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था अंदाजे बयां इनका सबसे जुदा

Jagran Contest
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Santlal Karunब्लॉग शिरोमणि – संतलाल करुण

चयनित आलेख हिन्दी ब्लॉगिंग : नए दौर में सोशल नेट्वर्किंग की आलेखमुखी विधा

प्राप्त पुरस्कार – नोकिया आशा 308 (ब्लैक)

पेशे से पत्रकार श्री संतलाल करुण जी वर्तमान में केंद्रीय विद्यालय संगठन के प्राचार्य हैं। अध्यापन के साथ ही आप साहित्य लेखनी में भी सिद्धहस्त हैं। विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में आपके कई लेख, कविताएं व शोधपत्र प्रकाशित हो चुके हैं। ‘अतलस्पर्श’ नाम से आपका कविता-संग्रह भी प्रकाशित हो चुका है।


yamuna pathakब्लॉग श्रेष्ठ – यमुनापाठक

चयनित आलेख – मानो तो मैं गंगा माँ हूँ

प्राप्त पुरस्कार –फिलिप्स एच एल 1632 जूसर मिक्सर ग्राइंडर

पेशे से गृहिणी तथा अर्थशास्त्र में परास्नातक श्रीमती यमुना पाठक जी 14 वर्षों तक अध्यापन के कार्य से जुड़ी रही हैं। अब स्वच्छंद रूप से लेखन कार्य करती हैं। लिखने-पढ़ने की शौकीन यमुना पाठक जी के शब्दों में, “जीवन ईश्वर का दिया अनमोल उपहार है। ईश्वर के द्वारा प्रदत्त साधनों का सकारात्मक प्रयोग कर एक सुन्दर समाज के निर्माण की राह में अग्रसर हो हम इस उपहार के लिए ईश्वर के प्रत्ति सच्ची श्रद्धा रख सकते हैं। जीवन की खूबसूरती इसकी सरलता, आध्यात्मिकता और सकारात्मकता में ही निहित होती है।”


manoranjan thakurब्लॉग मंजूषा – मनोरंजन ठाकुर

चयनित आलेख – वतन का तू ही जन-गण-मन

प्राप्त पुरस्कार –मर्फी रिचर्ड जूसर मिक्सर ग्राइंडर इफेक्टिवो 2 जार

वर्षों से पत्रकारिता में संलग्न श्री ठाकुर जी आकाशवाणी के राष्ट्रीय व क्षेत्रीय केंद्रों में बतौर उद्घोषक/नाट्य कलाकार के तौर पर समय-समय पर अनुबंधित रहे हैं। राष्ट्रीय स्तर पर शांति निकेतन व मदुरै कामराज विवि समेत कॉलेज/विवि स्तर पर विभिन्न नाट्य प्रतियोगिताओं में सहभागी। सर्वश्रेष्ठ अभिनेता पुरस्कार से सम्मानित। पहली बार भागलपुर विवि के युवा महोत्सव में देश स्तर पर आयोजित नाट्य प्रतियोगिता में विजेता बनाने का गौरव हासिल। भागलपुर की नाट्य संस्था ‘दिशा’ में बतौर संयोजक/निर्देशक/कलाकार के तौर पर कई वर्षों तक काम किया।


s dubeब्लॉग मित्र – संकल्प दुबे

चयनित आलेख – हिंदी ब्लॉगिंग ‘हिंग्लिश’ स्वरूप को अपना रही है। क्या यह हिंदी के वास्तविक रंग-ढंग को बिगाड़ेगा या इससे हिंदी को व्यापक स्वीकार्यता मिलेगी?

प्राप्त पुरस्कार –के-प्रो डिनर सेट

22 वर्षीय संकल्प दुबे फिलहाल अध्ययनरत हैं। कविताएं लिखने के शौकीन संकल्प खाली समय में हिंदी पठन और कविता लेखन करते हैं। कम आयु होते हुए भी इन्होंने अपनी चमत्कारी लेखनी से संपादक मंडल सहित मंच के अन्य सदस्यों को अभीभूत किया।


akbar mahfooj alamब्लॉग मित्र – अकबर महफ़ूज़ आलम रिज़वी

चयनित आलेख – हिन्दी पखवारा वास्तविकता नहीं, सरकारी स्यापा है

प्राप्त पुरस्कार –के-प्रो डिनर सेट

बिहार के दरभंगा जिले से नाता रखने वाले अकबर महफूज आलम अभी अध्ययन में रत हैं। पत्रकारिता में डिप्लोमा के बाद फिलहाल जामिया से हिन्दी-उर्दू उपन्यासों पर शोध(पीएचडी) में संलग्न हैं। पढ़ने-लिखने का विशेष शौक होने के कारण सक्रिय रूप से ब्लॉगिंग करते हैं। आपकी कई कहानी, कविताएं पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित हो चुकी हैं।


rajesh 1ब्लॉग मित्र – राजेश कश्यप

चयनित आलेख – हिन्दी पखवाड़ा: दिखावे में भी दम है!

प्राप्त पुरस्कार –के-प्रो डिनर सेट

जागरण जंक्शन मंच के सक्रिय ब्लॉगर तथा हरियाणा कश्यप राजपूत सभा द्वारा स्थापित ‘साहित्यिक एवं सांस्कृतिक सेल के ‘चेयरमैन’ सभा के ‘प्रदेश प्रवक्ता’ एवं जिला रोहतक के प्रधान हैं। ब्लॉगिंग के साथ स्वतंत्र पत्रकार, लेखक एवं समीक्षक। आपकी तथ्यात्मक शैली बेहद प्रभावोत्पादक है।


kumaredraब्लॉग मित्र – डॉ. कुमारेन्द्र सिंह सेंगर

चयनित आलेख – हिंग्लिश हमारी बातचीत में है हिन्दी ब्लॉगिंग में नहीं

प्राप्त पुरस्कार –के-प्रो डिनर सेट

पेशे से पत्रकार डॉ. कुमार अमरेंद्र साहित्य जगत में अपना विशेष स्थान रखते हैं। इनकी कविताएं, कहानियां, लेख व शोध-आलेख देश की लगभग सभी प्रमुख पत्र-पत्रिकाओं में नियमित तौर पर प्रकाशित होते रहते हैं। वर्तमान में आप पत्र-पत्रिकाओं के साथ ही इंटरनेट पर ब्लॉग के द्वारा एवं विभिन्न साइटों के द्वारा भी लेखन में सक्रिय हैं। अद्यतन 14 पुस्तकों का प्रकाशन जिनमें 2 कविता संग्रह, एक कहानी संग्रह के अतिरिक्त पाठ्यक्रम सम्बन्धी, पर्यावरण सम्बन्धी, कन्या भ्रूण हत्या निवारण सम्बन्धी पुस्तकें प्रमुख हैं। सम्पादक कार्य- साहित्यिक पत्रिका स्पंदन तथा अन्तरराष्ट्रीय रिसर्च जनरल मेनीफेस्टो । सम्प्रति गाँधी महाविद्यालय, उरई में हिन्दी विभाग में प्रवक्ता पद पर कार्यरत।


sarita sinhaब्लॉग मित्र – सरिता सिन्हा

चयनित आलेख – हिंदी गर्व की भाषा है

प्राप्त पुरस्कार –के-प्रो डिनर सेट

परिष्कृत भाषा शैली तथा सुलझे हुए विचारों से आबद्ध और पेशे से गृहणी श्रीमती सरिता सिन्हा जी जागरण जंक्शन की सक्रिय तथा उत्कृष्ट ब्लॉग लेखकों में एक हैं। जन्तु  शास्त्र तथा समाजशास्त्र में स्नातकोत्तर सरिता उच्च स्तर की लेखिका हैं।


usha tanejaब्लॉग मित्र – उषा तनेजा ‘उत्सव’

चयनित आलेख – “नव परिवर्तनों के दौर में हिंदी ब्लॉगिंग”

प्राप्त पुरस्कार –के-प्रो डिनर सेट

हरियाणा की उषा तनेजा अपना प्ले स्कूल चलाती हैं। शुरुआती दिनों में स्कूल के सांस्कृतिक कार्यक्रमों में नाटक, निबंध व कविताएं खुद लिखा करती थीं। आज इनकी कई कविताएं, व्यंग्य लेख, शैक्षिक लेख, लघु कथाएं आदि पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित हो चुकी हैं। बच्चों के लिए कविता-संग्रह व लघु कहानियां भी प्रकाशित।


deepakब्लॉग मित्र – दीपक तिवारी

चयनित आलेख – हिंदी ब्लॉगिंग से मिलेगा हिंदी को मान !

प्राप्त पुरस्कार –के-प्रो डिनर सेट

मूल रूप से पत्रकार दीपक तिवारी पिछले 9 वर्षों से पत्रकारिता कर रहे हैं। अब तक विभिन्न समाचार पत्रों के साथ ही समाचार चैनलों में अपनी सेवाएं दे चुके हैं। न्यू देहली पोस्ट समाचार पत्र के साथ बतौर विशेष संवाददाता कार्य कर रहे हैं। साथ ही ज्वलंत राजनीतिक और सामाजिक मुद्दों को अपने ब्लॉग(deepaktiwariji.blogspot.in और tiwariji.jagranjunction.com ) के माध्यम से भी उठाने का लगातार प्रयास कर रहे हैं।


rajesh tripathiब्लॉग मित्र – राजेशत्रिपाठी

चयनित आलेख – हिंदी बाजार की भाषा तो है ही, गर्व और सम्मान की भी भाषा है

प्राप्त पुरस्कार –के-प्रो डिनर सेट

उत्तर प्रदेश के राजेश त्रिपाठी जी तीन दशक से भी अधिक समय से पत्रकारिता में संलग्न हैं। राजेश आनंद बाजार प्रकाशन समूह के लोकप्रिय हिंदी साप्ताहिक ‘रविवार’ तथा ‘जनसत्ता’ में उपसंपादक रह चुके हैं।  प्रभात खबर हिंदी दैनिक के वेब एडीशन में कंटेट चीफ के रूप में कार्य के साथ ही कई पत्र-पत्रिकाओं का संपादन भी कर चुके हैं। पत्रकारिता से जुड़े कई सम्मान से सम्मानित। सैकड़ों बाल उपन्यास, दर्जनों कहानियां, आलेख व रिपोर्ताज प्रकाशित।


seemaब्लॉग मित्र – सीमा सचदेव

चयनित आलेख – जाके सर पर सोहे ताज , नहीं किसी का वो मोहताज़

प्राप्त पुरस्कार –के-प्रो डिनर सेट

पेशे से हिंदी अध्यापिका आदरणीया सीमा सचदेव जी जागरण जंक्शन मंच की सकिय ब्लॉगर होने के साथ ही साहित्य लेखनी में अत्यंत सक्रिय भूमिका में रही हैं। बचपन से ही कहानियां कविताएं लिखने की शौकीन सीमा वर्ष 2011 में टाइम पत्रिका द्वारा सर्वोत्तम 111 लेखिकाओं में चुनी गईं। अब तक कई कविताएं लिख चुकी हैं तथा कई प्रकाशित भी हो चुकी हैं।


J.L. SINGHब्लॉग मित्र –जवाहर लाल सिंह

चयनित आलेख क्या हिंदी सम्मानजनक भाषा के रूप में मुख्य धारा में लाई जा सकती है? अगर हां, तो किस प्रकार? (अगर नहीं, तो क्यों नहीं?)

प्राप्त पुरस्कार – के-प्रो डिनर सेट

पेशे से इलेक्ट्रिकल इंजीनियर जवाहर लाल जी में हिंदी साहित्य का कीड़ा ही कहा जाएगा कि पूर्णरूपेण अलग क्षेत्र होने तथा व्यस्त दिनचर्या के बावजूद वे ब्लॉगिंग में सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं। हिंदी साहित्य पठन, लेखन में रूचि, हिंदी लेखन में कई पुरस्कार टाटा स्टील और JCSSI  प्राप्त।

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