भारतीय क्रिकेट में जब भी द्रविड़ की बात होगी तो तकनीक की बात होगी, धैर्य की बात होगी, एकाग्रता की बात होगी,दीवार की बात होगी। सचिन तेंदुलकर और सुनील गावस्कर के अलावा भारतीय बल्लेबाजी की किताब में सबसे सुनहरे अक्षरों में नाम द्रविड़ का ही लिखा जाता है। ऐसे मे चलिए जानते हैं आखिर कैसा रहा है भारतीय पूर्व कप्तान द्रविड़ का सफरनामा।
22 जून 1996 को शुरू किया करियर
राहुल द्रविड़ के बेमिसाल करियर की शुरुआत हुई 22 जून 1996 को। क्रिकेट के मक्का लॉर्ड्स में जब द्रविड़ ने कदम रखा तो विश्व क्रिकेट शायद इस बात से अंजान था कि अगले 15 साल विश्व क्रिकेट में इस नाम का कितना डंका बजने वाला है।
एक टेस्ट की दोनों पारियों में शतक लगाने वाले द्रविड़ तीसरे भारतीय
एक टेस्ट की दोनों पारियों में शतक लगाने वाले द्रविड़ सिर्फ तीसरे भारतीय है, एडिलेड में उनके शानदार दोहरे शतक की बदौलत भारत ने ऑस्ट्रेलिया पर दो दशक बाद जीत दर्ज की। रावलपिंडी में अपनी 270 रन की पारी के दौरान द्रविड़ ने क्रीज पर सबसे ज्यादा देर रुकने का रिकॉर्ड बना दिया। 2011 के शर्मनाक इंग्लैंड दौरे पर जहां कोई और बल्लेबाज शतक भी नहीं लगा पाया द्रविड़ ने तीन शतक लगाए।
बेहद कामयाब रहा है करियर
द्रविड़ ने अपने शानदार करियर में 164 टेस्टों में 52.31 का औसत निकाला और 36 शतक तथा 63 अर्धशतक बनाए। इसके अलावा उन्होंने विश्व रिकॉर्ड 210 कैच भी लपके। एकदिवसीय में उन्होंने 344 मैचों में 39.16 के औसत से 10889 रन बनाए जिनमें 12 शतक और 83 अर्धशतक शामिल है। एकदिवसीय में उन्होंने काफी समय विकेटकीपिंग की जिम्मेदारी भी संभाली थी जिसकी बदौलत उन्होंने 114 कैच लपके और 14 बल्लेबाजों को स्टंप भी किया।
आंकड़ों के सरताज द्रविड़
द्रविड़ ने अपने करियर में 164 टेस्ट मैच में 52.31 की शानदार औसत से 13288 रन बनाए हैं इस दौरान उन्होंने 36 शतक और 63 अर्धशतक लगाए हैं। टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में सर्वाधिक रन बनाने के मामले में सचिन तेंदुलकर के बाद द्रविड़ दूसरे नंबर पर हैं। इसके साथ साथ टेस्ट में सर्वाधिक कैच लेने का रिकॉर्ड भी द्रविड़ के नाम है।
सबसे ज्यादा गेंदें खेलीं
इस पूर्व भारतीय कप्तान ने अपने पूरे टेस्ट करियर में किसी भी बल्लेबाज से ज्यादा 31,258 गेंदें खेली हैं। राहुल द्रविड़ के बाद 200 टेस्ट खेलने वाले सचिन तेंडुलकर ने 29, 437 गेंदें खेली हैं। तीसरे नंबर पर 166 टेस्ट खेलने वाले जैक कैलिस हैं, जिन्होंने 28, 903 गेंदें खेली हैं। ऑस्ट्रेलिया के पूर्व दिग्गज खिलाड़ी एलन बॉर्डर ने 156 टेस्ट मैच खेलकर 27,002 गेंद खेली हैं।
कुछ ऐसे हुई थी विजेता के साथ शादी
द्रविड़ और विजेता की फैमिली एक-दूसरे को करीब तीस साल से जानते थे। द्रविड़ और विजेता का एक-दूसरे के घर आना जाना भी था लेकिन शादी की बात होने से पहले दोनों ने कभी एक-दूजे को पर्सनली नोटिस नहीं किया था। क्रिकेट सुपरस्टार से शादी करने वाली विजेता को शादी से पहले क्रिकेट की एबीसीडी भी पता नहीं थी।
बेटे भी बनेंगे पिता की तरह क्रिकेटर
आमतौर पर अपनी पर्सनल लाइफ को मीडिया से दूर रखने वाले राहुल द्रविड़ की शादी डॉ. विजेता पेंढरकर से 4 मई 2003 को हुई थी। यह एक अरेंज्ड मैरज थी लेकिन दोनों की फैमिली वाले एक-दूसरे को काफी लंबे वक्त से जानते थे।
विजेता को जानने वाले उन्हें एक बहुत ही लविंग पर्सनालिटी कहते हैं वो बैंगलोर में सर्जन हैं। इस शादी से द्रविड-विजेता को दो बच्चे समित और अनवे हैं। समित ने तो अभी से ही क्रिकेट के जलवे अपने पापा की तरह दिखाना शुरू कर दिया है।…Next
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