सौरव गांगुली भारतीय क्रिकेट टीम के सफल कप्तानों की लिस्ट में शामिल हैं। उन्होंने इंडियन क्रिकेट को एक नए लेवल पर पहुंचाया। आज भारतीय क्रिकेट टीम के कई बड़े सितारे सौरव गांगुली की ही खोज हैं। गांगुली का अपना एक अलग अंदाज था। उनके सिक्स लगाने की स्टाइल की तारीफ प्रशंसक ही नहीं, विरोधी भी करते थे। यूं तो गांगुली के कॅरियर से जुड़े कई किस्से हैं, लेकिन एक किस्सा ऐसा भी है, जिसे सबसे ज्यादा याद किया जाता है और वो है लॉर्ड्स में टी-शर्ट उतारने का किस्सा। सौरव ने इस बारे में खुलासा किया है कि उन्होंने क्यों अपनी टी-शर्ट उतारी थी। आइये आपको बताते हैं पूरा मामला।
‘टी-शर्ट उतारकर सेलिब्रेट करना सही नहीं’
इंडियन क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली ने आत्मकथा ‘ए सेंचुरी इज नॉट एनफ’ में अपने क्रिकेट कॅरियर की रोचक घटनाओं के बारे में बताया है। यह किताब जल्द ही लॉन्च होने वाली है, लेकिन लॉन्च से पहले किताब के कुछ अंशों को गांगुली ने फैंस के साथ शेयर किया। इसी दौरान उन्होंने उस वाकये का भी जिक्र किया, जब उन्होंने अपनी टी-शर्ट उतार दी थी। सौरव गांगुली ने साल 2002 में खेले गए नेटवेस्ट सीरीज का जिक्र किया। गांगुली ने कहा कि फाइनल मैच में जीत को लेकर टीम काफी उत्साहित थी और जहीर खान के विनिंग शॉट लगाते ही मैं अपने आपको रोक नहीं सका। गांगुली ने कहा कि जीतने के बाद टी-शर्ट उतारकर सेलिब्रेट करना सही नहीं था। जीत का जश्न मनाने के लिए और भी कई तरीके थे।
फ्लिंटॉफ को जवाब देने के लिए किया ऐसा
दरअसल, गांगुली ने टी-शर्ट उतारकर एंड्र्यू फ्लिंटॉफ को जवाब दिया था। गांगुली ने बताया कि जब 2002 में इंग्लैंड की टीम भारत आई थी, तो एंड्र्यू फ्लिंटॉफ ने यह काम किया था। इसके बाद लॉर्ड्स में फाइनल मुकाबला जीतने के बाद मैंने भी कुछ ऐसा ही किया। हालांकि, इस घटना के बाद इसे लेकर काफी पछतावा हुआ और मैं आज तक इस बात का अफसोस कर रहा हूं। रियल लाइफ में मैं इस तरह का इंसान नहीं हूं। खुशी जाहिर करने के और भी तरीके थे, लेकिन क्रिकेट का जुनून मुझ पर इस कदर हावी था कि मैंने फ्लिंटॉफ को उन्हीं के अंदाज में जवाब देना बेहतर समझा।
मुश्किल परिस्थितियों से निकलकर हासिल की थी जीत
गौरतलब है कि इंग्लैंड की टीम ने मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में भारत को वनडे सीरीज के फाइनल मुकाबले में हराया था। इसके बाद जब 2002 में भारतीय टीम इंग्लैंड दौरे पर गई थी, तो वहां वो जीतने में कामयाब रही। इस मैच में मुश्किल परिस्थितियों से निकलकर भारतीय खिलाड़ियों ने जीत हासिल की थी। लॉर्ड्स में खेले गए फाइनल मैच में इंग्लैंड की टीम ने 50 ओवर में 5 विकेट खोकर 325 रन बनाए थे।
भारतीय टीम की शुरुआत रही अच्छी
326 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम की शुरुआत अच्छी रही। कप्तान सौरव गांगुली और सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग ने पहले विकेट के लिए 106 रनों की पार्टनरशिप की। इसके बाद सहवाग 45 और गांगुली 60 रन बनाकर आउट हो गए। इन दोनों के अलावा युवराज सिंह और मोहम्मद कैफ ने टीम को जीत की ओर बढ़ाने का काम किया। अंतिम ओवर में भारतीय टीम ने दो विकेट से इस मैच को अपने नाम कर लिया था…Next
Read More:
कोहली-धवन की दोस्ती कैमरे में हुई कैद, गब्बर के साथ इस अंदाज में दिखे विराट
राज्यसभा में कमजोर हो सकती है विपक्ष की धार, भाजपा को होगा फायदा!इनकम टैक्स रिटर्न फाइल करते समय ध्यान रखें ये 4 जरूरी बातें
Read Comments