गई थी। यूनिवर्सिटी ऑफ एम्सटर्डम और यूनिवर्सिटी ऑफ उत्रेच वहां के सबसे बड़े विश्वविद्यालय हैं। इन दोनों विश्वविद्यालयों में बीस हजार से अधिक छात्र अध्ययन कर रहे हैं।
वर्क परमिट
गैर यूरोपीय देशों के विद्यार्थियों को नीदरलैंड में पार्टटाइम जॉब करने की छूट कुछ नियमों के तहत मिल जाती है। इसके लिए विद्यार्थियों के पास उस संस्थान की अनुमति होनी चाहिए, जहां वह अध्ययन कर रहा है। वर्क परमिट सप्ताह में निर्धारित घंटों के आधार पर दिया जाता है।
वीजा एवं स्कॉलरशिप
नीदरलैंड में वीजा के नियम अन्य यूरोपीय देशों की तरह ही हैं। निर्धारित औपचारिकताओं की पूर्ति करके आसानी से स्टूडेंट वीजा हासिल किया जा सकता है। भारत के साथ नीदरलैंड के अच्छे संबंधों के कारण यहां के छात्रों को वहां वीजा के लिए अधिक परेशानी का सामना नहीं करना पड़ता है। विदेशी छात्रों के लिए विभिन्न प्रकार की स्कॉलरशिप योजनाएं नीदरलैंड में चल रही हैं। इनका लाभ किसी भी देश के छात्र उठा सकते हैं।
प्रमुख विश्वविद्यालय
University of Amsterdam
Technical University Delft
University Eindhoven
University Groningen
niversity Leiden
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