भारतीय क्रिकेट में यदि सबसे कलात्मक बल्लेबाज की बात की जाती है तो मोहम्मद अजहरुद्दीन का नाम सबसे पहले आता है। मोहम्मद अजहरुद्दीन को कलाई का जादूगर भी कहते थे और साथ ही अजहर क्रिकेट की दुनिया में सबसे सफल कप्तान भी माने जाते हैं। मोहम्मद अजहरुद्दीन, क्रिकेट का वो धूमिल सितारा जो चमकने से पहले ही फीका पड़ गया। एक स्कैंडल ने उनके पूरे करियर को पूरी तरह से तबाह कर दिया था। ये कहानी है भारत सफल कप्तानों में से एक मोहम्मद अजहरुद्दीन की जिनको मैचफिक्सिंग के आरोपों की वजह से आजीवन प्रतिबंध का सामना करना पड़ा। ऐसे में चलिए एक नजर ड़ालते हैं उनके शानदार करियर और नीजि जीवन पर जो अक्सर विवादों से जुड़ा रहा।
हैदराबाद में बीता बचपन
मो. अजहरुद्दीन का जन्म 8 फरवरी 1963 को हैदराबाद में रहने वाले मो. अजीजुद्दीन और यूसुफ सुल्ताना के घर हुआ था। उनकी स्कूलिंग हैदराबाद के ऑलसेंट्स स्कूल से हुई। वहीं कॉलेज लेवल की पढ़ाई उन्होंने उस्मानिया यूनिवर्सिटी के निजाम कॉलेज से की। अजहर कॉमर्स विषय में ग्रेजुएट हैं।
पहले डेब्यू मैच में लगाया शतक
अपने देश के लिए क्रिकेट खेलना किसी भी क्रिकेटर का सपना होता है, लेकिन ऐसा मौका बहुत कम लोगों को मिलता है जो पहले मैच में शतक लगा पाते हैं। साल 1984 में अजहर ने इंग्लैंड के खिलाफ 110 रन बनाकर अपने टेस्ट करियर की शुरुआत की थी। साथ ही वह यहीं नहीं रुके उन्होंने अगले मैच फिर 105 रन की शतकीय पारी खेली। अजहर ने इस सीरीज के तीसरे टेस्ट में कानपुर में हुए मैच में भी 112 रन ठोके और टीम इंडिया में इतना बेहतरीन डेब्यू अभी तक शायद ही किसी ने किया है।
भारत का नेतृत्व 3 विश्वकप में किया
टीम की जिम्मेदारी आगे बढ़कर लेने की वजह से अज़हरुद्दीन ने तीन विश्वकप में भारतीय टीम का नेतृत्व किया, वह ऐसा करने वाले एकमात्र कप्तान हैं। अजहरुद्दीन ने 1992, 1996 और 1999 के वर्ल्ड में टीम इंडिया की कप्तानी का जिम्मा संभाला था। इससे पहले कपिल देव और श्रीनिवास वेंकटराघवन ने 2-2 विश्वकप में भारतीय टीम का नेतृत्व किया था।अजहर ने अपनी कप्तानी में भारत को 14 टेस्ट और 103 वनडे मैच जिताए थे।
एक बेहतरीन बल्लेबाज
अज़हरुद्दीन ने 99 टेस्ट मैचों में 45 के औसत से रन बनाये थे। अजहरुद्दीन की बल्लेबाज़ी के बारे में माइक गेटिंग ने कहा था,’जब अजहर की तावीज बाहर निकलकर लटकने लगती थी तो हम लोग समझ जाते थे कि हम अब खतरे में हैं’। अजहरुद्दीन का वनडे में 153 रन उच्चतम स्कोर है, उन्होंने वनडे में 199 का आंकड़ा भी छुआ था।
2000 लगा था मैच फिक्सिंग का आरोप
साल 2000 में मोहम्मद अजहरुद्दीन मैच फिक्सिंग प्रकरण में फंसे थे जिसके कारण बीसीसीआई ने अजहर पर आजीवन प्रतिबंध लगा दिया। अजहर ने बीसीसीआई के फैसले के खिलाफ अदालत गए और 8 नवंबर 2012 को आंध्र प्रदेश कोर्ट ने अजहर पर से लगाया आजीवन बैन हटा दिया।
पद्म श्री खिताब से नवाज जा चुके हैं अजहर
अजहर को साल 1991 में विजडन क्रिकेटर ऑफ द इयर के खिताब से नवाजा गया तो वहीं साल 1986 में अर्जुन अवार्ड के अलावा साल 1988 में पद्म श्री के खिताब से नवाजा गया था। साल 2009 में अजहर ने अपना राजनीति करियर कांग्रेस पार्टी के साथ शुरु किया औऱ मुरादाबाद से सांसद बने थे।
नौरीन से हुई थी पहली शादी
अजय की पहली नौरीन से हुआ थी, उस वक्त नौरीन महज शादी 16 साल की थी। इस शादी से अजहर को दो बच्चे भी हुए थे, ड़े बेटे का नाम मो. असदुद्दीन है, वहीं छोटे बेटे का नाम मो. अयाजुद्दीन था। अजहर के छोटे बेटे अयाजुद्दीन की मौत साल 2011 में एक रोड एक्सीडेंट में हो गई थी।
सलमान की गर्लफ्रेंड से की दूसरी शादी
अजय के साथ आने से पहले संगीता का अफेयर सलमान के साथ, दोनों शादी भी करने वाले थे लेकिन ये रिश्ता टूटा गया। इस दौरान अजयर और संगीता की मुलाकात हुई औऱ दोनों करीब आए। उस दौरान अजहर शादीशुदा थे और उनके दो बच्चे भी थे। संगीता बिजलानी और अजहर की शादी 1996 में हुई, लेकिन ये रिश्ता भी खराब मोड़ पर खत्म हुआ और दोनों ने 2010 में तालक ले लिया।…Next
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