एक आलीशान जिंदगी जी रहे हों पर एक समय ऐसा था जब उनका परिवार बहुत गरीब था। जडेजा के पिता अनिरूद्ध सिहं एक सिक्योरिटी गॉर्ड थे और उनकी मां लता नर्स का काम करती थीं। जडेजा की दो बहने हैं नैना और पद्मिनी जडेजा। ऐसे में आखिर कैसे जडेजा ने इंटरनेशल स्टार बनने तक का सफर तय किया।
मां की मौत के बाद क्रिकेट नहीं खेलना चाहते थे जेडजा
साल 2005 में जब जडेजा की मां का देहांत हुआ तो 17 साल के जडेजा के लिए यह सदमा बर्दाश्त कर पाना मुश्किल था। जडेजा इतने ज्यादा आहत थे कि उन्होंने क्रिकेट को हमेशा के लिए अलविदा कहने का मन बना लिया था। लेकिन उस दौरान उनकी बहनों ने उनकों संभाला और जडेजा ने मां के सपनो को पूरा किया।
फर्स्ट क्लास क्रिकेट में लगाया तीहरा शतक
2006-07 में रवींद्र जडेजा ने फर्स्ट क्लास डेब्यू किया। दलीप ट्रॉफी में वेस्ट जोन की तरफ से और रणजी ट्रॉफी में सौराष्ट्र की तरफ से खेलने लगे। उनका टैलेंट राष्ट्रीय स्तर पर सुर्खियां तब बना जब वह फर्स्ट क्लास क्रिकेट में तीन तिहरे शतक (300 रन से ज्यादा) लगाने वाले पहले भारतीय बन गए।
दो अंडर-19 विश्व कप खेला है
यह शायद बहुत कम लोग जानते हैं कि जडेजा ने अपने करियर में दो अंडर-19 विश्व कप खेल हैं। 2006 में खेले गए अंडर-19 विश्व कप में भारत फाइनल तक पहुंचा था लेकिन निर्णायक मैच में पाकिस्तान ने जीत हासिल की थी। वहीं 2008 में विराट कोहली की कप्तानी में साउथ अफ्रीका के खिलाफ जीतकर भारत ने अंडर-19 विश्व कप पर कब्जा किया था। रवींद्र जडेजा भी इस टीम का हिस्सा थे, उन्होंने इस मैच में 11 रन बनाकर दो विकेट भी लिए थे।
कई बार टीम से हुए बाहर
2009 में जडेजा को टीम इंडिया में मौका मिला, इसके बाद 2012 में इंग्लैंड के खिलाफ नागपुर टेस्ट में डेब्यू किया था। खराब दौर के चलते एक ऐसा भी दौर आया था जब जडेजा को टीम से खराब प्रदर्शन के चलते करीब 14 महीने टीम से बाहर रहना पड़ा लेकिन घरेलू क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन करने के बाद उन्होंने टीम इंडिया में वापसी की।
एक बेटी हैं पिता जडेजा
जहां कई भारतीय क्रिकेटर्स ने लव मैरिज की है वहीं जडेजा ने अपने परिवार की पसंद की लड़की से शादी की। 17 अप्रैल 2016 में जडेजा ने रीवा सोलंकी के साथ शादी की थी। जडेजा की शादी पूरे राजपूत रीति रिवाज से हुई थी, जडेजा एक बेटी के पिता भी हैं।
फॉर्म हाउस और ‘ जड्डूस फूड फील्ड’ रेस्ट्रोंट के मालिक हैं
जामनगर में जडेजा का एक फॉर्म हाउस हैं जहां वह अक्सर इन घोड़ों के साथ समय बिताते हैं। खाने के शौकीन जड्डू ने राजकोट में एक शानदार रेस्ट्रोंट भी खरीदा है जिसका नाम है ‘ जड्डूस फूड फील्ड’। जडेजा समय निकाल कर कभी-कभी यहां आते हैं। जडेजा के इस रेस्ट्रोंट का उद्घाटन 12 दिसंबर 2012 को हुआ था।
कैसे मिली जडेजा को ‘सर’ की उपाधी
सर की उपाधी जडेजा को बेहद खास वजह से दी गई थी, सभी जानते हैं कि जडेजा न केवल एक शानदार गेंदबाज हैं बल्कि एक गजब के फिल्डर भी हैं। सर की उपाधी जडेजा को भारतीय टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने दी थी, इसकी वजह है उनकी कमाल की गेंदबाजी,बल्लेबाजी और फील्डिंग जिसका कायल हर कोई है। हालांकि यह उपाधि उन्हें मजाक में दी गई।…Next
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