‘क्रिकेट सम्भावनाओं का खेल है, इसमें कुछ भी हो सकता है.’ ऐसा कहा जाता है कब 50 ओवर में ऑस्ट्रेलिया के 434 रनों का पीछा करते हुए दक्षिण अफ्रीका 438 रन बना दे और कब भारत को बांग्लादेश एक मैच हरा विश्व कप से बाहर कर दे यह कहा नहीं जा सकता. यह भी कि कब कोई गेंदबाज चल जाये और हारती हुई अपनी टीम का सिर गर्व से ऊँचा कर दे यह कहना भी मुश्किल है. क्रिकेट का इतिहास कई अविश्वसनीय तथ्यों से भरा है. इनमें से ही एक ऐसा तथ्य है जिस पर आज भी क्रिकेट प्रेमी सहसा विश्वास नहीं कर पाते.
कई क्रिकेट प्रेमियों के लिये एक गेंद में अधिकतम रन बना सकने की क्षमता अब तक महज एक सवाल ही बनी हुई है. वर्तमान में एक गेंद में अधिकतम बने रन की संख्या 17 है. यह कीर्तिमान ऑस्ट्रेलिया के गैरी चैपमैन के नाम है. इसे गिनीज़ बुक ऑप वर्ल्ड रिकॉर्डस में भी स्थान प्राप्त है. आधिकारिक रूप से पहली बार प्रथम श्रेणी क्रिकेट में वर्ष 1873 में एक गेंद पर 10 रन का रिकॉर्ड है जो एल्बर्ट हॉर्नबॉय के नाम है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि एक गेंद में अधिकतम 286 रन बनाने का भी दावा किया जा चुका है. लंदन से प्रकाशित अंग्रेज़ी अख़बार पॉल मॉल गैज़ट ने 15 जनवरी 1894 को एक अविश्वसनीय कहानी प्रकाशित की.
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वर्ष 1894 में पश्चिमी ऑस्ट्रेलिया विक्टोरिया (अब ऑस्ट्रेलिया का दक्षिण पूर्वी क्षेत्र) के विरूद्ध प्रथम श्रेणी क्रिकेट खेल रही थी. उस मैच के पहले ही गेंद पर बल्लेबाज ने ऐसा शॉट मारा कि गेंद मैदान के भीतर उगे जर्राह वृक्ष पर जाकर फँस गयी. घरेलू टीम ने अम्पायर से इसे लॉस्ट बॉल घोषित करने की अपील की. लेकिन अम्पायर ने गेंद दिखने की वजह से इसे लॉस्ट बॉल घोषित करने से मना कर दिया. इस बीच बल्लेबाज और रनर विकेट के दोनों छोर के बीच भागते रहे. क्षेत्ररक्षण कर रही टीम ने वृक्ष से गेंद उतारने का कोई चारा न देख उसे काटने का निर्णय लिया. लेकिन आरी न मिल पाने के कारण यह भी हो न सका. फिर किसी के दिमाग में एक विचार कौंधी कि क्यों न बंदूक से गेंद नीचे उतारी जाये. यह विचार सबको पसंद आया. उस टीम का कोई खिलाड़ी बंदूक ले आया और एक धाँय की आवाज़ के साथ ही गेंद पेंड़ से नीचे आ चुकी थी. लेकिन किसी खिलाड़ी के दिमाग में उसे लपकने का ख्याल नहीं आया.
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तब तक काफी देर हो चुकी थी. पिच पर मौजूद बल्लेबाज और रनर ने 286 रन पूरे कर लिये थे. उनके द्वारा बनाये 286 रन को अम्पायर ने भी मान्यता दे दी. इसके साथ ही विक्टोरिया ने अपनी पहली पारी घोषित कर दी. इससे विक्टोरिया ने एक पारी में सबसे कम गेंद खेलने का कीर्तिमान भी अपने नाम कर लिया. इसे कुछ अख़बारों ने प्रमुखता से प्रकाशित किया. लेकिन पर्थ की अख़बार वेस्टर्न मेल ने इन ख़बरों का खंडन किया. इसे इस आधार पर खारिज किया गया कि ऑस्ट्रेलिया में हुए मैच का सबसे पहले यूनाइटेड किंगडम में प्रकाशन कैसे हुआ! इस आधार पर तकनीकी रूप से इस ख़बर की विश्वसनीयता पर सवाल उठे. अब यह मिथ्या आधारित अफ़वाह है या सच लेकिन साक्ष्यों के अभाव में ही गिनीज़ बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्डस में यह ख़बर अपना स्थान सुनिश्चित नहीं कर पायी.Next…
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