क्रिकेटर्स के लिए खेल ही उनका सबकुछ होता है। मगर एक दौर ऐसा भी आता है, जब उन्हें क्रिकेट को अलविदा कहना पड़ता है। हालांकि, ये फैसला लेना किसी भी खिलाड़ी के लिए आसान नहीं होता कि वह कब से अपने खेल को अलविदा कहे। क्रिकेट जगत में कई ऐसे महान खिलाड़ी हुए, जिनके संन्यास लेने के बाद टीम में एक खालीपन सा महसूस हुआ। हर किसी के संन्यास लेने का तरीका अलग-अलग होता है। कोई लगातार खराब फॉर्म की वजह से, कोई बढ़ती उम्र की वजह से, तो कोई फिटनेस की समस्या के कारण संन्यास ले लेता है। मगर कुछ ऐसे भी हैं, जिन्होंने करियर के टॉप पर रहते हुए संन्यास लेकर लोगों को चौंका दिया। आइये आपको ऐसे ही पांच क्रिकेटरों के बारे में बताते हैं, जिन्होंने अचानक टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कहकर फैंस समेत क्रिकेट जगह में लोगों को हैरान कर दिया।
रेयान हैरिस
रेयान हैरिस ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज थे। साल 2015 की एशेज सीरीज के लिए वे टीम में शामिल किए गए थे। मगर हैरिस ने सीरीज के शुरू होने से एक हफ्ते पहले ही संन्यास ले लिया। उन्होंने इसकी वजह घुटने की चोट बताई। हैरिस का संन्यास कंगारू टीम के लिए बड़ा झटका था, क्योंकि 2013 की एशेज सीरीज में वे टॉप गेंदबाज थे।
शॉन टेट
ऑस्ट्रेलिया के शॉन टेट टेस्ट क्रिकेट के सबसे तेज गेंदबाजों में से एक रहे हैं। साल 2008 में भारत के खिलाफ टेस्ट मैच में शॉन टेट एक भी विकेट लेने में नाकाम साबित हुए। भारत ने पर्थ टेस्ट शानदार तरीके से जीत लिया। टेट इस हार से इतने निराश हुए कि उन्होंने टेस्ट क्रिकेट से अचानक अनिश्चितकाल के लिए ब्रेक ले लिया। पर्थ टेस्ट उनके करियर के लिए आखिरी टेस्ट मैच साबित हुआ और उनके सुनहरे करियर का अंत हो गया।
ग्रीम स्वान
इंग्लैंड के दिग्गज ऑफ स्पिनर ग्रीम स्वान ने साल 2013 की एशेज सीरीज के बीच में ही टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले लिया, जिससे क्रिकेट जगत हैरान रह गया था। उन्होंने एशेज सीरीज का पहला, दूसरा और तीसरा मैच क्रमश: ब्रिसबेन, एडिलेड और पर्थ में खेला था। उन्होंने मेलबर्न टेस्ट शुरू होने से ठीक 4 दिन पहले ही टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कह दिया। बताया जाता है कि कोहनी की चोट की वजह से उन्होंने ये कड़ा फैसला लिया। स्वान टेस्ट क्रिकेट के बेहतरीन ऑफ स्पिनर्स में से एक थे।
अनिल कुंबले
साल 2008 में टीम इंडिया के उस वक्त के टेस्ट कप्तान अनिल कुंबले ने 4 टेस्ट मैचों की सीरीज के दौरान अचानक संन्यास का एलान कर सभी को चौंका दिया। दिल्ली में उन्होंने अपना आखिरी टेस्ट मैच खेला था। कुंबले ने कुछ समय के लिए टेस्ट में टीम इंडिया की कप्तानी भी की थी। इस लेग स्पिनर ने अपने टेस्ट करियर में 619 विकेट हासिल किए हैं। वे भारत की तरफ से टेस्ट में सबसे ज्यादा और विश्व में तीसरे सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले खिलाड़ी हैं।
एमएस धोनी
साल 2014 की टेस्ट सीरीज खत्म होते ही एमएस धोनी ने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले लिया। इस फैसले ने उनके करोड़ों फैंस का दिल तोड़ दिया था। महेंद्र सिंह धोनी का टेस्ट क्रिकेट से लिया गया अचानक संन्यास आज भी भारतीय क्रिकेट इतिहास के सबसे बड़े रहस्यों में से एक है। धोनी ने 90 टेस्ट मैच में 4876 रन बनाए हैं, जिनमें 6 शतक शामिल हैं…Next
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