भारत ने नेपियर के मैकलीन पार्क में खले गए पहले वनडे मैच में न्यूजीलैंड को 8 विकेट से हरा दिया। भारतीय गेंदबाज़ों के शानदार प्रदर्शन की बदौलत पूरी कीवी टीम सिर्फ 157 रन बनाकर ढेर हो गई। सके बाद बल्लेबाज़ी करने उतरी भारतीय टीम की शुरुआत अच्छी रही लेकिन मैच के 11वें ओवर में जब भारत का स्कोर बिना किसी नुकसान के 41 रन था, मैच को रोकना पड़ा। दरअसल, उस समय बल्लेबाज़ी कर रहे भारतीय सलामी बल्लेबाज़ शिखर धवन ने अंपायर से उनकी आँखों में पड़ रही सूरज की किरणों की शिकायत की, जिसकी वजह से उन्हें गेंद को देखने में दिक्क्त हो रही थी। अंपायरों ने तुरंत इस पर कार्रवाई की और खिलाड़ियों को मैदान से बाहर भेज दिया। सूर्य अस्त होने तक लगभग आधे घंटे के लिए मैच को रोकना पड़ा। हालाँकि, यह पहला अवसर नहीं है जब क्रिकेट मैदान पर इस तरह की अजीब घटना हुई है। इससे पहले भी कई बार ऐसे ही कारणों से मैच को रोकना पड़ा है।
कार की वजह से रोकना पड़ा मैच
2017 में, रणजी ट्रॉफी के एक मैच में दिल्ली के पालम वायु सेना मैदान में मेज़बान टीम उत्तर प्रदेश के साथ खेल रही थी। मैच में गौतम गंभीर, ईशांत शर्मा, ऋषभ पंत और सुरेश रैना जैसे खिलाड़ी खेल रहे थे। इस मैच के तीसरे दिन के खेल के दौरान एक कार रहस्यमय तरीके से सुरक्षा घेरा तोड़ते हुए मैदान पर आ पहुँची। स्टेडियम का एक गेट मुख्य सड़क से सीधे जुड़ा हुआ था और सुरक्षा कर्मियों के वहां अनुपस्थित होने की वजह से ड्राइवर को बेरोकटोक सीधे मैदान में आने का मौका मिल गया। इसके बाद मैच अधिकारियों ने तुरंत कारवाई करते हुए कार ड्राइवर को पुलिस के हवाले कर दिया। हालांकि ड्राइवर ने दावा किया कि वह घबरा गया था और जानभूझकर उसने यह गलती नहीं की थी।
कैंडी में मधुमक्खी का हमला
क्रिकेट मैचों के दौरान मधुमक्खियां की वजह से मैच बाधित होना अधिकारियों के लिए अक्सर चिंता का कारण रहा है। एक बार 1981 में भी मधुमक्खियों के हमले की वजह से कुछ खिलाड़ी घायल हो चुके हैं। इसके 26 साल बाद, एक बार फिर से मधुमक्खियों की वजह से मैच को बीच में ही रोकना पड़ा था। अंपायर खुद को मधुमक्खियों के हमले से बचाने के लिए जमीन पर सीधे लेट गए। खिलाड़ियों ने भी ऐसा ही किया और मैदान पर कुछ मिनटों के लिए वे पेट के बल लेटे रहे जब तक कि मधुमक्खियों का झुंड वहां से उड़ नहीं गया।
टाइम पर खाना नहीं पहुंचने की वजह से रोकना पड़ा मैच
2017 में ब्लूमेफोंटेन में बांग्लादेश और दक्षिण अफ्रीका के दरमियान एक टेस्ट मैच खेला गया। मैच में घरेलू दर्शकों का उत्साह चरम पर था क्यूंकि उनकी टीम बढ़िया प्रदर्शन कर रही थी। लेकिन मैच के पहले दिन लंच ब्रेक का समय 10 मिनट तक बढ़ाना पड़ा क्यूंकि मैच अधिकारियों ने मेहमान टीम को भोजन पहुंचाने में देरी कर दी थी। बसे खास बात यह है कि इस सूची में बाकी की चार घटनाओं की अपेक्षा यह पहली और एकमात्र ऐसी घटना है जब खाना लेट पहुंचने की वजह से मैच में विघ्न पड़ा।
ओल्ड ट्रैफर्ड में बज उठा फायर अलार्म
2007 में, ओल्ड ट्रैफर्ड मैदान पर लंकाशायर की टीम मैनचेस्टर के साथ एक रोमांचक मुकाबला खेल रही थी।लेकिन चलते मैच में अचानक फायर अलार्म बजने के बाद मैच को कुछ देर के लिए रोकना पड़ा। इसके बाद मैदान को खाली करवाया गया और फायर ब्रिगेड को बुलाया गया। जबकि वहां मौजूद सभी दर्शक यही सोच रहे थे कि वे मैदान में आग की लपटें देखेंगे लेकिन ऐसा हुआ कुछ भी नहीं। दरअसल, फायर अलार्म रसोईघर में किसी शेफ के खाना जला देने की वजह से बज उठा था। रसोईघर में खाना जला था जिसकी वजह से धुआँ हुआ और फायर अलार्म बज उठा।
नाथन लियोन ने टोस्ट जलाया
ब्रिस्बेन के शेफील्ड शील्ड मैदान में 2017-18 में न्यू साउथ वेल्स और क्वींसलैंड के बीच एक रोमांचक मुकाबला चल रहा था। लेकिन जब न्यू साउथ वेल्स को जीत के लिए सिर्फ 18 रनों की आवश्यकता था, एक अजीबो-गरीब घटना की वजह से मैच को कुछ देर के लिए रोकना पड़ा। दरअसल, स्टेडियम में चालू मैच के दौरान अचानक फायर अलार्म बज उठा था और स्थिति को नियंत्रित करने के लिए फायर-बिग्रेड की गाड़ियां भी तुरंत मैदान पर पहुंच गईं थीं। हालांकि बाद में पता चला कि ऐसा टोस्ट के जल जाने से हुआ था। ऑस्ट्रेलिया के दिग्गज स्पिनर नाथन लियोन ने अपने टोस्ट को ज़्यादा जला दिया था जिसकी वजह से धुआं उठा और फायर अलार्म बजने लगा।…Next
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