भारतीय टीम के रॉकस्टार और बेहतरीन स्पिन गेंदबाज रवींद्र जडेजा आज अपना 30वां जन्मदिन मना रहे हैं। गुजरात में पैदा हुए जडेजा आज भारतीय टीम के एक सफल खिलाड़ी हैं। जडेजा आज जिस मुकाम पर हैं वह उन्हें आसानी से नहीं मिला है। उनके शुरूआती करियर में उन्होंने कई मुश्किलों का सामना किया। कई बार उन्हें टीम से बाहर किया गया, काफी समय तक वह टीम में अपनी जगह ही नहीं बना पाए थे।जडेजा के लिए टीम इंडिया में जगह पक्की आसान नहीं था। ऐसे में चलिए एक नजर उनके करियर पर।
कैसे मीली ‘सर रवींद्र जडेजा’ की उपाधी
2012 में जडेजा दुनिया के आठवें और पहले ऐसे भारतीय क्रिकेटर बने जिसने फर्स्ट क्लास क्रिकेट में तीन ट्रिपल सेंचुरी ठोकी। ऐसा सर डॉन ब्रैडमैन, ब्रायन लारा, बिल पॉन्सफर्ड, वॉल्टर हैमंड, डब्ल्यूजी ग्रेस, ग्रीम हिक और माइक हसी कर चुके हैं। उस समय जडेजा की उम्र महज 23 वर्ष थी। इसके बाद ही उन्हें ‘सर रवींद्र जडेजा’ कहा जाने लगा, हालांकि यह उपाधि उन्हें मजाक में दी गई।
पिता थे वॉचमैन
जडेजा राजपूत परिवार से हैं और उनके पिता अनिरुद्धसिन्ह प्राइवेट सिक्युरिटी एजेंसी में वॉचमैन थे। 2005 में उनकी मां लता का एक हादसे में निधन हो गया था. जडेजा इतने सदमे में आ गए थे कि क्रिकेट छोड़ने की कगार पर आ गए थे। हालांकि उन्होंने वापसी की और आज टीम इंडिया में मजबूत जगह बना ली है।
अंडर 19 विश्व कप का रहे हिस्सा
2005 में जडेजा भारत की अंडर-19 के सदस्य थे, उस समय उनकी उम्र 16 वर्ष थी। 2006 में श्रीलंका में हुए अंडर-19 वर्ल्ड कप में जडेजा खेले थे और भारत उपविजेता बना था, फाइनल मैच में जडेजा ने पाकिस्तान के खिलाफ 3 विकेट झटके थे। 2008 में भी जडेजा अंडर-19 वर्ल्ड कप टीम का हिस्सा थे। भारत ने खिताब जीता और जडेजा ने 6 मैचों में 13 की औसत से 10 विकेट झटके थे।
ऐसे शुरू हुआ करियर
फर्स्ट क्लास क्रिकेट में जडेजा ने 2006-07 दिलीप ट्रॉफी के साथ डेब्यू किया, दिलीप ट्रॉफी में वेस्ट जोन की ओर से और रणजी में सौराष्ट्र की ओर से जडेजा खेले। 2008-09 रणजी सीजन में जडेजा ने 42 विकेट झटके और 739 रन ठोके, इसी प्रदर्शन के दम पर उन्हें श्रीलंका के खिलाफ वनडे सीरीज में ऑलराउंडर के तौर पर टीम में शामिल किया गया। फाइनल मैच में उन्हें खेलने का मौका मिला और पहले ही मैच में जडेजा ने नाबाद 60 रन ठोके।
वनडे गेंदबाजों की रैंकिंग में रहे टॉप पर
अगस्त 2013 में आईसीसी की वनडे गेंदबाजों की रैंकिंग में जडेजा टॉप पर पहुंचे थे। अनिल कुंबले के बाद जडेजा पहले ऐसा भारतीय गेंदबाज बने जो वनडे गेंदबाजों की रैंकिंग में टॉप पर पहुंचे। आईपीएल के पहले सीजन (2008) में जडेजा राजस्थान रॉयल्स टीम में थे, कप्तान शेन वॉर्न ने जडेजा को ‘रॉकस्टार’ निकनेम दिया था।
कई बार टीम से हुए बाहर
2009 में जडेजा को टीम इंडिया में मौका मिला, इसके बाद 2012 में इंग्लैंड के खिलाफ नागपुर टेस्ट में डेब्यू किया था। खराब दौर के चलते एक ऐसा भी दौर आया था जब जडेजा को टीम से खराब प्रदर्शन के चलते करीब 14 महीने टीम से बाहर रहना पड़ा लेकिन घरेलू क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन करने के बाद उन्होंने टीम इंडिया में वापसी की।
रीवा सोलंकी के साथ की है शादी
जहां कई भारतीय क्रिकेटर्स ने लव मैरिज की है वहीं जडेजा ने अपने परिवार की पसंद की लड़की से शादी की। 17 अप्रैल 2016 को जडेजा ने रीवा सोलंकी के साथ शादी की थी। जडेजा की शादी पूरे राजपूत रीति रिवाज से हुई थी। इस शानदार शादी में रीवा के पिता ने उन्हें ऑडी क्यू 7 कार तोहफे में दी थी, इस कपल की एक प्यारी सी बेटी भी है।
राजकोट में एक शानदार रेस्ट्रोंट
खाने के शौकीन जड्डू ने राजकोट में एक शानदार रेस्ट्रोंट भी खरीदा है जिसका नाम ‘जड्डूस फूड फील्ड’ है। जडेजा समय निकाल कर कभी-कभी यहां आते हैं। बाकी समय में उनकी बहन नैना ही इसकी देखरेख करती हैं। जडेजा के इस रेस्ट्रोंट का उद्घाटन 12 दिसंबर 2012 को हुआ था। वहीं, जेडाज जब क्रिकेट नहीं खेलते, तब जामनगर के पास अपने फार्म हाउस में समय बिताते हैं। उनके इस फार्म हाउस में स्विमिंग पूल और घोड़े हैं। वहां गेट की दीवार पर लिखा है RJ, अक्सर दोस्तों के साथ यहां आते हैं…Next
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