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गांगुली और धोनी को नहीं, बल्कि इस क्रिकेटर को अपना बेस्ट कप्तान मानते हैं गौतम गंभीर

साल 2000 के बाद जब भी भारतीय क्रिकेट टीम के सर्वश्रेष्ठ कप्तानों के बारे में बात की जाती है तो दो ही नाम प्रमुखता से लिए जाते हैं,  सौरव गांगुली और महेंद्र सिंह धौनी। हाल ही में क्रिकेट से संन्यास ले चुके गंभीर की राय कुछ अलग है। दअरसल गौतम गंभीर से जब पूछा गया कि उनके हिसाब से भारत का सबसे सर्वश्रेष्ठ कप्तान कौन है, जिसके नेतृत्व में वो खेले तो उन्होंने सौरव गांगुली और महेंद्र सिंह धोनी का नाम लेने से इनकार कर दिया और उन्होंने उस कप्तान का नाम लिया जिसने भारत की लनडे की कप्तानी कभी नहीं की।

Shilpi Singh
Shilpi Singh10 Dec, 2018

 

 

गंभीरके लिए कुंबले थे लीडर

गौतम गंभीर ने कहा, ‘मुझसे हमेशा पूछा जाता है कि सभी में सबसे सर्वश्रेष्ठ कप्तान कौन था जिनके अंडर में मैं खेला। और मेरा हमेशा एक ही जवाब होता है कि जो टीम बेहतर होती है उसका कप्तान उतना ही बेहतर होता है। मैं आज कह सकता हूं कि मैंने बहुत सारे कप्तानों के अंडर में खेला। लेकिन उन सभी में लीडर सिर्फ एक ही था और वह थे अनिल कुंबले। मुझे लगता है कि मैंने उनसे बहुत कुछ सीखा।

 

 

कुंबले जुनूनी और ईमानदार थे

गंभीर ने कहा कि, ‘कुंबले की कप्तानी में मैंने सिर्फ 5 टेस्ट मैच खेले। लेकिन मैंने कप्तानी के बारे में उनसे बहुत कुछ सीखा, जिसे कप्तान रहते मैंने खुद भी इस्तेमाल किया।  वह जिस तरह से निस्वार्थ थे, जिस तरह से जुनूनी थे, जितने ईमानदार थे उतना दूसरा कोई नहीं था। अब संन्यास लेने के बाद मैं खुलकर कह सकता हूं कि वह उन सभी कप्तानों में सर्वश्रेष्ठ थे जिनके अंडर में मैंने क्रिकेट खेला’।

 

 

हमेशा निस्वार्थ भाव से ही की है कप्तानी

जब गौतम गंभीर से उनकी कप्तानी के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि निस्वार्थ भाव से और ईमानदार रहकर कप्तानी करना ही मेरा सबसे बड़ा गुण था। उन्होंने कहा, ‘मुझे नहीं पता, मैंने बहुत लंबे समय तक भारतीय टीम की कप्तानी नहीं की। मुझे लगता है कि एक कप्तान का सबसे बड़ा गुण होना चाहिए की वह निस्वार्थ और ईमानदार हो। मुझे लगता है कि ये दोनों ही गुण मेरे अंदर हैं। मैंने जब भी भारत और केकेआर की कप्तानी की ईमानदारी और निस्वार्थ भाव से की’।

 

 

धोनी पर गंभीर ने उठाए कई सवाल

पूर्व दिग्गज भारतीय ओपनर बल्लेबाज गौतम गंभीर ने क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से संन्यास ले लिया है। बेबाक बयान के लिए जाने जाने वाले गंभीर अपने करियर के दौरान हुई घटनाओं पर खुलकर बोल रहे हैं। उन्होंने एक बयान में सीबी सीरीज-2012 के दौरान एमएस धोनी की सिलेक्शन पॉलिसी को अनुचित ठहराया, जिसमें पूर्व भारतीय कप्तान ने कहा था कि वह 2015 वनडे वर्ल्ड कप में सचिन तेंडुलकर, वीरेंदर सहवाग और गौतम गंभीर को एक साथ टीम में नहीं खिला सकते। टूर्नमेंट ऑस्ट्रेलिया (ऑस्ट्रेलिया और न्यू जीलैंड की संयुक्त मेजबानी) में हो रहा है। यहां बड़े मैदान होते हैं और भारत को अच्छे फील्डर की जरूरत होगी।…Next

 

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