किसी किताब से ज्यादा लोग किसी दिग्गज की ऑटोबायोग्राफी ज्यादा पसंद करते हैं, क्योंकि इसके पीछे एक वजह थी कि वो यहां कई ऐसे खुलासे करते हैं जो बहुत कम लोग जानते हैं। यही कारण है कि भारतीय क्रिकेट फैन्स अपने पसंदीदा क्रिकेटर के बारे में ज्यादा से ज्यादा बातें जानने के इच्छुक होते हैं। वहीं क्रिकेटर्स भी वो सभी बातें शेयर करने की कोशिश करते हैं, जो उनके फैन्स जानना चाहते हैं। ऐसे में ऑटोबायोग्राफी एक ऐसा जरिया है जिसके माध्यम से फैन्स अपने फेवरेट क्रिकेटर के जीवन से जुड़े कई दिलचस्प किस्सों के बारे में जान सकते है। यही वजह है कि हाल के दिनों में क्रिकेटर्स के बीच अपनी ऑटोबायोग्राफी लांच करने का क्रैज बढ़ा है। तो आईये जानते हैं साल 2018 में क्रिकेटर्स द्वारा लांच ऑटोबायोग्राफी के बारे में
सौरव गांगुली
भारतीय टीम के पूर्व कप्तान और बंगाल टाइगर के नाम से मशहूर सौरव गांगुली ने सितंबर 2018 में अपनी ऑटोबायोग्राफी “ए सेंचुरी इज नॉट इनफ” का विंमोचन किया है । इस किताब में गांगुली ने ग्रेग चैपल से लेकर निजी जिंदगी के बारे में अपनी जिंदगी के मुख्य अंश पर भरपूर रोशनी डाली है। ऑटोबायोग्राफी के एक पन्ने पर गांगुली लिखते हैं कि 2008 में हमारी टीम ऑस्ट्रेलिया दौरे पर गई थी। एक रात मुझे ललित मोदी का फोन आया। मोदी ने कहा कि शाहरूखान ने कोलकाता की टीम खरीदी है और आपको उस टीम का कप्तान नियुक्त किया गया, जो मेरे लिए किसी से उपलब्धि से कम नहीं था।
शेन वॉर्न
इस सूची में पहला नाम आता है विश्व औऱ ऑस्ट्रेलिया के महानतम लेग स्पिनर शेन वॅार्न पर, जिन्होंने अक्टूबर में ‘नो स्पिन’ नामक ऑटोबायोग्राफी का विमोचन किया था। इस ऑटोबायोग्राफी के विमोचन के दौरान वॅार्न ने निजी जिंदगी से लेकर महिलाओं से संबंध के बारे में खुलासा किया है। इस किताब में उन्होंने एक जगह लिखा है की मुझे किसी को देशभक्ति दिखाने की जरूरत नहीं।
संजय मांजरेकर
साल 2018 की शुरूआत में टीम इंडिया के पूर्व सलामी बल्लेबाज और अब कमेंटेटर संजय मांजरेकर ने ‘संजय मांजरेकर इमपरफेक्ट’ नाम अपनी ऑटोबायोग्राफी जारी की, जो काफी चर्चित रही। इस ऑटोबायोग्राफी में संजय ने अपने संन्यास के लिए राहुल द्रविड और सौरव गांगुली को जिम्मेदार ठहराया है।
वीवीएस लक्ष्मण
अपनी कलात्मक बल्लेबाजी के लिए मशहूर रहे पूर्व क्रिकेटर वीवीएस लक्ष्मण ने अपनी आत्मकथा लिखी है जो 20 नवंबर को प्रशंसकों के लिए उपलब्ध होगी। ये आत्मकथा वेस्टलैंड पब्लिकेशन द्वारा जारी की जाएगी। लक्ष्मण की आत्मकथा का शीर्षक ‘281 एंड बियोंड’ है, जो साल 2001 में ईडन गार्डन्स में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ लक्ष्मण की 281 रनों की शानदार सीरीज़-टर्निंग पारी से लिया गया है। पत्रकारों से बात करते हुए लक्ष्मण ने एक जगह कहा था कि इस किताब का आखिरी पन्ना लिखने तक मेरे आंख आंसूओं से भरे थे।
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