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क्या दरकने लगी है दीवार !- राहुल द्रविड़

आज भारतीय क्रिकेट टीम की दीवार यानि राहुल द्रविड़ का जन्मदिन है. आज द्रविड़ 39 साल के हो गए हैं. टेस्ट मैचों में 13,000 रन से ज़्यादा और वन-डे मैचों में 10,000 से ज्यादा रन बनाने वाले राहुल द्रविड़ आज भारतीय टीम के महान क्रिकेटरों में शामिल हैं.


अपनी बेहतरीन शैली और तकनीक के बल पर उन्होंने दुनियाभर में अपनी कामयाबी का परचम लहराया है. यह उनकी क्षमता का ही असर है कि उन्होंने देश की जगह विदेशी धरती पर अधिक रन बनाए हैं. सौरभ, लक्ष्मण और सचिन तेंदुलकर जैसे महान क्रिकेटरों के साथ खेलते हुए उनका नाम उतना नहीं हुआ जितना सचिन और सौरभ का हुआ पर उनकी भागीदारी किसी भी खिलाड़ी से कम नहीं है.


Dravidद्रविड़ को ‘द वॉल’ और ‘मिस्टर भरोसेमंद’ जैसे उपनाम उनकी उपयोगिता को साबित करते हैं. टेस्ट क्रिकेट हो या वनडे क्रिकेट सबमें उनका रिकॉर्ड बेमिसाल है. एक खिलाड़ी के तौर पर युवा उन्हें अपना आदर्श मानते हैं.


हां, इतना जरूर कहा जा सकता है कि टीम इंडिया की कप्तानी के भार से द्रविड़ की बल्लेबाजी पर कुछ प्रभाव अवश्य पड़ा था. कोच ग्रेग चैपल के आने और जाने के दौरान द्रविड़ ने क्रिकेट प्रेमियों और अपनी टीम के वरिष्ठ साथियों द्वारा भी कई बार कटु आलोचनाओं का सामना किया. बावजूद इसके मजबूत मानसिकता वाले इस खिलाड़ी ने अपने साथ-साथ टीम के प्रदर्शन को बनाए रखने के लिए अपनी ओर से कोई कोर कसर बाकी नहीं रखी थी.


Rahul DravidRahul Dravid’sProfile

राहुल द्रविड़ का जन्म 11 जनवरी, 1973 को मध्यप्रदेश के इंदौर शहर में हुआ था. द्रविड़ के पिता एक जैम बनाने वाली कंपनी में काम करते थे. द्रविड़ का एक नाम “जैमी” भी है जिसकी वजह उनके पिता का किसान जैम में काम करना और द्रविड़ का इस कंपनी के लिए प्रचार है. राहुल द्रविड़ की मां पुष्पा बंगलुरू यूनिवर्सिटी में आर्किटेक्चर की प्रोफेसर हैं. राहुल द्रविड़ ने सेंट जोसेफ कॉलेज ऑफ कॉमर्स से स्नातक की पढ़ाई पूरी की.


Rahul Dravid’sCareer

1991 में राहुल को पहली बार रणजी ट्राफी खेलने के लिए चुना गया और महाराष्ट्र की टीम से उन्हें खेलने का मौका मिला. राहुल ने अपने अंतरराष्ट्रीय कॅरियर की शुरुआत 1996 में श्रीलंका के खिलाफ सिंगापुर में की.


साल 1999 और 2003 के विश्व कप में राहुल द्रविड़ ने जो भूमिका निभाई उससे साफ हो गया कि इस दीवार में बहुत जान है.


DravidThe Wall: Dravid

राहुल द्रविड़ ने हमेशा मुसीबत के समय टीम की हर तरह से मदद की है. जब टीम को एक विकेट कीपर की जरुरत थी तो राहुल द्रविड़ ने यह भूमिका भी निभाई. जब जरुरत एक कप्तान की थी तब उन्होंने कप्तानी संभाली. आज भी द्रविड़ भारतीय टेस्ट टीम के एक अभिन्न अंग हैं.


शांत स्वभाव के राहुल द्रविड़ को क्रिकेट का एक कुशल कलाकार कहा जाता है. इस समय विश्व क्रिकेट में उनकी तरह की तकनीकी क्षमता बहुत ही कम खिलाड़ियों के पास है. धैर्य और मजबूती ने उन्हें मिस्टर वॉल की संज्ञा दिलाई है तो मुसीबत के समय टीम की मदद करने की वजह से उन्हें मिस्टर भरोसेमंद कहा जाता है. वनडे और टेस्ट में ऐसे कई मौके हैं जब राहुल द्रविड़ ने भारतीय टीम की डूबती नाव को किनारे लगाया.


Records of Rahul Dravid: राहुल द्रविड़ के रिकॉर्ड

राहुल द्रविड़ ने कुल 160 अंतरराष्ट्रीय टेस्ट क्रिकेट मैच खेलकर 13000 रन बनाने का रिकार्ड बनाया. राहुल द्रविड़ ने अंतरराष्ट्रीय टेस्ट क्रिकेट करियर में कुल 36 शतक और 62 अर्द्धशतक बनाए हैं. राहुल द्रविड़ एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में भी 10000 से ज्यादा रन (10889 रन) बना चुके हैं. एक दिवसीय मैचों में उन्होंने 12 शतक और 83 अर्द्धशतक बनाए हैं. एक समय भारतीय टीम में द्रविड़ को धीमा कहकर टीम से निकाला भी गया पर जैसे ही वह वापस आए और उन्होंने वनडे मैचों में अपना खेल दिखाया सबकी आलोचनाएं बंद हो गईं. जिस वनडे को लोग फटाफट क्रिकेट का हिस्सा मानते थे वहां द्रविड़ ने धैर्य से खेलकर मैच जीतने की शैली पैदा की.


हाल ही में राहुल द्रविड़ ने एकदिवसीय और टी-ट्वेंटी मैचों से संन्यास लिया है. लेकिन टेस्ट में टीम इंडिया की यह दीवार आने वाले काफी लंबे समय तक यूं ही खड़ी रहेगी.


राहुल द्रविड़ को मिले पुरस्कार और रोचक तथ्य

अर्जुन अवार्ड:1998 में राहुल द्रविड़ को अर्जुन अवार्ड से सम्मानित किया गया था.

2000: विजडन क़्रिकेटर ऑफ द ईयर (Wisden Cricketer of the Year 2000)

पद्मश्री: 2004 में राहुल को पद्म श्री से सम्मानित किया गया था.

आईसीसीप्लेयरऑफईयर : 2004 में हीराहुल द्रविड़ को आईसीसी प्लेयर ऑफ द ईयर के खिताब से नवाजा गया था.

सर्वाधिक कैच:टेस्ट इतिहास में राहुल द्रविड़ सबसे अधिक कैच लेने वाले खिलाड़ी हैं जिनके नाम 200 कैच हैं.

85 शतकीय भागीदारी: राहुल द्रविड़ ने अपने अन्य साथी क्रिकेटरों के साथ 85 से अधिक शतकीय भागीदारियां निभाई हैं जो अपने आप में एक रिकॉर्ड है.

300 रन से ज्यादा की भागीदारी: राहुल द्रविड़ वनडे के ऐसे इकलौते खिलाड़ी हैं जिन्होंने एक पारी में 300 से ज्यादा रनों की भागीदारी में हिस्सा लिया है.


Great Wall of Team India: Mr. Rahul Dravid


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